बाप और चाचा की हत्या होने के एक साल बाद ...
अतीक के बेटों की अपराधी हिस्ट्री के पन्ने खोलने का योगी सरकार ने लिया फैसला !
15 अप्रैल 2023 को अतीक और अशरफ की हत्या कर दी गई थी. दोनों की हत्या के आरोपी फिलहाल जेल में बंद हैं और उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया जारी है. इधर दूसरी तरफ बाप और चाचा की हत्या होने के एक साल बाद अतीक के बेटों की अपराधिक हिस्ट्री के पन्ने खोलने का योगी सरकार ने लिया फैसला लिया है।
माफिया अतीक अहम और उसके भाई अशरफ की बरसी पर बड़ी खबर आई है. अतीक की तरह बेटे उमर और अली भी हिस्ट्रीशीटर हो गए हैं. 14 अप्रैल 2024 को धूमनगंज पुलिस ने अली और उमर की हिस्ट्री शीट खोली गई है. जेल में बंद उमर और अली पर निगरानी रखने के लिए हिस्ट्री शीट खोली गई. हिस्ट्री शीट खोलने के बाद अली और उमर भी अपने पिता अतीक अहमद की तरह पुलिस रिकॉर्ड में शातिर अपराधी बन गए हैं. अतीक अहमद के खिलाफ गैंगस्टर समेत कुल 101 केस दर्ज थे.
अतीक और अशरफ की गतिविधियों पर निगरानी के लिए पुलिस ने उनकी हिस्ट्री शीट खोली थी. अतीक का हिस्ट्री शीट नंबर 39 ए और अशरफ का हिस्ट्री शीट नंबर 93 ए था. जबकि उमर की हिस्ट्री शीट 57 बी और अली की हिस्ट्री शीट 48 बी खोली गई है. लखनऊ जेल में बंद उमर के खिलाफ तीन केस दर्ज हैं.
उमर को सीबीआई ने देवरिया जेल कांड में आरोयोहीपित किया है. पुलिस ने उमर को उमेश पाल शूटआउट केस में भी आरोपी बनाया है. जबकि अली अहमद नैनी सेंट्रल जेल में बंद है. अली के खिलाफ अब तक 12 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. उसे भी उमेश पाल शूटआउट केस में आरोपी बनाया गया है. अतीक की तरह अली पर भी कई गंभीर मामलों में मुकदमे दर्ज हैं.
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