33 साल के प्रज्वल पर महिलाओं से रेप, यौन उत्पीड़न और उन्हें निर्वस्त्र करने के आरोप हैं...
दादा देवगौड़ा ने पोते रेवन्ना को दी चेतावनी 'या तो सरेंडर कर दो या फिर मेरा गुस्सा झेलो !
'या तो सरेंडर कर दो या फिर परिवार का गुस्सा झेलना पड़ेगा.' ये शब्द पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कहे हैं अपने पोते प्रज्वल रेवन्ना से, जो कर्नाटक के हासन सीट से एनडीए के उम्मीदवार हैं. रेवन्ना पर कई महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया है.
33 साल के प्रज्वल पर जब महिलाओं ने आरोप लगाए तो पूरे देश में खलबली मच गई. इन आरोपों में रेप, यौन उत्पीड़न, महिला को निर्वस्त्र करना और पीड़ितों को डराने-धमकाने के लिए जबरन यौन कृत्यों की वीडियोग्राफी शामिल है. विपक्ष ने इसे जमकर मुद्दा बनाया. किडनैपिंग और यौन शोषण मामले में एचडी रेवन्ना भी आरोपी हैं. उनको इस महीने की शुरुआत में गिरफ्तार किया गया था. लेकिन फिलहाल वह बेल पर बाहर हैं.
एचडी देवगौड़ा ने एक सार्वजनिक खत में लिखा, 'मैंने 18 मई को प्रज्वल रेवन्ना के बारे में मीडिया से बात की थी, जब मैं मंदिर पूजा के लिए जा रहा था. उसने मुझे, परिवार, दोस्त और पार्टी कार्यकर्ताओं को जो दर्द और शॉक दिया है, उससे उबरने में मुझे कुछ वक्त लगेगा. मैंने पहले ही कह दिया है कि अगर वह दोषी पाया जाए तो उसे सख्त सजा दी जाए. मेरे बेटे और पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने भी आरोपों के बाद यही बात कही है.'
रिपोर्ट के मुताबिक, हासन सीट पर चुनाव होने के बाद प्रज्वल 27 अप्रैल को जर्मनी चले गए थे. इस सीट से वह दोबारा चुनाव लड़ रहे थे. वे ऐसे वक्त पर विदेश गए, जिसके कुछ दिन बाद ही महिलाओं ने उन पर ये आरोप लगाए. उनके विदेश जाने से विपक्षी दलों के आरोप और तेज हो गए. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के आदेश पर इंटरपोल ने एक ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है और एक स्पेशल कोर्ट ने गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया है.
छलक उठा देवगौड़ा का दर्द
खत में देवगौड़ा का दर्द साफ छलका. उन्होंने बताया कि कैसे इन आरोपों से उनके और उनके परिवार पर असर पड़ा. उन्होंने कहा कि अगर प्रज्वल गुनहगार साबित होता है तो उसे सख्त सजा मिलनी चाहिए. प्रज्वल देवगौड़ा के बेटे एचडी रेवन्ना के बेटे हैं.
अपने खत में प्रज्वल को देवगौड़ा ने अल्टीमेटम भी दिया है. इसमें उन्होंने कहा कि भारत लौटो और खुद को कानून के हवाले कर दो. उन्होंने कहा कि अगर प्रज्वल ने ऐसा नहीं किया तो उनको परिवार का गुस्सा झेलना पड़ेगा और अलग-थलग कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि ना तो वह और ना ही परिवार का कोई सदस्य कानूनी प्रक्रिया में किसी तरह की दखलअंदाजी करेगा.
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