रफ्तार को काबू में रखने के लिए सड़कों पर कुछ नियमों के आधार पर बनाए जाते हैं स्पीड ब्रेकर
अगर गली में बने हैं ऊंचे स्पीड ब्रेकर तो कर सकते हैं शिकायत...
गाड़ियों की बेकाबू रफ्तार को काबू में रखने के लिए सड़कों पर स्पीड ब्रेकर बनाए जाते हैं. आमतौर पर ये स्पीड ब्रेकर उन सड़कों पर होते हैं, जो काफी बिजी होती हैं या फिर जहां लोग अक्सर सड़क क्रॉस करते हैं. कई लोग अपनी गलियों में भी स्पीड ब्रेकर बनवा लेते हैं, ये स्पीड ब्रेकर नहीं बल्कि कार के लिए डेंट ब्रेकर बन जाते हैं, क्योंकि इन्हें इतना ऊंचा बनाया जाता है कि हर कार का निचला हिस्सा इनसे टकराता है. कई जगहों पर तो हर तीसरे या चौथे घर के आगे ऐसे स्पीड ब्रेकर बने होते हैं, जिनसे लोग परेशान रहते हैं. आज हम आपको स्पीड ब्रेकर को लेकर बने नियमों के बारे में बताएंगे.
ब्रेकर की कर सकते हैं शिकायत
बड़े और ऊंचे स्पीड ब्रेकर से परेशान लोग जब भी उस गली या सड़क से निकलते हैं तो बनाने वाले को लगातार कोसते रहते हैं, हालांकि कुछ ही देर बाद इसे भूल जाते हैं. अगर आप भी ऐसा ही करते हैं तो आप गलत कर रहे हैं, आप ऐसे स्पीड ब्रेकर की शिकायत कर सकते हैं. अगर स्पीड ब्रेकर गली में बने हैं तो आप नगर निगम से इसकी शिकायत कर सकते हैं. वहीं अगर बाहर मेन रोड पर ऐसे स्पीड ब्रेकर बन गए हैं तो आप सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर इसकी शिकायत कर सकते हैं.
स्पीड ब्रेकर को लेकर नियम
अब आपको उन नियमों के बारे में बताते हैं, जो स्पीड ब्रेकर को लेकर बनाए गए हैं. स्पीड ब्रेकर के मानक पहले से ही तय किए गए हैं, जिनके हिसाब से स्पीड ब्रेकर्स को बनाया जाता है. गाइडलाइन कहती है कि स्पीड ब्रेकर की ऊंचाई 4 इंच से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. साथ ही दोनों तरफ दो मीटर के स्लोप होने जरूरी हैं. यानी सिर्फ ऊंचाई वाला ब्रेकर नहीं बनाया जा सकता है. स्लोप से किसी भी गाड़ी के टायर आराम से चढ़कर उतर जाते हैं और कार की बॉडी ब्रेकर से नहीं टकराती है. इसके अलावा स्पीड ब्रेकर पर मार्किंग भी जरूरी होती है, जिससे दूर से ही पता चल जाए कि आगे ब्रेकर है.
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