G News 24 : विद्यार्थियों को हिंदी पत्रकारिता के उद्भव एवं विकास की जानकारी होना चाहिए :प्रो.एसएन महापात्रा

 जीवाजी विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययन केंद्र में मना पत्रकारिता दिवस...

 विद्यार्थियों को हिंदी पत्रकारिता के उद्भव एवं विकास की जानकारी होना चाहिए :प्रो.एसएन महापात्रा

ग्वालियर।  जीवाजी विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययन केंद्र में हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर आयोजित परिचर्चा में विभागाध्यक्ष प्रो.एसएन महापात्रा ने कहा कि पत्रकारिता के छात्रों को हिंदी पत्रकारिता के उद्भव एवं विकास की जानकारी होना चाहिए। इसके साथ भावी पत्रकारों को पाठक की पसंद व नापसंद का वैज्ञानिक विश्लेषण करना चहिए।

डॉ.भुवनेश तोमर ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता की शुरुआत 30 मई 1826 को कलकत्ता से प्रकाशित साप्ताहिक पत्र उदंत मार्तंड के प्रकाशन के साथ हुई थी। यह पत्र एक वर्ष सात माह तक प्रकाशित होने के बाद बंद हो गया परंतु पत्रकारिता जगत में इसका महत्वपूर्ण स्थान है।डॉ.सतेंद्र नगायच ने हिंदी पत्रकारिता के विकास पर प्रकाश डाला।

राघवेंद्र गोयल ने पत्रकारिता में हिंदी भाषा की गुणवत्ता बनाए रखने पर जोर दिया। पुष्पेंद्र सिंह ने हिंदी पत्रकारिता की वर्तमान चुनौतियों का उल्लेख किया।कार्यक्रम की शुरुआत पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष द्वारा मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर की गई।कार्यक्रम में छात्रों ने विचार व्यक्त किए। एमजेएमसी  छात्र भूपेंद्र राजेंद्र गौड़, वैशाली, श्रेया, काजल, विवेक, अर्पित और बीजेएमसी छात्र वंदना दिशा सिंह,आर्यन, गौरव, मिथलेश, कृष्णन, जगभान उपस्थित रहे।

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