G News 24 : तबाही का संकेत दे रही है चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा के आगमन-प्रस्‍थान की सवारी !

  चैत्र नवरात्रि की शुरुआत 9 अप्रैल, मंगलवार से...

तबाही का संकेत दे रही है चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा के आगमन-प्रस्‍थान की सवारी !

चैत्र शुक्‍ल प्रतिपदा से चैत्र नवरात्रि शुरू होती है. इसी दिन से हिंदू नव वर्ष भी प्रारंभ होता है. चैत्र शुक्‍ल नवमी को राम नवमी के दिन नवरात्रि समाप्‍त होती हैं. राम नवमी को प्रभु राम का जन्‍मोत्‍सव मनाया जाता है. इस साल चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल को शुरू हो रही हैं, वहीं 17 अप्रैल राम नवमी के दिन नवरात्रि का समापन होगा. नवरात्रि के शुरुआत के दिन से ही तय होता है कि मां दुर्गा के आगमन की सवारी क्‍या होगी और इसका देश-दुनिया पर क्‍या असर पड़ेगा. 

घोड़े पर होगा मातारानी का आगमन 

देवी दुर्गा शेर पर सवार होती हैं, लेकिन नवरात्रि में आगमन और प्रस्‍थान की सवारी का निर्धारण सप्‍ताह के उस दिन से होता है, जिस दिन नवरात्रि की शुरुआत और समापन हो रहा होता है. धर्म-शास्‍त्रों के अनुसार जब शनिवार और मंगलवार को नवरात्रि की शुरुआत होती है तो माता की सवारी घोड़ा होता है. माता का घोड़े पर सवार होकर आना अशुभ संकेत माना जाता है. घोड़े पर माता का आगमन सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में बड़े बदलाव लाता है. साथ ही यह युद्ध और अशांति का भी संकेत माना जाता है. देश-दुनिया में बड़े राजनीतिक परिवर्तन हो सकते हैं. साथ ही यह प्राकृतिक आपदा भी ला सकता है. 

हाथी पर होगा प्रस्‍थान 

नवरात्रि 17 अप्रैल, बुधवार को समाप्‍त हो रही हैं. नवरात्रि का समापन बुधवार को होने पर माता के प्रस्‍थान की सवारी गज या हाथी होती है. माता का हाथी पर सवार होकर प्रस्‍थान करना शुभ संकेत होता है. यह अच्‍छी बारिश, खुशहाली और तरक्‍की का संकेत होता है. अच्‍छी फसल होती है और किसानों को फायदा होता है. 

घटस्‍थापना का शुभ मुहूर्त 

इस साल चैत्र नवरात्रि पर घटस्‍थापना का शुभ मुहूर्त 9 अप्रैल की सुबह 6 बजकर 12 मिनट से 10 बजकर 23 मिनट है. यानी कि चैत्र नवरात्रि के पहले दिन घटस्‍थापना और पूजा-पाठ के लिए 4 घंटे 11 मिनट का शुभ समय मिलेगा. वहीं घटस्‍थापना के लिए अभिजीत मुहूर्त 9 अप्रैल की दोपहर 12 बजकर 3 मिनट से 12 बजकर 53 मिनट तक यानी कि 50 मिनट का रहेगा.

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