शंभू बॉर्डर पर जबरदस्त बवाल की पूरी कवरेज !
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा तो भगदड़ जैसे हालात बने,छोड़े गए आंसू गैस के गोले,
देश की राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने किसानों के मार्च के मद्देनजर बवाना स्टेडियम को अस्थायी जेल में बदलने के केंद्र सरकार के अनुरोध को ठुकरा दिया है. यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मंगलवार को समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा ने दी. आगे यह भी बताया कि दिल्ली सरकार ने अस्थायी जेल बनाने के लिए केंद्र के अनुरोध को खारिज करते हुए कहा कि किसानों की मांग सही है, उन्हें गिरफ्तार करना गलत है.
नोएडा पुलिस ने भी बढ़ाई चौकसी !
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से दिल्ली के लिए निकलने से पहले किसान खाना बांट रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ दिल्ली के अलावा नोएडा पुलिस ने भी सभी बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी है. नोएडा पुलिस का कहना है कि वह दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर काम कर रही है. बॉर्डर वाले रोड पर ट्रैफिक जाम की समस्या है, लेकिन शहर अंदर की सड़कों पर ट्रैफिक सामान्य है.फतेहगढ़ साहिब से निकलने लगे किसान
पंजाब के फतेहगढ़ साहिब से 'दिल्ली चलो' मार्च के लिए किसान ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर निकलने लगे हैं. वहीं, किसानों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने शाहदरा बॉर्डर पर भी चौकसी बढ़ा दी है. यहां बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं और पुलिस फोर्स भी बढ़ा दी गई है. दिल्ली के सभी बॉर्डर पर पुलिस तैनात है. सबसे ज्यादा चौकसी सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर रखी जा रही है.फतेहगढ़ साहिब के पास हजारों ट्रैक्टर ट्रॉली
फतेहगढ़ साहिब के पास हजारों ट्रैक्टर ट्रॉली दिल्ली कूच के लिए तैयार. किसान नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार ने उनकी बातें नहीं मानीं और वह अब दिल्ली जरूर जाएंगे. किसानों ने हरियाणा सरकार की भी निंदा की है. उनका कहना है कि जिस तरह बड़े-बड़े बैरिकेड और कीलें लगाकर उनको रोकने की कोशिश की जा रही है, वह सही नहीं है. उन्होंने कहा कि वह सभी बैरिकेड उखाड़ देंगे.
हरियाणा और पंजाब को अंतरराष्ट्रीय सीमाओं में बदल दिया है : सरवन सिंह पंधेर
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि, "हमने मुद्दे को सुलझाने और केंद्र सरकार के साथ टकराव से बचने के लिए सोमवार (12 फरवरी) को बैठक के दौरान अपनी पूरी कोशिश की. हमने पांच घंटे तक बैठक में भाग लिया. वे पुलिस भेज रहे हैं और हर जगह पानी की बौछारें कर रहे हैं. वे हरियाणा में किसानों पर अत्याचार कर रहे हैं. ऐसा लगता है कि पंजाब और हरियाणा को अंतरराष्ट्रीय सीमाओं में बदल दिया गया है.''
दिल्ली के सभी बॉर्डर पर फोर्स मुस्तैद
दिल्ली-सोनीपत का सिंघु बॉर्डर सील है. पंजाब हरियाणा से आने वाले किसानों को यहीं रोका जाएगा. वहीं, दिल्ली-बहादुरगढ़ से सटा टीकरी बॉर्डर भी सील है. तीसरा झरोदा कलां बॉर्डर है, बहादुरगढ़ की तरफ से किसान इसी रूट पर आ सकते हैं. उन्हें इसी बॉर्डर पर रोकने की तैयारी है. यूपी से जो किसान दिल्ली आएंगे उन्हें दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर रोकने की तैयारी है. हरियाणा के फरीदाबाद से आने वाले किसानों को बदरपुर बॉर्डर पर ही रोकने के इंतजाम हैं. नोएडा से सटे दिल्ली के सभी बॉर्डर बंद कर दिए गए हैं.
बार असोसिएशन ने चीफ जस्टिस से की किसान आंदोलन पर संज्ञान लेने की मांग
सुप्रीम कोर्ट बार असोसिएशन ने चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखकर किसानों के आंदोलन पर संज्ञान लेने की मांग की है. बार असोसिएशन ने कहा है कि इस तरह के आंदोलन को रोका जाना चाहिए. बार असोसिएशन ने यह मांग भी की है कि जो वकील आंदोलन के चलते कोर्ट में उपस्थित ना हो पाए उनके मामलों में कोई भी विपरीत आदेश पारित न किया जाए.
ड्रोन से आसपास के रास्तों पर भी नजर
किसानों को रोकने के लिए सिर्फ आंसू गैस, लाठी और बॉडी गार्ड किट के साथ ही फोर्स की तैनाती की गई है. बॉर्डर पर फ्रंट लेयर में महिला सुरक्षा बलों की संख्या ज्यादा है. ड्रोन के जरिये आसपास के अन्य रास्तों पर भी नजर रखी जा रही है. पिछली बार से सबक लेते हुए जवानों को इस बार एंटी टियर गैस मास्क दिए गए हैं. पिछली बार किसानों ने पुलिस के आंसू गैस के गोले वापस पुलिस पर ही फेंके थे.
