तुरंत व्यवस्था करें, योजना बनाएं...
इंदौर की दुर्दशा पर CM ने अधिकारियों को लगाई फटकार !
इंदौर में तीन इंच बारिश के बाद ही शहर की सड़कें डूब गईं। लग रहा था शहर में ही नदी, तालाब बन गए हों। इस दृश्य को दुनियाभर में देखा गया। सोशल मीडिया पर जनता ने सरकार और प्रशासन की खूब खिंचाई की। इंदौर की दुर्दशा पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी भड़के, उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई और कहा कि तुरंत व्यवस्था करें, योजना बनाएं। इंदौर को अब कभी यह दिन न देखना पड़े। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार शाम इंदौर पहुंचे। एयरपोर्ट पहुंचते ही उन्होंने जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से इंदौर में कल हुई तेज बारिश के बाद की स्थिति पूछी। पूछा कि अब कहां पर पानी भरा है।
कलेक्टर आशीष सिंह ने उन्हें बताया कि अचानक हुई तेज बारिश हो गई थी। इसके बाद कई स्थानों पर जल निकासी बाधित हो गई और यह हालात बन गए। शहर के प्रमुख चौराहों पर भी यातायात जाम हो गया। कलेक्टर ने कहा कि हमने तुरंत एक्शन लिया और टीमों को मैदान में उतारा। नगर निगम, पुलिस और जिला प्रशासन की टीमों के साथ शहर की कई संस्थाओं ने तुरंत मदद की। जल निकासी के तुरंत प्रबंध किए गए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भविष्य में ऐसी स्थिति निर्मित नहीं हो इसके लिए नगर निगम इंदौर और इंदौर विकास प्राधिकरण उचित एवं स्थायी प्रबंध। इस दौरान जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद शंकर लालवानी सहित सभी विधायकगण, संभागायुक्त दीपक सिंह, पुलिस कमिश्नर राकेश गुप्ता, आयुक्त नगर निगम शिवम वर्मा भी उपस्थित थे। इसके बाद मुख्यमंत्री काबुली चना व्यापारियों के वार्षिक सम्मेलन में पहुंचे।
मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने कहा कि आने वाले समय में वाणिज्यिक और व्यापारिक दृष्टि से मध्य प्रदेश का भविष्य उज्जवल है। उन्होंने कहा कि इंदौर उज्जैन देवास और धार जिले के कुछ हिस्सों को मिलाकर मेट्रोपॉलिटन सिटी का स्वरूप दिया जाएगा। उन्होंने काबुली चना व्यापारीयों के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए सभी व्यापारियों से मध्य प्रदेश में आकर व्यापार करने का निमंत्रण भी दिया।
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