G News 24 : एल्विश यादव की नकली लाइफस्टाइल का खुला कच्चा चिट्ठा !

 एल्विश यादव के मां-बाप का शॉकिंग खुलासा...

एल्विश यादव की नकली लाइफस्टाइल का खुला कच्चा चिट्ठा !

एल्विश यादव की गिरफ्तारी को तीन दिन बीत चुके हैं,  उसका परिवार परेशान और बेहाल है। उसकी मां ने तीन दिन से खाने की ओर नहीं देखा है, वहीं उनके पिता ने कई नए दावे किए है, जिसे सुनने के बाद आपको भी शॉक लग सकता है। स्नेक वेनम केस में फंसे एल्विश यादव की लाइफस्टाइल को लोग काफी हाई-फाई समझते थे, लेकिन अब उनके पिता ने उनकी नकली लाइफस्टाइल की हकीकत दुनिया को बता दी है। उनके पिता का कहना है कि उनके पास कोई ऐसी लग्जरी चीज नहीं, जो वीडियोज में देखने को मिलती थीं। साथ ही कहा कि उनका बेटा उधार मांगकर लग्जरी लाइफस्टाइल व्लॉग्स में दिखाया करता था। 

मां-बाप का शॉकिंग खुलासा

एल्विश यादव की गिरफ्तारी के बाद मीडिया से बात करते हुए उनके माता-पिता ने इस बात से इनकार किया कि उनके पास कोई जमीन या फ्लैट है। साथ ही कहा कि जैसा व्लॉग्स में दर्शाया गया कि उनके पास दुबई में 8 करोड़ रुपये का घर है, वो सरासर गलत है। एल्विश को अपने वीडियो में मर्सिडीज और पोर्श जैसी स्पोर्ट्स कारों के साथ लग्जरी लाइफस्टाइल का शो ऑफ करते देखा जाता रहा है। अब उनके माता-पिता ने इस पर भी पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने कहा कि एल्विश यादव के पास ऐसी कोई गाड़ी नहीं है। उन्होंने खुलासा किया कि यादव के पास केवल एक टोयोटा फॉर्च्यूनर और एक वैगन-आर है, वो भी लोन पर ली हुई। साथ ही पिता ने ये साफ किया कि वीडियो में नजर आने वाली सभी लग्जरी चीजें जैसे गाड़ियां वो अपने दोस्तों से शूट के लिए उधार पर लेता है, जिसे बाद में वापस कर देता है। 

पिता का नया दावा

इसी दौरान एल्विश यादव की मां ने खुलासा किया कि उन्होंने पिछले 3 दिनों से कुछ भी नहीं खाया है। उनका कहना है कि बेटे के जेल जाने के बाद से परिवार के सभी लोग परेशान हैं। एल्विश यादव के पिता ने भी अब एक नया दावा किया है। उन्होंने साफ कहा कि एल्विश द्वारा अपराध स्वीकार करने के खिलाफ मीडिया द्वारा चलाई जा रही खबरें पूरी तरह से फर्जी और निराधार हैं। उनके पिता ने कहा, 'उसने बोला मुझसे तो कुछ पूछा ही नहीं है और मैं क्यों कबूल करूंगा जब मैंने कुछ किया ही नहीं है।'

जानें पूरा मामला

एल्विश यादव पर नोएडा पुलिस ने 29 एनडीपीएस एक्ट लगाया है। 29 एनडीपीएस एक्ट तब लगाया जाता है जब कोई नशे से जुड़ी साजिश जैसे नशे की खरीद-फरोख्त में शामिल होता है। इस अधिनियम के तहत दर्ज आरोपियों को आसानी से जमानत भी नहीं मिलती है। पिछले साल पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) संगठन की शिकायत के आधार पर नोएडा पुलिस ने सेक्टर 51 स्थित एक बैंक्वेट हॉल पर छापा मारा था और पांच लोगों को गिरफ्तार किया था।

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