जब वीरा राणा रिटायर होंगी तो ...
प्रदेश की प्रशासनिक कमान होगी सुलेमान या डॉ. राजौरा के हाथ !
भोपाल। राज्य शासन ने गुरुवार देर रात वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों की पदस्थापना में फेरबदल किया है। इससे यह भी साफ हो गया कि अब डॉ. राजेश राजौरा ही अगले मुख्य सचिव होंगे। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की वरिष्ठता सूची पर अगर गौर किया जाए तो फिलहाल डॉ. राजौरा से सात अधिकारी सीनियर हैं, जिनमें तीन की पदस्थापना मंत्रालय में होने से डॉ. राजौरा के मुख्य सचिव बनने पर बाहर पदस्थ किया जाना जरूरी है। इनमें तीन अधिकारियों में दो अधिकारी विनोद कुमार और जेएन कंसोटिया को इस आदेश में मंत्रालय से बाहर पदस्थ कर दिया गया।
अब बाकी बचे पांच अधिकारियों में 1988 बैच के संजय बंदोपाध्याय पहले से मंत्रालय से बाहर कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष हैं। 1988 बैच की ही मुख्य सचिव वीरा राणा भी हैं और उन्हें मिले एक्सटेंशन के अनुसार वे सितंबर तक रह सकती हैं। लेकिन, मंत्रालय के गलियारों की चर्चा पर भरोसा किया जाए तो वे 30 जून को रिटायर हो सकती हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें बीपी सिंह के स्थान पर राज्य निर्वाचन आयुक्त बनाया जा रहा है, जो 30 जून को अपने पदभार से मुक्त हो रहे हैं।
इसके बाद आते हैं 1989 बैच के अनुराग जैन, जो भारत सरकार में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ होकर रोड ट्रांसपोर्ट और हाइवे मंत्रालय के सचिव हैं। इसी बैच के ही आशीष उपाध्याय भी भारत सरकार में नेशनल कमीशन फॉर बैकवर्ड क्लासेस में पदस्थ हैं। इसी बैच के मोहम्मद सुलेमान भी डॉ. राजोरा से सीनियर हैं। माना जा रहा है कि जब वीरा राणा रिटायर होंगी, तो उन्हें बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इस तरह वे भी मंत्रालय से बाहर पदस्थ हो जाएंगे।
यह परंपरा रही है कि मुख्य सचिव से कोई भी वरिष्ठ अधिकारी मंत्रालय में पदस्थ नहीं होता है। इसलिए माना जा रहा है कि उसी कवायद के चलते ही पिछले दिनों जारी वरिष्ठ IAS अधिकारियों की तबादला सूची में जेएन कंसोटिया और विनोद कुमार को मंत्रालय से बाहर पदस्थ किया गया है। जबकि शेष अधिकारियों में अब केवल अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ही ऐसे बचे हैं, जो डॉ. राजौरा से सीनियर हैं और जिनकी पदस्थापना अभी होना शेष है।
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