इश्क के चक्कर में सनम खान आग का दरिया तो नहीं, मगर बॉर्डर जरूर लांघ गई...
एक शौहर भारत में, दूजा पाकिस्तान में और लड़की खुद जेल में !
उर्दू के बड़े फनकार जिगर मुरादाबादी ने कभी लिखा था, 'ये इश्क़ नहीं आसां इतना ही समझ लीजे, इक आग का दरिया है और डूब के जाना है.' आग का दरिया तो नहीं, मगर सनम खान इश्क के चक्कर में बॉर्डर जरूर लांघ गई. वह पाकिस्तान में अपने महबूब से मिलने गई थी लेकिन उनके दस्तावेज 'जाली' थे. निकाह के बाद सनम खान उर्फ 'नगमा' वापस भारत आई तो वीजा बढ़वाने की गुहार लगाई. कुछ ही दिन बाद प्यार की इस कहानी ने खतरनाक मोड़ लिया और सनम खान हवालात पहुंच गई. पुलिस का दावा है कि सनम का असली नाम नगमा नूर मकसूद है.
सनम खान की बॉर्डर पार वाली प्रेम कहानी!
यह कहानी शुरू होती है आज से करीब तीन साल पहले. सनम अपनी दो बेटियों के साथ शौहर को छोड़कर चली आई थीं. कहती हैं कि शौहर उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट करता था. सोशल मीडिया के जरिए सनम की मुलाकात बाबर बशीर अहमद से हुई. कुछ महीनों की बातचीत में सनम को लगा कि दोनों एक-दूजे के लिए ही बने हैं. दोनों के घरवाले भी मान गए लेकिन बीच में थी मुल्क की सरहद. सनम का घर महाराष्ट्र के ठाणे में था और बाबर की रिहाइश पाकिस्तान के एबटाबाद में.
जब दुनिया लॉकडाउन में थी, तो बाबर ताजी हवा के झोंके की तरह सनम (नगमा) की जिंदगी में आया. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सनम कहती हैं, 'वह मुझसे बड़ी अच्छी तरह से पेश आता था. पूछता था कि कोरोना वायरस के दौर में कैसी कट रही है. सालों में पहली बार मुझे लगा कि कोई मेरे बारे में जानना चाहता है'.
करीब दो साल ऑनलाइन इश्क के बाद सनम और बाबर ने तय किया कि अब शादी कर लेनी चाहिए. वीडियो कॉल पर ही घरवालों की बात हुई और सब तय हो गया. बकौल सनम, वह प्यार को एक मौका देना चाहती थीं, हिंदुस्तान या पाकिस्तान, इससे उसे फर्क नहीं पड़ता था.
इंडिया टू पाकिस्तान
घर के पास में एक एजेंट मिल गया जिसने पेपरवर्क में सनम की मदद की. 2023 में कथित तौर पर 20 हजार रुपये में सनम ने खुद का और बेटियों का पासपोर्ट बनवाया. तीनों इसी साल जून में एक महीने के वीजा पर पाकिस्तान रवाना हो गए. TOI रिपोर्ट के मुताबिक, सनम कहती हैं, 'मैंने बाबर से निकाल किया. हमने अपनी बेटियों के लिए वहां के एक स्कूल में सीटें पक्की कर लीं और मैं 17 जुलाई को भारत लौट आई क्योंकि मेरी मां की तबीयत ठीक नहीं थी.'
अटारी बॉर्डर के रास्ते भारत लौटी सनम ने वीजा की मियाद छह महीने बढ़ाने की दरख्वास्त डाली. अगले कुछ दिनों के भीतर उनकी जिंदगी ही बदल गई. ठाणे पुलिस ने 20 जुलाई को सनम को गिरफ्तार कर लिया. उस पर आरोप है कि जाली दस्तावेजों के सहारे पासपोर्ट और पाकिस्तानी वीजा बनवाया. पुलिस कहती है कि नगमा ने पासपोर्ट और अन्य कागजात पर अपना नाम सनम लिखवाया. बेटियों के बर्थ सर्टिफिकेट में जालसाजी की. फर्जी आधार और PAN कार्ड बनवाए.
सनम इन आरोपों से इनकार करती हैं. वह कहती हैं, 'कोई धोखाधड़ी नहीं हुई है. मैंने 2015 में अपना नाम बदल लिया था और पुलिस सत्यापन के बाद पासपोर्ट जारी किया गया था, तो अब मुझे क्यों परेशान किया जा रहा है?'
कहीं शातिर जासूस तो नहीं!
पुलिस को लगता है कि सनम ने यह सब कुछ अपने भारतीय शौहर से पीछा छुड़ाने के लिए किया. सनम के मुताबिक, वह 15-16 साल की थीं जब घरवालों ने मर्जी के खिलाफ निकाह करा दिया. वह कहती हैं, 'मेरा पिछला शौहर मुझे मारता-पीटता था और मेरे साथ जबरदस्ती करता था. उस शादी से मेरी दो बेटिययां थीं. वह न तो कमाता था और न ही लड़कियों की देखभाल करता था. मेरी मां भी अक्सर मुझसे मिलने नहीं आती थी, मैं अकेली रह गई थी.' जब दूसरी बेटी पैदा हुई तो सनम अपने शौहर का घर छोड़ मां के पास रहने ठाणे चली आई. कहती हैं कि इतनी हताश थी कि खुदकुशी करने की भी कोशिश की.
सनम के खिलाफ बेहद गंभीर आरोप हैं. उस पर इंडियन पासपोर्ट्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है. जालसाजी और धोखाधड़ी की धाराएं भी जोड़ी गईं. अभी उससे केंद्रीय एजेंसियां भी पूछताछ करेंगी कि कहीं यह प्रेम कहानी कोई गहरी साजिश का हिस्सा तो नहीं जिसके जरिए देश की सुरक्षा को खतरा पैदा किया जा रहा हो. जिस एजेंट ने पेपरवर्क कराया, उसे भी पकड़ा जा चुका है.
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