फर्क -एक परिवार ने 60 वर्षों तक भारत में राज किया फिर भी मन है कि मानता ही नहीं ...
मोदी ने देश सेवा का संकल्प लिया और मां की अंत्येष्टि के दो घंटे बाद ही भारत माता की सेवा में आ गए !
उज्जैन। भारत देश एक मात्र विश्व का ऐसा देश है, जिसमें देश में सबसे पहले भारत माता की जय की जाती है। हम सब बोलते हैं, भारत माता की जय। अन्य किसी देश में इस प्रकार की व्यवस्था नहीं है। इसी से स्पष्ट होता है कि भारत देश में नारी तू नारायणी सतयुग से लेकर आज तक चलता आ रहा है। यह बात भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा के सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कही। मुख्यमंत्री बोले, विश्व में भारत एक मात्र ऐसा देश, जिसे माता कहा जाता है। मध्यप्रदेश की धरती पर रानी दुर्गावती, अवंतीबाई और अहिल्या माता जैसी नारी शक्ति हुई, जिन्होंने देश भर में प्रदेश का मान बढ़ाया।
सीएम मोहन ने कहा, मध्यप्रदेश में जबलपुर में रानी दुर्गावती ऐसी रानी हुई, जिसने जीते जी पूरी ताकत से मुगलों से युद्ध लड़ा और जब उन्हें लगा कि वे शहीद हो सकती हैं तो उन्होंने अपने खास सैनिक से कहा, मेरा शरीर जीते जी दुश्मनों के हाथ न लगे। इसलिए उन्होंने खुद हाथ से अपने सीने में कटार घोप ली। इसके अलावा अवंती बाई और अहिल्याबाई जैसी वीरांगनाएं भी मध्यप्रदेश में हुई, जिनका अपना स्वर्णिम इतिहास रहा। इस चुनाव में लड़ाई दो मां के बीच है, एक मां वो जिसको अपने दोनों बेटा और बेटी को पार्टी के सर्वोच्च पद पर बैठाने के लिए प्रयास करते हुए देखते हैं और दूसरी तरफ वह मां जिनके पुत्र ने देश सेवा का संकल्प लिया और मां की अंत्येष्टि के दो घंटे बाद ही भारत माता की सेवा में आ गए।
सीएम मोहन बोले, एक तरफ ऐसी मां जिनकी पीढ़ियां भारत में राज करती आ रही हैं। उसके पति उसकी सास उसके नाना ससुर सभी ने 60 वर्षों तक भारत में राज किया और अभी भी इन लोगों का पेट नहीं भरा है। अब आप नारी शक्ति को तय करना है कि हमें किस माता के पुत्र का साथ देना है, एक वह जो विदेश में जाकर हमारे देश की बुराई करे और दूसरा वह पुत्र जो विदेश में जाकर हमारा मस्तक ऊंचा करे। कार्यक्रम में संबोधित करते हुए सांसद प्रत्याशी अनिल फिरोजिया ने कहा, हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस देश का नाम और मस्तक पूरे विश्व में ऊंचा किया है। वहीं, नारी शक्ति के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है। महिलाओं के लिए लाड़ली बहना, लाड़ली लक्ष्मी जैसी अनेक योजनाएं चलाई, इससे महिलाओं के जीवन स्तर में काफी सुधार आया है।
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