पुलिस वारदात में शामिल साजिद का एनकाउंटर कर चुकी है...
बदायूं के हत्यारे साजिद ने बच्चों को मौत की नींद सुलाकर बोला 'आज काम पूरा हुआ...
wanted पुलिस साजिद का एनकाउंटर कर चुकी है
बदायूं में 2 मासूम बच्चों की बेरहम हत्याओं से परिवार के लोग अभी भी सदमे में हैं. पुलिस इस वारदात में शामिल साजिद का एनकाउंटर कर चुकी है, जबकि दूसरे आरोपी जावेद की तलाश कर रही है. इस बीच आरोपियों के पिता को पुलिस अपनी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. इस मामले में अबतक ये साफ नहीं हो पाया कि आखिरकार बच्चों का मर्डर किया क्यों गया. इस मामले मृतक बच्चों के पिता विनोद ने थाने में एफआईआर दर्ज करवाकर पूरे घटनाक्रम का विस्तार से उल्लेख किया है. यह वो एफआईआर है, जिसे पढ़कर आप भी उन दरिंदों की वहशीपन को जान कांप जाएंगे।
'बीवी की डिलीवरी के नाम पर मांगे 5 हजार रुपये'
एफआईआर में पिता ने कहा, 'हमारे घर के सामने साजिद और जावेद नाई की दुकान करते थे. पड़ोस में होने की वजह से उनका हमारे घर पर आना जाना था. मंगलवार शाम 7.30 बजे बजे मोटरसाइकल से उतरकर साजिद हमारे घर के अंदर आया. उस वक्त घर में मेरी पत्नी संगीता, मेरी मां मुश्री देवी और 3 छोटे बच्चे, आयुष 13 वर्ष पीयूष 9 वर्ष और आहान 6 वर्ष थे. साजिद ने घर आकर मेरी पत्नी से कहा कि उसकी बीवी की डिलीवरी होनी है. इसके लिए डॉक्टरों ने रात 11 बजे का समय दिया गया है. उसने डिलीवरी के लिए 5 हजार रुपये की मदद मांगी. मेरी पत्नी संगीता उसकी मदद करने के लिए कमरे के अंदर पैसे लेने चली गई थी।
'बाइक लेकर बाहर खड़ा था जावेद'
पीड़ित पिता ने आगे कहा, जब साजिद कमरे के अंदर था तो उसका भाई जावेद बाइक के पास बाहर खड़ा था. साजिद ने मेरे बीच वाले बेटे पीयूष से खैनी की पुड़िया लाने के बहाने बाहर भेज दिया. इसके बाद साजिद ने कहा कि आज मेरा मन थोड़ा घबरा रहा है. इसके बाद ताजी हवा लेने के लिए वह अहान को साथ लेकर घर की तीसरी मंजिल पर चला गया. साथ ही उसने आयुष से पानी लाने के लिए कहा था।
'आज मैंने अपना काम पूरा कर दिया'
जब वो ऊपर जा रहा था तो उसने अपने भाई जावेद को भी अन्दर बुला लिया. वे दोनों भाई आयुष और आहान को साथ लेकर ऊपर चले गए. कुछ देर बाद जब मेरी पत्नी संगीता अंदर से पैसे लेकर बाहर आई तो साजिद और जावेद सीढ़ियों से उतर रहे थे. उनके हाथ में खून से सनी हुई छुरी थी. मेरी पत्नी पत्नी को देखते ही साजिद ने कहा, आज मैने अपना ये काम पूरा कर दिया है.रोंगटे खड़े कर देने वाला था मंजर, बच्चों के शव देख भड़के लोगों ने फूंकी आरोपी की दुकान, बदायूं में भारी फोर्स तैनात कर दी गई है।
मंझले बेटे को भी मारने की कोशिश'
उसके हाथ में खून से सनी छुरी देखकर मेरी पत्नी घबरा गई और जोर से चिल्लाई. इसी दौरान मेरा मंझला बेटा पीयूष बाहर से पुड़िया लेकर आया तो जावेद ने उसे देखते ही छुरी से मारने की कोशिश की, जिससे उसके हाथ में गंभीर चोटें आई हैं. परिवार की चीख-पुकार सुनकर इसे देख पड़ोस के लोग वहां इकट्ठे हुए तो जावेद वहां से भाग गया, जबकि साजिद को लोगों ने पकड़ लिया. इसके बाद मेरी पत्नी ने ऊपर जाकर देखा तो दोनों बच्चे खून से लथपथ जमीन पर पड़े थे और उनकी मौत हो चुकी थी।
जावेद से मेरी कोई दुश्मनी नहीं थी फिर क्यों किया मेरे दोनों बच्चों का मर्डर?
पीड़ित पिता ने कहा, 'साजिद और जावेद से मेरी कोई दुश्मनी नहीं थी. मुझे पता नहीं उन दोनों ने मेरे बच्चों का मर्डर क्यों किया. उन्होंने तालिबानी तरीके से मेरे बच्चों को क्यों मारा. मेरे बच्चों ने उनका क्या बिगाड़ा था. इस मामले में सच सामने आना चाहिए. वारदात के बाद बाद में पुलिस ने आरोपी साजिद का एनकाउंटर कर दिया, जबकि जावेद अभी तक फरार है. पुलिस उसकी तलाश में कई जगह दबिश डाल रही है लेकिन उसका अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है।
मैं गर्भवती नहीं हूं- हत्यारे साजिद की बीवी
इस दोहरे हत्याकांड में एक बड़ा खुलासा हुआ है. एनकाउंटर में मारे गए साजिद की पत्नी ने बड़ा खुलासा किया है कि वह गर्भवती नहीं है. उसने ये भी कहा कि उसके पहले 2 बच्चे हुए थे लेकिन वो खत्म हो गए. बीवी ने कहा कि साजिद से उसकी कई दिन से बात नहीं हुई है. ऐसे में सवाल उठता है कि साजिद ने बीवी की डिलीवरी के नाम पर मृतक बच्चों की मां से 5 हजार रुपये क्यों मांगे. क्या दोनों भाई प्री-प्लान करके बच्चों की हत्या करने के लिए गए थे.मासूम बच्चों की हत्या के पीछे आखिर उनका मकसद क्या था. ये सब सवाल पीड़ित परिवार के साथ पुलिस के लिए भी पहेली बना हुआ है और इसका जवाब केवल जावेद के पास है, जो अभी फरार है. उसकी अरेस्टिंग के बाद ही इस हत्याकांड से पर्दा उठ सकेगा।
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