कर्ज लेने की योजनाओं पर मांगा स्पष्टीकरण...
अनिल अंबानी की कंपनी के बिकने पर लटकी तलवार !
बीमा नियामक इरडा (IRDAI) ने अनिल अंबानी की कर्ज में डूबी रिलायंस कैपिटल के लिए हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स (IIHL) की समाधान योजना पर कुछ आपत्तियां जताईं हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी। भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण ने रिलायंस कैपिटल के प्रशासक नागेश्वर राव वाई को हाल में लिखे एक पत्र में कहा कि आईआईएचएल की समाधान योजना बीमा नियमों के अनुरूप नहीं है।
नियामक ने उस इक्विटी पूंजी के बारे में स्पष्टीकरण मांगा है, जिसे आईआईएचएल निवेश करने के लिए तैयार है। सूत्रों ने कहा कि नियामक ने उस लोन के बारे में आपत्ति व्यक्त की है, जिसे आईआईएचएल ने रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण के लिए जुटाने की योजना बनाई है। इरडा की राय है कि प्रमोटर्स को अपनी पूंजी निवेश करनी चाहिए, क्योंकि बीमा कंपनियां पॉलिसीधारकों के धन का प्रबंधन करती हैं और एक नियामक के रूप में पॉलिसीधारकों के हितों की सुरक्षा उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
पत्र में कंपनी की कर्ज लेने की योजनाओं के बारे में स्पष्टीकरण भी मांगा है। नियामक ने रिलायंस कैपिटल की हिस्सेदारी आईआईएचएल को हस्तांतरित होने के बाद एफडीआई तय सीमा से अधिक होने की आशंका भी व्यक्त की है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण ने 27 फरवरी, 2024 को रिलायंस कैपिटल के लिए आईआईएचएल की 9,650 करोड़ रुपये की समाधान योजना को मंजूरी दी थी।
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