G News 24 : चलती कार में एक्सप्रेस-वे पर खुलेआम चल रहा था सेक्स टेस्ट !

 आरोपी कार में पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड स्कैनर के साथ भ्रूण परीक्षण कर रहे थे...

चलती कार में एक्सप्रेस-वे पर खुलेआम चल रहा था सेक्स टेस्ट !

गाजियाबाद में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के पुल के नीचे प्रसव पूर्ण लिंग परीक्षण महापाप हो रहा था. प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची तो वहां कार में भ्रूण लिंग की जांच हो रही थी. एक सीक्रेट इनपुट पर हुए एक्शन में इस रैकेट में शामिल मीनाक्षी त्यागी उर्फ मीनू को पकड़ लिया गया. मीनू गाजियाबाद में ब्लड कलेक्शन सेंटर चलाती है.

प्रसव पूर्व लिंग का परीक्षण करना और कराना दोनों दंडनीय अपराध है. इसके बावजूद मानवता के दुश्मन अपनी शर्मनाक करतूतों से बाज नहीं आ रहे हैं. जिस तकनीक का इस्तेमाल समाज से बुराई का खात्मा करने के लिए करना चाहिए उसी का इस्तेमाल कुछ लोग कानून तोड़कर लिंगभेद की मानसिकता को बढ़ावा देने में कर रहे हैं. गाजियाबाद की पुलिस ने गाजियाबाद में Eastern Peripheral Expressway पर एक जगह कार्रवाई करते हुए कार के भीतर लिंग परीक्षण  करने वाले रैकेट का भंडाफोड़ किया है. आरोपी कार में पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड स्कैनर के साथ भ्रूण परीक्षण कर रहे थे.

हाईवे पर सेक्स टेस्ट

गाजियाबाद हेल्थ डिपार्टमेंट ने बड़ा एक्शन लेते हुए अपंजीकृत अल्ट्रासाउंड केंद्रों से संचालित प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण रैकेट का भंडाफोड़ किया है. अधिकारियों ने बताया कि ये पहला मौका है जब उन्होंने प्रसव पूर्ण लिंग परीक्षण का रैकेट चलाने वालों के पैटर्न में एक बड़ा बदलाव देखा. टीम ने बताया कि उन्हें सीक्रेट इनपुट मिला था कि- कुछ लोग कार में बाहरी बैटरी या UPS से जुड़े बेहद छोटे साइज के पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड डिवाइस की मदद से लिंग भ्रूण परीक्षण कर रहे हैं. फिर एक्शन लेकर ईस्टर्न पेरिफेरल से कुछ लोगों को पकड़ा गया.

एक टेस्ट के 35 हजार रुपए

अधिकारियों ने बताया कि अजन्मी बच्चियों का काल बनने वाले लोग आमतौर पर ऐसे सेक्स टेस्ट के लिए 35000 रुपये तक लेते हैं. पहले भी हरियाणा में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन शहर में भी ये लोग एक्टिव होंगे इसके बारे में कोई सबूत नहीं था.

रिपोर्ट के मुताबिक जिस दौरान छापा मारा गया उस समय दिल्ली की एक महिला के अजन्मे बच्चे की जानकारी जुटाने के लिए प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण परीक्षण चल रहा था. प्रेगनेंट महिला को मीनाक्षी नाम की महिला के पास भेजा गया जो रैकेट की अहम कड़ी थी. संजय नगर में कुछ लोग उससे मिलते हैं और फिर वो लोग एक कार में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की ओर ले जाते हैं. मटियाला गांव के पास कुछ लोग उतरते हैं और ईपीई के दूसरी तरफ खड़ी सैंट्रो की ओर जाते हैं. जहां महिला को परीक्षण के लिए सीट पर लेटने के लिए कहा जाता है.

इनपुट मिलते ही टीम छापा मारती है. हालांकि, इस दौरान सेक्स टेस्ट करने वाला डॉक्टर मौके से फरार हो गया. इसके बाद मसूरी पुलिस थाने में प्रीनटल टेस्ट एक्ट के प्रावधानों और भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4) (धोखाधड़ी) और 61(2) (आपराधिक साजिश) के तहत FIR दर्ज की. अब पुलिस उस डॉक्टर एएम गौड़ को पकड़ने के लिए दबिश दे रही है, जो प्रत्येक परीक्षण के लिए 11,000 रुपये की कटमनी यानी अपना हिस्सा और कथित फीस लेता था.

उत्तर प्रदेश के मेरठ में लिंग जांच -एक ऐसा गिरोह जो,बड़े ही शातिराना तरीके से लिंग जांच करता था .

जानकारी के अनुसार, सोनीपत पीएनडीटी टीम को काफी लंबे अरसे से गुप्त सूचना मिल रही थी कि सोनीपत का रहने वाला एक शख्स शौकीन उत्तर प्रदेश में आपने साथियों सहित एक लिंग जांच का गोरख धंधा चला रहा है और वह इसके लिए पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन का प्रयोग करता है. इस आधार पर सोनीपत पीएनडीटी टीम ने इस गिरोह को पकड़ने के लिए एक जाल बिछाया. शौकीन के पास एक गर्भवती महिला को भेजा गया. शौकीन पहले तो बागपत गया, जहां उसे मेडिकल स्टोर चलाने वाला शक्ति सिंह नाम का युवक मिला. फिर दोनों उस महिला को लेकर मेरठ पहुंचे. यहां शाहनवाज और असलम एक कार में वहां पहुंचे और गर्भवती महिला को कार में बैठा कर एक जॉनी नाम की जगह पर पहुंच गए. महिला का कार में ही अल्ट्रा साउंड किया गया.

अभी भी अजन्मी बच्चियों के दुश्मन खत्म नहीं हुए !

डिपार्टमेंट के मुताबिक उन्होंने बीते तीन सालों में अवैध सेक्स टेस्ट वाले 18 क्लीनिक बंद कराए.  2023 में सात मामले दर्ज करते हुए गिरफ्तारी हुई थी. वहीं इस साल जुलाई तक तीन मामले दर्ज किए गए हैं. 


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