पिता तो चले गए पर बेटे ने उनसे किया वादा वादा निभाया...
बेटे ने पहले दी पिता को मुखाग्नि फिर दिया बोर्ड एग्जाम !
महाराष्ट्र के लातूर में दसवीं कक्षा का एक स्टूडेंट अपने पिता का अंतिम संस्कार करने के कुछ घंटे बाद शुक्रवार को बोर्ड की परीक्षा में शामिल हुआ. जिसके लिए उसकी चौतरफा तारीफ हो रही है. एक अधिकारी ने बताया कि रुशिकेष के पिता रामनाथ पुरी की अहमदपुर तहसील के उनके पैतृक गांव ढालेगांव में गुरुवार शाम को अचानक मृत्यु हो गई. अधिकारी ने कहा, "रुशिकेष लातूर तहसील के बोरी-सलगारा गांव में अपने मामा के साथ रहता है क्योंकि वह राजीव गांधी विद्यालय में पढ़ता है, जबकि उसका परीक्षा केंद्र बोरी गांव में जिला परिषद माध्यमिक विद्यालय में था." उन्होंने कहा, "गुरुवार की शाम को पिता की मौत की जानकारी मिलने पर रुशिकेष ढालेगांव गांव गया. शुक्रवार सुबह अंतिम संस्कार किया गया।
रुशिकेष का एग्जाम सेंटर धालेगांव से 100 किलोमीटर दूर था और वह वहां नहीं पहुंच पाता, इसलिए लातूर डिविजनल बोर्ड के अध्यक्ष सुधाकर तेलंग और समूह शिक्षा अधिकारी बबनराव ढोकड़े ने यह सुनिश्चित किया कि वह गांव में ही परीक्षा दे." अधिकारी ने बताया कि रुशिकेष ने अपने पिता को खोने के बावजूद परीक्षा में बैठने का जो संकल्प दिखाया, उसके लिए सभी ने उसकी प्रशंसा की जा रही है।
पहले दिया इंटरव्यू फिर किया पिता का अंतिम संस्कार
ऐसी ही कहानी उत्तर प्रदेश पीसीएस 2023 में भी सामने आई थी. यह कहानी यूपीपीसीएस में 30वीं रैंक हासिल करने वाले आनंद सिंह राजपूत की है. जिस दिन आनंद का यूपीपीसीएस का इंटरव्यू था उससे एक दिन पहले ही उनके पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. इतने मुश्किल समय में उन्होंने खुद को संभाला और इंटरव्यू दिया और रैंक भी हासिल किया. सबकुछ ठीक था अगले दिन इंटरव्यू देने के लिए जाने की तैयारी चल रही थी. पिता की मौत की सूचना मिली तो पैरों तले जमीन खिसक गई समझ में नहीं आ रहा ता कि क्या किया जाए. इंटरव्यू देने जाया जाए या नहीं. मुश्किल समय में पूरे परिवार ने हिम्मत दी और इंटरव्यू देकर आया फिर पिता का अंतिम संस्कार किया।
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