G News 24 : एक ही परिवार के 12 लोगों समेत 16 शव देखकर सहम गए लोग !

 भीषण सड़क हादसे में 17 की मौत...

एक ही परिवार के 12 लोगों समेत 16 शव देखकर सहम गए लोग !

हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में भीषण सड़क हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई। इनमें चार बच्चे भी शामिल थे। आगरा- हाथरस मार्ग पर रोडवेज बस और सवारियों से भरे छोटे मालवाहक वाहन के बीच आमने- सामने की हुई टक्कर में सात बच्चों समेत 18 लोग घायल भी हुए हैं। इनमें से छह की हालत गंभीर है, जिन्हें इलाज के लिए बड़े अस्पतालों में भेजा गया है। रोडवेज बस में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं।

जानकारी के मुताबिक, हादसा शुक्रवार शाम करीब छह बजे हाथरस के थाना चंदपा इलाके में नगला भुस बाईपास कपूरा चौराहे के पास हुआ। बताया जा रहा है कि सवारियों से भरे मालवाहक वाहन को गलत तरीके से एक वाहन ने ओवरटेक किया। चालक ने बचने की कोशिश की लेकिन बारिश से सड़क गीली होने के कारण अनियंत्रित होकर वह रोडवेज से टकरा गया। ये सभी लोग हाथरस के गांव मुकुंदखेड़ा निवासी राजुद्दीन की दादी के चालीसवें में शामिल होने के बाद सेमरा (आगरा) लौट रहे थे। टक्कर इतनी भीषण थी कि मालवाहक वाहन के परखच्चे उड़ गए।

 इसमें 35 लोग सवार थे। टक्कर के बाद लोग उछलकर सड़क किनारे झाड़ियों में जाकर गिर गए। हादसे के बाद जमा हुए लोगों ने फंसे लोगों को बाहर निकाला। लोग खून से सने थे। इनमें महिलाएं और बच्चे भी थे। सबसे ज्यादा उन्हीं की हालत खराब थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, माल वाहक वाहन में करीब 35 लोग सवार थे। हादसा इतना भयावह था कि हर ओर लाशें बिखरी पड़ी थीं। लोग खून से लथपथ थे। खुद को बचाने के लिए गुहार लगा रहे थे।

मृतकों के परिजनों को चार- चार लाख रुपये की मदद

पीएम नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि यह बेहद पीड़ादायक है। परिजनों को खोने वालों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं, प्रदेश सरकार ने भी मृतकों के आश्रितों को दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार की सहायता देने की घोषणा की है।इस हादसे में एक ही परिवार के 12 लोगों समेत 16 शव देखकर आगरा का गांव सैमरा सहम गया। बेदरिया और उनके परिवार के लोग दहाड़ मारकर रोने लगे। एक के बाद एक जैसे-जैसे एंबुलेंस से शव आते गए, चीख-पुकार मचती रही।नहीं जले चूल्हे

एक ही खानदान के लोगों की मौत से सैमरा में मातम छा गया। हादसे की जानकारी जिसे हुई, वही सकते में आ गया। सैमरा के घरों में चूल्हे नहीं जले और पूरी रात गांव के लोग मृतकों के परिजन को ढांढस बंधाते रहे। पड़ोसी वसीम खान ने बताया कि गांव में करीब 8000 की आबादी है। पांचों भाइयों का परिवार गांव से ही किराए पर मैक्स गाड़ी करके चालीसा में गया था। पूरा गांव एकजुट होकर मृतकों के परिजन को सांत्वना दे रहा था।

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