पौधों की टहनियों पर लगे पीले पत्ते के समान होते हैं हमारे ये बुजुर्ग,मत तोड़ो इन्हे तुम.....।
बैठो-बातें किया करो अपने बुजुर्गों के पास तुम,एक दिन खुद ही ये चुप हो जाएंगे
प्रतीकात्मक तस्वीर
पौधों की टहनियों पर लगे पीले पत्ते मत तोड़ो तुम....!
चंद रोज में खुद ब खुद झड़ जाएंगे । ।
बैठा करो कुछ पल तो अपने बुजुर्गों के पास तुम....!
एक दिन खुद ही ये चुप हो जाएंगे । ।
खर्चने दो, उन्हें बेहिसाब तुम यारों ....!
एक दिन सब तुम्हारे लिए छोड़ जाएंगे । ।
मत टोको, मत रोको उनको बार बार ....!
बात दुहराने पर,एक दिन हमेशा के लिए वे ख़ामोश हो जायेंगे । ।
इनका आशीर्वाद सर पर ले लिया करो तुम....!
वर्ना फ़िर ये तस्वीरों में ही नज़र आयेंगे । ।
खिला दो उनको कुछ उनकी ही पसंद का तुम ....!
वरना फिर श्राद्ध में भी देखना वे खाने नहीं आयेंगे। ।
पौधों की टहनियों पर लगे पीले पत्ते के समान होते हैं हमारे ये बुजुर्ग,मत तोड़ो इन्हे तुम.....।
चंद रोज मे...खुद ब खुद झड़ जायेंगे l
अपने बुजुर्गों का सम्मान करो,उनकी सुनो उनसे बात करो,उनकी जरूरतों का ख्याल रखो जैसे बचपन से लेकर आज तक उन्होंने तुम्हारा रखा है .... और हां उनकी जगह आश्रमों में नहीं,उनके अपने घर में है, इसलिए उन्हें अपने साथ रखो तुम।
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