पद ले लेने के बाद विकास नहीं कर पाऊंगा...
वन विभाग छिने जाने से मंत्री नागर नाराज, कर दी पत्नी सहित इस्तीफे की बात !
भोपाल. विभाग छिनने से नाराज मंत्री नागर सिंह चौहान ने इस्तीफा देने की बात कही। उन्होंने सोमवार को कहा कि मैं इस्तीफा दे दूंगा क्योंकि मंत्री रहते हुए आदिवासी हितों की रक्षा नहीं कर पा रहा हूं। मंत्री पद की शपथ लेने के 13 दिन रविवार को रामनिवास रावत को वन एवं पर्यावरा विभाग सौंपा गया। इस विभाग का जिम्मा मंत्री नागर सिंह चौहान के पास था। अब उनके पास अनुसूचित जाति कल्याण विभाग ही रह गया है। नागर सिंह इस बात से नाराज है।
पद ले लेने के बाद विकास नहीं कर पाऊंगा
सोमवार को नागर सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा- अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, बड़वानी, धार, खरगोन के आदिवासी भाइयों ने मुझ पर बहुत भरोसा जताया है कि मैं उनके लिए विकास करूंगा, लेकिन सरकार द्वारा मेरे मुख्य पद ले लेने के बाद मैं विकास नहीं कर पाऊंगा। उनकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाऊंगा।
उन्होंने आगे कहा- मेरे बिना मांगे मुझे तीन-तीन विभाग दिए गए थे, जबकि मैंने आदिवासी होने के नाते आदिवासी विभाग मांगा था। इसके बावजूद कांग्रेस से आए कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें पद दिए जा रहे हैं, जो कहीं न कहीं गलत है। अलीराजपुर जिला कांग्रेस का अभेद्य गढ़ रहा है। वहां हमने दिन-रात मेहनत करके काम किया है। मेरे विभाग ले लेने के बाद अब मंत्री बने रहने का कोई औचित्य नहीं रहता है।लोकसभा चुनाव 2024 में नागर की पत्नी अनीता सिंह चौहान रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र से सांसद चुनी गई है।
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