स्पेशल ट्रेनों तक में पैर रखने तक की जगह नहीं...
गुरु पूर्णिमा से पहले मथुरा-वृंदावन की ओर जाने वाली ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ !
ग्वालियर। गुरु पूर्णिमा के चलते ग्वालियर से मथुरा-वृंदावन की ओर जाने वाली ट्रेनों में जबरदस्त भीड़ रही। भीड़ से लबालब इन ट्रेनों में हालात ऐसे थे कि इनमे में बैठना तो दूर पैर रखने की भी जगह यात्रियों को नहीं मिल रही थी। गुरु पूर्णिमा पर हर साल हजारों श्रद्धालु गोवर्धन गिर्राजजी की परिक्रमा करने के लिए जाते हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने तीन स्पेशल ट्रेन चलाई हैं, लेकिन उसके बाद भी भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही है। स्पेशल ट्रेनों में तो पैर रखने के लिए जगह तक नहीं है। रूटीन ट्रेनों का भी यह हाल है कि भक्त ट्रेनों के गेट पर लटककर सफर कर रहे हैं। आरक्षित कोचों में भी यात्री घुसकर बैठ रहे थे। स्लीपर कोच का नजारा जनरल कोच जैसा हो रहा है। यही हाल रोडवेज व प्राइवेट बस स्टेण्ड पर देखने को मिल रहा है।
गुरु पूर्णिमा पर गिर्राजजी की परिक्रमा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ रेलवे स्टेशन पर देखने को मिल रही है। आज 21 जुलाई रविवार को गुरु पूर्णिमा है, लेकिन एकादशी से ही लोगों ने परिक्रमा देने जाना शुरू कर दिया है, जिससे ट्रेनों में जाने वालों की संख्या अधिक बढ़ गई है। श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण ट्रेनों में जगह नहीं मिल पा रही है। जिस कारण ट्रेनों में जाने वाले यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। ट्रेनों में मथुरा की तरफ आरक्षण कराकर यात्रा करने वाले यात्रियों को बैठने तक के लिए भी जगह नहीं मिल रही है।
गुरु पूर्णिमा पर मथुरा जाने वाले यात्रियों की भीड़ को देखते हुए रेल प्रशासन ने शुक्रवार को 3 जोड़ी स्पेशल ट्रेन चलाने का शेड्यूल जारी किया था। यह ट्रेन झांसी से मथुरा के बीच दो दिन तक संचालित की जाएंगी। हालांकि शनिवार को मथुरा जाने वाली ताज, पंजाब मेल, झेलम सहित कई ट्रेनों में यात्री जनरल टिकट लेकर एसी कोच में भी यात्री घुस गए। इससे रिजर्वेशन कराकर चलने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
वहीं रेल प्रबंधन द्वारा शनिवार सुबह 9.40 बजे चली स्पेशल ट्रेन में पैर रखने के लिए जगह नहीं थी। जत्थों में आ रहे लोग गिर्राजजी के जयकारे लगाते हुए ट्रेनों में चढ़ जाते हैं। मथुरा जाने वाली ट्रेनों में यह भीड़ देखी जा सकती है। ट्रेनों में भीड़ होने के कारण लोग कार और बसों से भी जा रहे हैं, जो लोग सुबह चार से पांच बजे यहां से निकलते हैं वे दस बजे तक मथुरा पहुंच जाते हैं और 11 से 12 बजे के बीच उनकी परिक्रमा शुरू हो जाती है, लेकिन भीड़ अधिक होने से वाहनों को चार-पांच किलोमीटर पहले ही रोका जा रहा है।
गोवर्धन परिक्रमा के चलते ट्रेनों के साथ ही बसों में भी काफी भीड़ चल रही है। ग्वालियर व आसपास के शहरों से चलने वाली बसों में बैठने के लिए जगह तक नहीं मिल रही है। यहां से जाने वाली हर बस सवारियों से ठसाठस भरकर जा रही है। हालत यह है कि गैलरी में भी खड़े होने के लिए जगह नहीं मिल रही है। जिस कारण प्राइवेट बस वाले मनमाना किराया वसूल रहे हैं। बसों और ट्रेन के साथ ही यहां से चलने वाली प्राइवेट टैक्सियों के दाम भी मथुरा के लिए बढ़ा दिए गए है और पहले जहां चार से साढ़े चार हजार में मथुरा वृंदावन पहुंचा देते थे वही अब साढ़े पांच से छह हजार रुपए मांग रहे हैं, पर टैक्सी वाले भी मथुरा तक नहीं जा पा रहे हैं। उनको 6 से 7 किलोमीटर दूर पार्किंग से अंदर तक नहीं जाने दिया जा रहा है।
0 Comments