एथेनॉल प्लांट से 250 लोगों को मिलेगा रोजगार...
CM डॉ. यादव ने किया “डबरा एल्कोब्रू प्राइवेट लिमिटेड एथेनॉल प्लांट” का वर्चुअल लोकार्पण
ग्वालियर। ग्वालियर जिले के औद्योगिक विकास में एक और आयाम जुड़ा है। डबरा तहसील के ग्राम बाबूपुर में स्थापित एथेनॉल प्लांट का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य कुमार काश्यप ने जबलपुर में आयोजित हुई रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव से वर्चुअल लोकार्पण किया। मध्यप्रदेश इण्डस्ट्रियल डवलपमेंट कॉर्पोरेशन के सहयोग से जिले के ग्राम बाबूपुर में मैसर्स डबरा एल्कोब्रू प्राइवेट लिमिटेड, एथेनॉल प्लांट की स्थापना की गई है। इस प्लांट से 250 लोगों को रोजगार मिलेगा।
शनिवार को बाबूपुर में आयोजित हुए एथेनॉल प्लांट के लोकार्पण कार्यक्रम क्षेत्रीय विधायक सुरेश राजे व भाजपा जिला अध्यक्ष ग्रामीण कौशल शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं कलेक्टर रुचिका चौहान, एसडीएम दिव्यांशु चौधरी, आईडीसी के अधिकारी व एथेनॉल प्लांट के प्रबंधक मौजूद थे। कलेक्टर रुचिका चौहान ने एथेनॉल प्लांट के लोकार्पण कार्यक्रम में प्रबंधन से कहा कि प्लांट में श्रमिकों के हितों का पूरा ध्यान रखा जाए, उन्हें सभी जरूरी सुविधायें उपलब्ध हों। साथ ही शासन के प्रावधानों के तहत प्लांट में पर्यावरण संरक्षण के लिए पुख्ता इतजाम किए जाएं। उन्होंने कहा प्लांट परिसर में हवा व पानी को उपचारित करने के प्रोपर इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं।
श्रीमती चौहान ने कहा कि नियमों का पालन कर एवं श्रमिकों के हितों को ध्यान में रखकर इस इंडस्ट्रीज को संचालित करेंगे तो निश्चय ही क्षेत्र में गुडविल बढ़ेगी। कलेक्टर ने इंडस्ट्रीज में क्षेत्रीय विद्यार्थियों को इसी साल से इंटर्नशिप करने की सुविधा दिलाने के लिये भी प्रबंधन से कहा। डबरा एल्कोब्रू प्राइवेट लिमिटेड एथेनॉल प्लांट का निर्माण लगभग 201 करोड़ रूपए की लागत से किया गया है। वार्षिक टर्नओवर लगभग 2360 करोड़ रूपए रहेगा। इस प्लांट से लगभग 250 स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। प्लांट की उत्पादन क्षमता 100 केएलपीडी (किलो लीटर पर डे) होगी।
इसमें बाय प्रोडक्ट के रूप में प्रतिवर्ष लगभग 14 हजार 400 टन कैटल फीड एथेनॉल का उत्पादन होगा। रॉ मटेरियल के रूप में चावल 214 मैट्रिक टन व मक्का 240 मैट्रिक टन प्रतिदिन उपयोग में लाया जायेगा। कलेक्टर रुचिका चौहान ने इस अवसर पर एथेनॉल प्लांट परिसर में जनप्रतिनिधियों के साथ “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत पौधे रोपे। साथ ही कार्यक्रम में भाग लेने आए क्षेत्रीय ग्रामों के निवासियों की समस्यायें भी सुनीं और संबंधित अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए।
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