G.NEWS 24 : बीजेपी में शामिल हो सकते हैं अधीर रंजन चौधरी !

INDIA गठबंधन में आई दरारों को भरने में जुटी कांग्रेस...

बीजेपी में शामिल हो सकते हैं अधीर रंजन चौधरी !

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कांग्रेस के समझौते की खबर के बीच बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी खासे नाराज हैं. उन्होंने कांग्रेस आलाकमान को पार्टी छोड़ने की धमकी दे डाली है. टीएमसी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर अंतिम राउंड की बातचीत चल रही है. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस INDIA गठबंधन में आई दरारों को भरने में जुटी है. कांग्रेस के बड़े नेता INDIA गठबंधन के साथियों से बातचीत कर रहे हैं. यही वजह है कि पश्चिम बंगाल में सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस और टीएमसी के बीच एक बार फिर बातचीत शुरू हो गई है. सूत्रों की मानें तो दोनों पार्टियां मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं, लेकिन इन सब के बीच खबर है कि पश्चिम बंगाल के कांग्रेस अध्यक्ष व लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी अपनी पार्टी से नाराज चल रहे हैं.उनकी नाराजगी ममता बनर्जी के साथ सीट बंटवारे को लेकर चल रही बातचीत की वजह से है. 

सूत्रों के मुताबिक, अधीर रंजन चौधरी ने कांग्रेस आलाकमान को पार्टी छोड़ने तक की धमकी दे दी है. उन्होंने यहां तक कह दिया है कि अगर टीएमसी के साथ गठबंधन होता है तो वो बीजेपी में भी शामिल हो सकते हैं. उनका अल्टीमेटम कांग्रेस आलाकमान के लिए बड़ा सिरदर्द बन सकता है. बंगाल में अधीर रंजन चौधरी लगातार ममता बनर्जी और टीएमसी पर हमलावर रहे हैं, जिसके बाद कहा जा रहा था कि सूबे में इंडिया गठबंधन का होना मुश्किल है. यहां तक ममता बनर्जी ने खुद ऐलान कर दिया था कि वह बंगाल में अकेले दम पर चुनावी मैदान में उतरेंगी. यह कोई पहली बार नहीं जो कांग्रेस का विकेट गिरने जा रहा है. 

पिछले 10 सालों में कांग्रेस के कई बड़े नेता पार्टी को छोड़ चुके हैं, जिसमें रीता बहुगुणा जोशी, कैप्टन अमरिंदर सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, गुलाम नबी आजाद, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद, बाबा सिद्दीकी, मिलिंद देवड़ा, अशोक चव्हाण, सुष्मिता देव, प्रियंका चतुर्वेदी, जितिन प्रसाद, अशोक तंवर, हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर, अशोक चौधरी, हिमंत बिश्व शर्मा, सुनील जाखड़, अश्वनी कुमार शामिल हैं. इधर, अब बंगाल में टीएमसी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर समझौते के आसार दिखाई दे रहे हैं. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कांग्रेस को 5 सीट देने को तैयार हो गई हैं, जबकि कांग्रेस ने6 से 8 सीट की मांग रखी है. दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत अंतिम दौर में है. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस और टीएमसी में अब 6 सीटों पर सहमति बनती दिख रही है. दोनों दलों के बीच 36-6 का फॉर्मूला तय हुआ है, यानि बंगाल में टीएमसी 36 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और कांग्रेस 6 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सूत्रों के मुताबित, कांग्रेस किन-किन सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इन बारे में फाइनल राउंड की बातचीत चल रही है. 

कांग्रेस की 5 सीटें तय हो गई हैं. ये सीटें बहरामपुर, रायगंज, दार्जिलिंग, मालदा उत्तर और मालदा दक्षिण हैं. इसके अलावा कांग्रेस ने मुर्शिदाबाद, जंगीपुर और पुरुलिया सीट की भी मांग की थी, लेकिन कांग्रेस का पुरुलिया सीट पर सबसे ज्यादा जोर है. ममता बनर्जी बंगाल की जिन पांच सीटों को कांग्रेस को देने के लिए राजी हुई हैं, उनके बारे में कुछ और डिटेल जान लीजिए. इनमें से दो सीटें कांग्रेस ने पिछले लोकसभा चुनाव में जीती थीं. ये सीटें बहरामपुर और मालदा दक्षिण हैं. बहरामपुर से कांग्रेस के दिग्गज नेता अधीर रंजन चौधरी सांसद हैं. तो वहीं, मालदा दक्षिण से अबू हसम खान चौधरी सांसद हैं, अबू हसम कांग्रेस के दिग्गज नेता अब्दुल गनी खान चौधरी के भाई हैं. कांग्रेस को रायगंज की भी सीट मिली है, जो प्रियरंजन दास मुंशी की पूर्व सांसद पत्नी दीपादास मुंशी की सीट है. इसके अलावा कांग्रेस को ममता के विरोध वाली दार्जिलिंग सीट मिली है और मालदा उत्तर की सीट भी मिली है, जहां से पिछले साल बीजेपी को जीत मिली थी.

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