तन और मन को स्वस्थ्य रखने के लिए पाँच दिवसीय योग शिविर का शुभारम्भ...
मनुष्य बीमारियों से परेशान है क्योकि उसकी आंतरिक शक्ति उतनी नहीं है, जितनी होनी चाहिए
ग्वालियर। आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा स्वच्छ और स्वस्थ्य समाज थीम के अंतर्गत प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की भगिनी संस्था राजयोग एजुकेशन एंड रिसर्च फाऊंडेशन की मेडिकल विंग द्वारा तन और मन को स्वस्थ्य रखने के लिए प्रातः 6 बजे से 7:30 बजे तक पाँच दिवसीय योग शिविर का शुभारम्भ प्रभु उपहार भवन माधौगंज केंद्र पर हुआ।
शिविर के शुभारम्भ में राजयोग प्रशिक्षका ब्रह्माकुमारी आदर्श दीदी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय यदि देखा जाए तो मनुष्य शारीरिक बीमारियों से ज्यादा परेशान है। क्योकि आंतरिक शक्ति उतनी नहीं है, जितनी होनी चाहिए। थोडा भी यदि हम क्षमता से ज्यादा कार्य करते है, तो थकान होने लगती है। और बीमार पड़ जाते है। यदि हम शारीरिक रूप से स्वस्थ्य रहना चाहते है। तो हमें प्रतिदिन वॉक, योग-प्राणायाम, ध्यान आदि के लिए समय निकालना ही चाहिए। यदि हम प्राणायाम की बात करे तो रोज सुबह-सुबह प्राणायाम करने के बहुत फायदे है। जैसे - यह शरीर के आलस्य को दूर कर आपके दिमाग को ताजा और स्वस्थ्य रखने में मदद करता है।
- फेंफडों को तथा ह्रदय को स्वस्थ्य रखता है।
- प्राणायाम करने से मांसपेशियों को आराम मिलता है।
- अच्छी नींद आती है।
- भूख भी अच्छी लगती है।
- एकाग्रता बढती है|
- यह शरीर में रक्त संचार को भी ठीक रखता है।
- यह हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में भी मदद करता है।
इसके साथ ही दीदी ने आगे कहा कि मन को स्वस्थ्य रखना चाहते है, तो आप प्रतिदिन ध्यान (मेडिटेशन) को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाकर, तनाव मुक्त जीवन जी सकते है। क्योकि ध्यान तनाव दूर करने का कारगर उपाय है। मन में निराशा और थकान ही शरीर में रोगों का कारण है। तो ध्यान इसमें हमारी बहुत मदद करता है। राजयोग ध्यान से हमारे संबंधों में भी मधुरता आती है। तत्पश्चात दीदी ने एवं बीके सुरभि ने सभी को योगाशन, प्राणायाम एवं राजयोग ध्यान का अभ्यास कराया। शिविर का अनेकानेक लोगो ने लाभ लिया।
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