हाथरस मची भगदड़ से सबक लेते हुए ...
लोरमी में पं. प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम को मंजूरी देने से प्रशासन का इंकार !
छत्तीसगढ़। मुंगेली जिले के लोरमी में 2 अगस्त से 8 अगस्त तक प्रस्तावित प्रदीप मिश्रा (सीहोर वाले) के शिव कथा महापुराण कार्यक्रम आयोजन की अनुमति देने से प्रशासन ने इंकार कर दिया है। प्रशासन ने 6 विभागों के अभिमत का उल्लेख करते हुए आयोजन से जनजीवन को संकट की आशंका होने का उल्लेख किया है। जिला प्रशासन के इस रुख के पीछे हाथरस में हुई भगदड़ से लिया गया सबक दिखाई दे रहा है, जहां प्रवचन के एक कार्यक्रम में 123 लोगों की मौत हो गई थी।
पंडित प्रदीप मिश्रा के शिव कथा महापुराण का आयोजन आगामी 2 अगस्त से 8 अगस्त के बीच प्रस्तावित है। इस आयोजन के अनुमति के लिए लोरमी युवा मंडल ने प्रशासन से अनुमति मांगी थी। लोरमी युवा मंडल ने यह पत्र 24 जुलाई को दिया था, पर विभिन्न विभागों से मिले अभिमत के साथ 25 जुलाई को प्रशासन ने आयोजन की अनुमति देने से इंकार कर दिया है। कथा आयोजन लिए जिस जगह पर प्रशासन ने अनुमति देने से इंकार किया है, वह जगह ढोलगी रोड वार्ड नंबर 14 है। कार्यक्रम की अनुमति पर विचार करने के लिए प्रशासन ने पीडब्ल्यूडी, छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, डीएसपी लोरमी, बीएमओ लोरमी, पीएचई लोरमी और सीएमओ लोरमी से अभिमत मांगा था। सभी विभागों ने प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल पर कार्यक्रम होने पर गंभीर आपत्ति दर्ज की है।
पीडब्ल्यूडी ने अभिमत में प्रस्तावित स्थल को अपर्याप्त और कम बताया है। खेत को पाट कर डोम लगाने पर डोम गिरने की आशंका जताई गई है। ड्रेनेज सिस्टम न होने और भगदड़ की स्थिति होने की आशंका भी जताई गई है। बिजली विभाग का अभिमत है कि वर्षा ऋतु के दौरान खरीफ फसलों का रोपण, आंधी बारिश, आकाशीय बिजली की आशंका है। लोरमी पुलिस ने पीडब्ल्यूडी और बिजली विभाग के अभिमत का उल्लेख करते हुए लिखा है कि दोनों प्रमुख तकनीकी विभाग की सहमति के अभाव में सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिकोण से आयोजकों को अनुमति देना उचित नहीं है। स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि लोरमी क्षेत्र में फेल्सीफेरम मलेरिया के केस सामने आ रहे हैं। डायरिया का खतरा रहता है। 30 से 40 हजार श्रद्धालु रात पंडाल में ही रुकेंगे। बरसात में नम मिट्टी के ऊपर कारपेट में सोने से स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ने की आशंका है।
स्वास्थ्य विभाग यह भी लिखा गया है कि लोरमी में उपलब्ध चिकित्सा मानव संसाधन इतनी अधिक संख्या में पहुंचने वालों के लिए पर्याप्त नहीं है। पीएचई विभाग ने बहुत से श्रद्धालुओं के एक साथ आगमन से पानी से संबंधित विभिन्न रोग डायरिया कालरा की आशंका जताते हुए लिखा है कि तैयारियों के लिए बेहद कम समय होने और जल जनित बीमारियों से जनहानि की आशंका को देखते हुए पर्याप्त व्यवस्था करा पाना संभव नहीं है। नगर पालिका लोरमी के सीईओ ने कहा है कि प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु आएंगे, रात रुकेंगे। उनके नहाने, शौच आदि हेतु नगर पालिका क्षेत्र में पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। परिषद के पास चलित शौचालय के वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था नहीं है। इससे गंदगी बदबू और बीमारी फैलेगी।
इन सभी विभागों की राय के बाद मुंगेली जिला प्रशासन ने पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा शिव कथा महापुराण के आयोजन को लेकर मांगी गई स्थल अनुमति खारिज कर दी है। ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के फुलरई गांव में 2 जुलाई को बाबा नारायण हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच गई थी.।इस घटना में कम से कम 123 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। इसके अलावा, कम से कम 150 लोग अस्पताल में भर्ती हुए थे। समझा जा रहा है कि जिला प्रशासन ने अनुमति खारिज करते समय इस दुर्घटना का ध्यान रखा है।
प्रशासन ने आयोजन की अनुमति को खारिज करते हुए लिखा है-“विभागों द्वारा अभिमत प्रेषित कर जनसुविधा, जनस्वास्थ्य, जनसुरक्षा एवं जनहानि को संकट की संभावना स्पष्ट करते हुए प्रस्तावित कार्यक्रम आयोजित करने असहमति व्यक्त किया गया है। अतः उपरोक्त आधारों पर लोरमी नगर में शिव कथा महापुराण के आयोजन की अनुमति प्रदान किया जाना संभव नहीं है। आपका उक्त आवेदन पत्र अस्वीकृत किया जाता है।
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