गाँव-गाँव व शहर-शहर में हो रहा है जल संरचनायें सहेजने का काम...
गेंती, फावड़ा व कुदाल थामकर लोगों के साथ मुरार नदी को साफ करने उतरे वरिष्ठ अफसर
ग्वालियर। नदियों व जलाशयों को पुनर्जीवन देना “जल गंगा संवर्धन अभियान” का अहम पहलू है। नागरिकों की भागीदारी से इस काम को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी सिलसिले में संभागीय आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े, कलेक्टर रुचिका चौहान व नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह शुक्रवार को गेंती, फावड़ा, कुदाल व तस्सल थामकर स्थानीय निवासियों के साथ साफ-सफाई के लिये मुरार नदी में उतरे। सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने श्रमदान कर मुरार की जीवन रेखा कही जाने वाली प्राचीन नदी को पुनर्जीवित करने में सभी से सहयोग करने का आह्वान किया।
राज्य सरकार की पहल पर शुरू हुए “जल गंगा संवर्धन अभियान” के तहत भूमि जल व वर्षा जल को सहेजने के लिए पुरानी जल संरचनाओं को पुनर्जीवित करने का काम किया जा रहा है। विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून से निरंतर ग्वालियर शहर सहित जिले के अन्य कस्बों एवं ग्रामीण अंचल में जन सहभागिता से जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू हुआ है। यह अभियान 16 जून तक चलेगा। इसी क्रम में मुरार नदी क्षेत्र में वरिष्ठ अधिकारी पहुँचे और मुरार नदी में कचरा हटाकर साफ-सफाई शुरू की। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ स्थानीय लोगों ने भी हाथ बटाया। साथ ही निगम की मशीनरी की मदद से कचरा नदी से बाहर निकाला गया।
संभागीय आयुक्त डॉ. सुदाम खाडे ने श्रमदान के दौरान कहा कि भूमि का जल स्तर लगातार गिरता जा रहा है। हमें वर्षा जल सहेजने के लिए साझा प्रयास करने होगें। यह काम अकेले शासन व प्रशासन से संभव नहीं है। इसमें समाज को भी कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करना होगा। कलेक्टर रूचिका चौहान ने कहा कि जिले में हर दिन जल संरचनाओं को सहेजने का कार्य किया जाएगा। जिले के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों से होकर बह रहीं नदियों, सहायक नदियों, बाँध, तालाब व अन्य जल संरचनाओं के जीर्णोद्धार एवं संरक्षण कार्य के लिये सुनियोजित योजना बनाई गई है।
इस कार्ययोजना को समाज की भागीदारी से मूर्तरूप दिया जायेगा। नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र की जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार तथा पौधारोपण के साथ साथ जल संरचनाओं को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। इस अवसर पर अपर आयुक्त नगर निगम विजय राज, एसडीएम मुरार अशोक चौहान, सहायक सिटी प्लानर प्रदीप जादौन व क्षेत्राधिकारी प्रगति गोस्वामी सहित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने भी श्रमदान में सहभागिता की।
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