ग्वालियर में नगर निगम द्वारा संचालित की जा रही है प्रदेश की सबसे बड़ी गौशाला...
इंदौर के न.नि.अपर आयुक्त ने तीन सदस्यीय टीम के साथ किया आदर्श गौशाला का भ्रमण
ग्वालियर। ग्वालियर में नगर निगम द्वारा संचालित की जा रही प्रदेश की सबसे बड़ी लाल टिपारा स्थित आदर्श गौशाला का इंदौर नगर निगम के अपर आयुक्त श्री मनोज चौरसिया के साथ तीन सदस्यीय टीम ने निरीक्षण किया। टीम ने इस दौरान गौशाला में गायों की संतों के मार्गदर्शन में नगर निगम के द्वारा की जा रही देखभाल को देखा। टीम ने बेहतर प्रबंधन को लेकर संतोष जताते हुए प्रशंसा भी की । रविवार को यह टीम अपने अन्य सदस्यों के साथ फिर से गौशाला का भ्रमण करेगी। जिसमें गायों को भोजन करने की व्यवस्था पेयजल व्यवस्था एवं उनके भ्रमण की व्यवस्था को देखा जाएगा।
इंदौर नगर निगम के अपर आयुक्त श्री मनोज चौरसिया के नेतृत्व में तीन सदस्य टीम ने शनिवार की शाम को नगर निगम की लाल टिपारा स्थित आदर्श गौशाला का निरीक्षण किया। निरीक्षण में सर्वप्रथम उन्होंने बीमार ब्लॉक, नंदी ब्लॉक एवं नवीन गौशाला को देखा। संत श्री ऋषभदेवानंद ने इंदौर नगर निगम के अधिकारियों को बताया कि लाल टिपारा गौशाला में गायों का संवर्धन भी किया जा रहा है। इसके लिए गौशाला में साहीवाल, गिर, थारपारकर, मालवीय, नस्ल के नंदी हैं। साथ ही विदेशी नस्ल के नंदियो को अलग शिफ्ट किया गया है। जिससे गौशाला में देसी नस्ल की गायों का संवर्धन हो सके।
नवीन गौशाला में देखा प्रबंधन
केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की सांसद निधि से बनाई गई नवीन गौशाला को टीम ने देखा । उन्हें बताया गया कि यहां पर 2000 गोवंश को रखा गया है। जबकि पुरानी गौशाला में 7000 से अधिक गोवंश रहता है। गौशाला में गायों की संख्या एवं उनके बेहतरीन रखरखाव के प्रबंधन को देखकर अधिकारियों ने प्रसन्नता जाहिर की।
गोबर गैस प्लांट पर देखा भोजन बनते हुए
अधिकारियों ने आदर्श गौशाला में बने गोबर गैस प्लांट से रसोई में भोजन बनते हुए भी देखा। उन्हें बताया गया कि यहां पर प्रतिदिन 500 से अधिक लोगों के लिए भोजन पकाया जाता है । इसमें गौशाला के गौ सेवक एवं शहर से गौ माता का पूजन करने के लिए आने वाले को वक्त प्रतिदिन भंडारा ग्रहण करते हैं।
भक्तों ने दी जन्मदिन पुण्यतिथि मनाने की जानकारी
अधिकारियों की टीम जिस समय गौशाला का भ्रमण कर रही थी उसे समय शहर से करीब एक दर्जन को भक्त भी गौशाला में मौजूद थे । उन्होंने बताया कि वह गौशाला में गौभोग लगाने के लिए आए हैं शहर से अधिकांश लोग पुण्यतिथि जन्मदिन एवं वैवाहिक वर्षगांठ इत्यादि अवसरो पर गौ माता का आशीर्वाद लेकर उन्हें को भोग लगाते हैं । साथ ही संतों का सत्संग भी सुनते हैं इसके कारण शहर में गौशाला गौशाला न रहकर एक गोधाम के रूप में विख्यात हो चुकी है।
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