G News 24 : 1 साल से पहले से बांग्लादेश में तख्ता पलट की साजिश रची जा रही थी,अब हो रहा है खुलासा !

 हमें भी इन कट्ट्रर पंथियों से सतर्क रहने के साथ साथ अपने बचाव के लिए तैयार रहना होगा !

1 साल से पहले से बांग्लादेश में तख्ता पलट की साजिश रची जा रही थी,अब हो रहा है खुलासा !

बांग्लादेश में जो हो रहा है वैसा भारत में भी हो सकता है ! इस प्रकार के भड़काऊ बयान  सत्ता के भूखे भेड़िये विपक्षी नेता जिनमें कांग्रेस के सलमान खुर्शीद, म.प्र. के सज्जन सिंह वर्मा,RJD के मनोज झा,महबूबा मुफ़्ती की लाड़ली बेटी और शिवसेना के संजय राउत जैसे लोग इस त्रासदी में भी सत्ता के लिए भड़काऊ बयान देकर रास्ता खोज रहे हैं।  लेकिन ये लालची भेड़िये ये भूल रहे हैं कि जिन कट्टरपंथियों के ये के हिमायती बनने का दिखाबा कर रहे हैं उनकी  संख्या भारत में नगण्य है। इनको सभी मुस्लिम अपना नेता नहीं मानते है। वैसे भी ये ऐसे बयानों देकर सनसनी फैलाना और अपनी राजनैतिक दुकान चालू रखना ही इनका मुख्य उद्देश्य है। और जिनका डर ये भारतीय हिन्दुओं को दिखाने का प्रयास कर रहे हैं वे ये भूल रहे हैँ कि ये हिंदुस्तान है और यहां हिन्दू 120 करोड़ है तो इन भड़काऊ भाईजानों उल्टा पड़ेगा। इसलिए ऐसी बक़वास करने से पहले जरा सोच लिया करें। फिर भी हिन्दुओं को इन कट्ट्रर पंथियों से सतर्क रहने के साथ साथ अपने बचाव के लिए तैयार भी रहना होगा !

अब बात करते हैं बांग्ला देश की, जहां पिछले 1 साल से पहले से बांग्लादेश में तख्ता पलट की साजिश रची जा रही थी,इसका अब हो रहा है खुलासा ! बांग्लादेश के राष्ट्रपति, वहां के  सेना प्रमुख, बांग्लादेश के माइक्रोफाइनेंस बैंकिंग एक्सपर्ट मोहम्मद यूनुस जो लंदन में रहते हैं खालिदा जिया का बेटा और पाकिस्तान की आईएसआई आदि अमेरिका और चीन के साथ मिलकर इन सभी ने ये साजिश रची। 

सूत्रों के अनुसार इस प्रोग्राम की मंजूरी अमेरिका की विडेन सरकार और ब्रिटेन की लेबर पार्टी ने दिया था और जब लेबर पार्टी ब्रिटेन में सत्ता में आ गई तब यह काम और तेजी से किया गया I इसके लिए पूरा फंडिंग जॉर्ज सोरेस, अमेरिका और ब्रिटेन ने किया बिडेन का बेटा लगातार खालिदा जिया के संपर्क में था I  इसकी पृष्ठभूमि तब बनाई गई जब विदेशी इशारों से बांग्लादेश के चुनाव में विपक्ष की किसी भी पार्टी ने हिस्सा नहीं लियाI

 दरअसल यह साजिश थी ताकि जनता के बीच में यह संदेश दिया जा सके कि शेख हसीना तानाशाह है और जाहिर सी बात है कि जब विपक्ष ने चुनाव में हिस्सा ही नहीं लिया तब शेख हसीना ज्यादातर सीट जीत गईI उसके बाद स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आरक्षण को जो लगभग 6 साल पहले खुद शेख हसीना  ने खत्म कर दिया था एक याचिका बांग्लादेश के कोर्ट में डलवाई जाती है और अचानक कोर्ट उसे याचिका को स्वीकार करके फैसला सुना देता है की स्वतंत्रता संग्राम कोटा फिर से लागू किया जाता है जबकि इसे लागू किए जाने की मांग किसी ने नहीं किया था ना किसी पार्टी ने किया थाI 

फिर जब बांग्लादेश में हिंसा भड़की पुलिस ने सख्ती किया तब वापस बांग्लादेश के कोर्ट ने एक और गंदी चाल चलते हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आरक्षण को तो खत्म किया ही साथ में 8% विकलांग कोटा 10% महिला कोटा और 10% बांग्लादेश के जो पिछड़े जिले हैं जो अक्सर पानी में डूबे रहते हैं उनका कोटा भी खत्म कर दिया ताकि हिंसा को और ज्यादा भड़काया जा सकेI

