2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के दीर्घकालिक लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए ...
प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट द्वारा विद्यार्थियों को बजट 2024 की समग्र जानकारी देने का महत्वपूर्ण प्रयास !
ग्वालियर। प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च, ग्वालियर में 14 अगस्त 2024 को ‘‘बजट पर चर्चा’’ नामक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को केन्द्रीय बजट 2024 की व्यापक समझ प्रदान करना था। आयोजन के माध्यम से छात्रों को शिक्षा, रोजगार, अनुसंधान और नवाचार पर बजट के प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही, 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के दीर्घकालिक लक्ष्य पर भी छात्रों का ध्यान केन्द्रित किया गया।
कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के रूप में चार्टर्ड अकाउंटेंट विकास फुलवदिया और अन्य विशेषज्ञ चार्टर्ड अकाउंटेंट तनिष जैन और चार्टर्ड अकाउंटेंट लक्ष्य जैन उपस्थित थे। उन्होंने बजट की जटिलताओं को सरल भाषा में समझाया और बताया कि किस प्रकार बजट नीतियों का प्रभाव शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में दिखाई देगा। इसके अलावा, विशेषज्ञों ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में बजट में निर्धारित नीतियों और योजनाओं पर भी विस्तार से चर्चा की।
संस्थान के निदेशक, डॉ. निशांत जोशी ने कहा कि यह कार्यक्रम छात्रों के लिए अत्यंत ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक सिद्ध हुआ। छात्रों ने अपने सवालों के माध्यम से बजट के विभिन्न पहलुओं पर गहन चर्चा की और विशेषज्ञों से मार्गदर्शन प्राप्त किया। यह छात्रों को व्यक्तिगत तथा व्यवसायिक निर्णय लेने की समझ को विकसित करेगा।
संस्थान की उप निदेशिका डॉ. तारिका सिंह ने भी इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस आयोजन ने छात्रों को बजट 2024 की गहरी समझ प्रदान की और उन्हें भविष्य की चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार किया।
इस कार्यक्रम में 250 से अधिक छात्र उपस्थित रहे। आयोजन के संयोजक सहायक प्राध्यापक अजय जैन थे और उनके साथ सहायक प्राध्यापिका सुगंधा मुदुली, डॉ. प्रतीक्षा सक्सेना, डॉ. अमिताभ माहेश्वरी, सहायक प्राध्यापिका कविता राणा, सहायक प्राध्यापिका हर्षिता माथुर एवं सहायक प्राध्यापक डॉ. जितेन्द्र शर्मा आदि उपस्थित रहे।
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