अभियान के दौरान कुल 11 बालक-बालिका का चिन्हांकन कर डाटा एकत्रित किया...
बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम हेतु संयुक्त टीम ने भ्रमण कर लोगों को दी समझाइश
ग्वालियर। ग्वालियर शहर में बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन की पहल पर बाल भिक्षावृत्ति उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत विभिन्न स्थानों पर स्वयंसेवी संस्थाओं एवं विभागीय समन्वय से बाल भिक्षावृत्ति के खिलाफ जन जागरण किया जा रहा है। साथ ही ऐसे बच्चों को ढूँढकर उनको शिक्षा से जोड़ने और पुनर्वास के प्रयास भी किए जा रहे हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास धीरेन्द्र सिंह जादौन ने बताया कि बाल भिक्षावृत्ति के लिहाज से चिन्हित स्थलों का संयुक्त टीम द्वारा शुक्रवार को सर्वे किया गया।
टीम ने खासतौर पर कोटेश्वर मंदिर, अचलेश्वर मंदिर, शिंदे की छावनी, बहोड़ापुर, नवग्रह मंदिर, किलागेट चौराहा, फूलबाग चौराहा, जौरासी हनुमान मंदिर, नाका चंद्रवदनी, मेला ग्राउण्ड, गोले का मंदिर, दीनदयाल नगर व हजीरा चौराहा इत्यादि स्थानों पर सड़क पर रहने वाले बच्चों के पुनर्वास के लिए सर्वे किया। अभी तक अभियान के दौरान कुल 11 बालक-बालिका का चिन्हांकन कर डाटा एकत्रित किया गया एवं उन परिवारो को समझाइश दी गई कि वह बच्चों से भिक्षावृत्ति न करवाएँ। टीम के माध्यम से ठेले लगाने वाले दुकानदारो एवं जनसमूह को भिक्षावृत्ति नहीं देने के संबंध में जागरूक किया गया।
साथ ही चाईल्ड हेल्प लाईन न. 1098 के बारे में बताया गया। सभी से कहा गया यदि कोई बच्चा भीख मागंते हुए दिखाई देता है तो चाईल्ड हेल्प लाईन पर अवश्य सूचित करें। गठित टीम द्वारा फुटपाथ पर रहने वाले ऐसे परिवार जिनके बच्चे भिक्षावृत्ति में शामिल होने की संभावना हो सकती हैं ,उन परिवारो को समझाइश दी गई कि वह बच्चों से भिक्षावृत्ति न करवाएँ। उन्मूलन दल में महिला बाल विकास शिक्षा विभाग श्रम विभाग पुलिस विभाग आदि के अधिकारी एवं सेवाभावी नागरिक शामिल थे।
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