उसके बाद हिंसा और तेजी से भड़क गई बांग्लादेश की हिंसा को रोकने के लिए सेना या राष्ट्रपति ने कुछ नहीं किया और इस पूरी हिंसा के दौरान बांग्लादेश की सेना या राष्ट्रपति के परिवार को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया और अंत में जानबूझकर स्थिति खराब कर दी गई, और सेना की एंट्री हुई और सेना प्रमुख ने हथियार के द्वारा शेख हसीना को कहा कि या तो आप देश छोड़ दीजिए या बाहर जो भीड़ खड़ी है उसके द्वारा आपकी मोब लिंचिंग करके हत्या करवा दी जाएगीI 

शेख हसीना ने रिक्वेस्ट किया कि वह इस्तीफा दे देती हैं लेकिन उन्हें देश में रहने दिया जाए सेना प्रमुख ने मना कर दिया फिर अंतिम रिक्वेस्ट शेख हसीना ने कहा कि उन्हें 5 मिनट का एक संदेश रिकॉर्ड किया जाए जो बांग्लादेश के टीवी चैनल पर और बांग्लादेश रेडियो पर प्रसारित हो सेना प्रमुख ने उसे भी मना कर दिया और कहा कि आपके पास सिर्फ 5 मिनट है या तो आप बांग्लादेश छोड़ दीजिए या आपकी हत्या कर दी जाएगीI

 खबर है कि कुछ अर्ध सैनिक बल और बांग्लादेश राइफल तथा सेना के कुछ जनरल और ब्रिगेडियर शेख हसीना के पक्ष में थे उन्होंने शेख हसीना से कहा था कि हम बगावत करेंगे आप देश मत छोड़िए, लेकिन इससे बड़े पैमाने पर हिंसा और खून खराब होता इसीलिए शेख हसीना ने देश की शांति के लिए देश को देश छोड़ने का फैसला कियाI फिर अंत में शेख हसीना बांग्लादेश छोड़ दी I बांग्लादेश में तख्तापलट के पीछे जिस शख्स का हाथ है उसका नाम मुहम्मद यूनुस है, इन्हीं को बांग्लादेश की सेना प्रधानमंत्री नियुक्त करने जा रही हैI

वह बांग्लादेश में पक्के वामपंथी हैI मुहम्मद यूनुस एक बांग्लादेशी सामाजिक उद्यमी, बैंकर, अर्थशास्त्री और नागरिक समाज नेता हैं, जिन्हें 2006 में ग्रामीण बैंक की स्थापना और माइक्रोक्रेडिट और माइक्रोफाइनेंस की अवधारणाओं को आगे बढ़ाने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।  उनके विपक्षी बीएनपी नेता तारिक रहमान के साथ घनिष्ठ संबंध हैं हाल ही में तारिक लंदन में थे और उन्होंने गुप्त रूप से पाकिस्तान स्थित जमात समूह से मुलाकात की थी,जमात को CIA का समर्थन प्राप्त हैI संयुक्त राज्य अमेरिका में जमात के कई सहयोगी एनजीओ हैं और उन्हें जॉर्ज सोरोस और अमेरिकी राज्य विभाग का समर्थन प्राप्त हैIमोहम्मद यूनुस को जॉर्ज सोरेस  के साथ कई बार लंदन और जिनेवा में देखा गया हैI

यह जितनी भी डीप स्टेट ताकते बांग्लादेश में उथल-पुथल मचा रही हैं वे सभी  ताकते भारत में भी उथल-पुथल मचाने के लिए पूरी तरह से सक्रिय थी I आपको याद होगा तो कुछ साल पहले किसान आंदोलन के समय स्वीडन में बैठी ग्रेटा थनबर्ग  में गलती से पूरा टूलकिट  ट्वीट कर दिया था जिसमें स्टेप बाय स्टेप सब कुछ लिखा था कि भारत की मोदी सरकार को गिराने के लिए हमें कब क्या-क्या करना है और भारत में कुछ भी आंदोलन होता है तो अचानक मियां खलीफा से लेकर रिहन्ना मैदान में कूद पड़ती हैI कभी आपने सोचा कि इन सेलिब्रिटीज को पैसा कौन देता है क्योंकि यह लोग बिना पैसे लिए कुछ काम नहीं करतीI रॉकफ़ेलर फाउंडेशन जॉर्ज सोरस सब सक्रिय हो जाते हैं

भारत में लोकतंत्र तब तक जिंदा है जब तक भारत में हिंदू बहुसंख्यक है जिस दिन भारत में हिंदू कम हुए उसे दिन भारत से लोकतंत्र खत्म हो जाएगा भारत का संविधान खत्म हो जाएगाI यह हमारी और आपके  आंखों के सामने की कड़वी सच्चाई है कि जिस जिस देश में इस्लाम मुस्लिम ज्यादा हुए उस देश में संविधान खत्म हो गए उस देश में लोकतंत्र खत्म हो गया और उस देश में अल्पसंख्यक समूहों को खत्म कर दिया गया उनके धार्मिक अधिकार खत्म कर दिए गएI

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