G News 24 : जल्द ही टोल प्लाजा पर FASTags की गड़बड़ी से होने वाली किचकिच से मिलेगी मुक्ति !

 NHAI अपनी धांसू स्कीम को लागू करने के लिए एक कदम आगे बढ़ गया है...

जल्द ही टोल प्लाजा  पर FASTags की गड़बड़ी से होने वाली किचकिच से मिलेगी मुक्ति !

जल्द ही आपको वाहनों पर लगे फास्टैग को पढ़ने में होने वाली तकनीकी खामियों के कारण टोल प्लाजा के दरवाजों पर रुकना नहीं पड़ेगा. एनएचएआई अपनी धांसू स्कीम को लागू करने के लिए एक कदम आगे बढ़ गया है. जिसके तहत अब टोल प्लाजा पर बिना रुके सीधे सैटेलाइट से टोल टैक्स कट जाएगा. भारत में वो दिन दूर नहीं जब टोल प्लाजा पर लगने वाली भीड़, बवाल और तमाम तरह के झगड़े झंझट दूर की कौड़ी बन जाएंगे. भारत सरकार जल्द ही एक ऐसा सिस्टम लाने जा रही है जिससे आपको देश के किसी भी नेशनल हाईवे पर रुकने की जरूरत नहीं होगी और आपकी गाड़ी बिना किसी रुकावट के फर्राटा भरते हुए अपनी मंजिल पर पहुंचा जाया करेगी. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने सैटेलाइट बेस्ड इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली को लागू करने के लिए दुनिया भर से निविदाएं और अभिरुचि पत्र (EOI) आमंत्रित किए हैं.

चिंता से मुक्ति

TOI की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसके साथ ही NHAI ने ने FASTag के जरिए टैक्स के लेनदेन को यात्रियों के लिए परेशानी मुक्त बनाने के लिए टोल प्लाजा पर IT सिस्टम और हार्डवेयर की तैनाती में एक बड़े बदलाव का आदेश दिया है. एजेंसी इस काम में उन्ही कंपनियों को मौका देगी जिनके पास इस काम का विस्तृत अनुभव होगा. इस काम का टेंडर पाने वाली कंपनी को अनिवार्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के मानकीकरण परीक्षण और गुणवत्ता प्रमाणन निदेशालय द्वारा प्रमाणित निर्माताओं से ही अपने उपकरण खरीदने होंगे.

'गलती की गुंजाइंश नहीं'

टोल प्रबंधन के लिए जिम्मेदार NHAI की यूनिट IHMCL द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक उसके साथ काम करने के लिए कंपनी के पास एंटीना के साथ RFID रीडर, ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडर, Toll Lane कंट्रोलर और Toll Plaza सर्वर समेत अपनी सभी उपकरणों के लिए STQC सर्टिफिकेशन यानी प्रमाणीकरण अनिवार्य होगा.

नए विनिर्देशों के अनुसार, सिस्टम इंटीग्रेटर्स को IHMCL को एक वचन देना होगा कि यदि उपकरण के कारण उन्हें निर्दिष्ट टोल प्लाजा पर कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो एजेंसी को पैनल को तुरंत सस्पेंड करने और उसकी बैंक गारंटी जब्त करने का अधिकार होगा. 

अब सैटेलाइट से कटेगा टोल

NHAI ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (GNSS) पर आधारित इस व्यवस्था से राष्ट्रीय राजमार्गों पर चलने वाले लोगों को बिना रुके टोल देने का नायाब और बेहतरीन अनुभव मिलेगा.

वो दिन दूर नहीं जब Toll बूथ सिस्टम खत्म होगा

NHAI की इस पहल का मकसद राजमार्गों पर मौजूदा टोल बूथ प्रणाली को खत्म करना है. एजेंसी के एक अधिकृत बयान के मुताबिक, 'देश के सभी नेशनल हाईवेज का इस्तेमाल करने वालों को बाधा-रहित टोल संग्रह अनुभव देने और टोल संचालन की दक्षता तथा पारदर्शिता बढ़ाने के लिए, NHAI की कंपनी भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड (IHMCL) ने भारत में GNSS-आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली के विकास और उसे लागू करने के लिए योग्य कंपनियों से EOI मंगाया है.'

बयान में कहा गया है कि NHAI मौजूदा फास्टैग व्यवस्था के भीतर ही GNSS आधारित इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह (ETC) सिस्टम लागू करने की योजना बना रहा है. शुरुआत में पायलट प्रोजेक्ट के तहत एक मिश्रित मॉडल को अपनाने की योजना है जिसमें RFID आधारित ETC और GNSS आधारित ETC, दोनों एक साथ काम करेंगे.

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