पुलिस की चेकिंग का डर दिखाकर...
कार से यात्रियों को लिफ्ट देकर लूटने वाले लुटेरों को पुलिस ने दबोचा !
ग्वालियर। पुलिस की चेकिंग का डर दिखाकर यात्रियों को ठगने वाले दो आरोपितों को क्राइम ब्रांच की टीम ने पकडा ह। बीते रोज ही इन दोनों ने ठगी की थी। इनके साथी अभी फरार है। जिनसे पूछताछ चल रही है। पकडे गए दोनों बदमाश दिल्ली के रहने वाले है। बीते रोज बस स्टैंड से एक यात्री को सियाज गाडी में सवार तीन युवकों ने मुरैना के लिए बैठाया था। यात्री गुजरात से आया था और मुरैना जा रहा था। उसे यह कहकर बैठाया था कि वह सरकारी गाडी है आसानी से मुरैन पहुंचा दें। रास्ते में पुलिस की चेकिंग का डर दिखाया और उससे रुपये निकलवा लिए। रुपये लेकर यह आरोपित भाग गए। उसके साथ 20 हजार रुपये की ठगी हुई थी।
इससे पहले महाराजपुरा क्षेत्र में भी इसी तरह की घटना हुई थी एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने क्राइम ब्रांच के डीएसपी नागेंद्र सिंह सिकरवार, एसआई राजीव सोलंकी और उनकी टीम को पडताल में लगाया। सीसीटीवी कैमरे से पडताल् की गई। इससे आरोपितों के भागने का रूट ट्रैक हो गया। इसके बाद रात को पडाव क्षेत्र में दो आरोपितों को पकड लिया। यह दोनों सियाज कार पर दूसरी गाडी का नंबर लगाकर कार चला रहे थे जिससे पुलिस को उलझा सकें। जब इनसे पूछताछ की गई तो इन्होंने ठगी करना स्वीकार किया। पकडे गए आरोपितों के नाम मेहताब पुत्र इकबाल खान उम्र 40 साल निवासी डी-285, नूरी इलाही, मोहनपुरी स्कूल के पास, भजनपुरा, दिल्ली और विपिन पुत्र यशवंत यादव उम्र 35 साल निवासी गली नंबर-9 मकान नंबर-एल 33 एस्मानपुर, नई दिल्ली है।
अलग-अलग शहरों में की वारदात
पकड़ी गई गैंग से पूछताछ करने पर सामने आया कि यह लोग दिल्ली से वारदात करने के लिए निकले थे। एक शहर में वारदात करने के बाद वह शहर छोड़ देते थे। पन्द्रह दिन पहले भिंड रोड पर वारदात की, फिर निकल गए थे। इसके बाद दोबारा ग्वालियर लौटे। बीती रात फिर वारदात करने के लिए आए थे।
मजदूर, कम पढ़े लिखे लोग टारगेट पर
पूछताछ में इन्होंने बताया कि ट्रेन से उतरने वाले मजदूर इनके टारगेट पर रहते हैं। यह बाहर रहकर काम करते हैं, वहां से लौटते हैं तो काफी पैसा इनके पास होता है। एक साथी स्टेशन पर चिन्हित करता है, बाकी बाहर कार में दूसरे साथी इंतजार कर रहे होते हैं।
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