7 लेयर की कड़ी सुरक्षा
किसानों के दिल्ली कूच को लेकर सुरक्षाकर्मियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं. किसी भी सूरत में ट्रैक्टर ट्रॉली के साथ किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने को कहा गया है. सिंघु-गाजीपुर-टिकरी-चिल्ला बॉर्डर पर करीब 18 हजार सुरक्षाकर्मी तैनात हैं. हर बॉर्डर पर 7 लेयर की कड़ी सुरक्षा है. दिल्ली पुलिस के अलावा, रैपिड एक्शन फोर्स, सीआईएसएफ, बीएसएफ के जवानों की तैनाती की गई है.
दिल्ली और हरियाणा बॉर्डर पर और बढ़ाई गई सुरक्षा
किसानों के पंजाब से दिल्ली के लिए निकलने के बाद हरियाणा और दिल्ली सीमा पर पुलिस और सुरक्षा बलों की हलचल बढ़ गई है. किसानों को रोकने के लिए सीमा पर ऊंचे-ऊंचे बैरिकेड्स लगाने का काम अब भी जारी है. इसके अलावा कई जगह कंटीले तार भी लगाए जा रहे हैं.झज्जर में भी कई रोड पर रूट डायवर्जन
किसानों के दिल्ली चलो मार्च को देखते हुए झज्जर पुलिस ने भी पूरी तैयारी कर ली है. डीएसपी झज्जर शमशेर सिंह का कहना है कि, ''सारी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं. प्रमुख सड़कों और बॉर्डर वाले इलाकों में रूट डायवर्ट किया गया है. आम लोगों के लिए पहले से ही एक एडवाइजरी जारी कर दी गई थी.'' इनसे अलग दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर के अलावा दिल्ली के अंदर के भी कुछ इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है. किसानों के कूच को देखते हुए सेंट्रल दिल्ली में पुलिस फोर्स बड़ी मात्रा में तैनात है.
फरवरी तक आवाजाही के लिए मेट्रो के इस्तेमाल की अपील
नोएडा से दिल्ली की ओर जाने वाले कमर्शल वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है. नोएडा पुलिस इन वाहनों को डायवर्ट करेगी. नोएडा पुलिस ने जनता से 13 से 16 फरवरी के बीच आवागमन के लिए मेट्रो का इस्तेमाल करने की अपील की है. किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली एयरपोर्ट ने भी एडवाइजरी जारी की है. दिल्ली एयरपोर्ट ने एक मैसेज में लिखा, दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर आज से शुरू होने वाले किसानों के प्रत्याशित विरोध प्रदर्शन के कारण ट्रैफिक डायवर्जन रहेगा. इसके अलावा कई बॉर्डर पर कमर्शल वाहनों की एंट्री पर भी प्रतिबंध रह सकता है. ऐसे में समय पर आगमन सुनिश्चित करने के लिए हम यात्रियों को सुविधाजनक परिवहन विकल्पों के लिए टर्मिनल 1 (टी1) के लिए मैजेंटा लाइन या टर्मिनल 3 (टी3) के लिए एयरपोर्ट मेट्रो लाइन का उपयोग करने की सलाह देते हैं.
हाई अलर्ट पर नोएडा पुलिस, किए कई इंतजाम
नोएडा पुलिस हाई अलर्ट पर है और उसने डीएनडी बॉर्डर, कालिंदी कुंज बॉर्डर और अन्य सीमावर्ती इलाकों में बल तैनात कर दिया है. ट्रैफिक पुलिस ने क्यूआरटी के साथ विभिन्न सीमाओं पर 500 कर्मियों को तैनात किया है और सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों के जरिए स्थिति पर नजर रख रही है.
अंबाला में राजीव गांधी खेल स्टेडियम अस्थायी हिरासत केंद्र में तब्दील
अंबाला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि, अंबाला के सेक्टर 10 में राजीव गांधी खेल स्टेडियम को अस्थायी हिरासत केंद्र घोषित किया गया है.सिंघू बॉर्डर पर आज से सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित
मार्च को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने एक ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की है. इसके तहत लोगों से दिल्ली की तीन सीमाओं (टिकरी बॉर्डर, सिंघू बॉर्डर और यूपी गेट) पर वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध के बारे में बताया गया है. पुलिस ने बताया है कि सिंघू बॉर्डर पर मंगलवार से सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित होगा.
टिकरी बॉर्डर पर भारी सुरक्षा
किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए दिल्ली की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. टिकरी बॉर्डर पर भारी सुरक्षा इंतजाम हैं.दिल्ली पुलिस ने किसानों के मार्च को लेकर संभावित अशांति और सुरक्षा के मद्देनजर 12 मार्च तक के लिए राष्ट्रीय राजधानी में धारा 144 लगा दी है. इसके तहत बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है.निर्देश मिलते ही आगे बढ़ेंगे : किसान नेता
किसान नेता लखविंदर सिंह का कहना है कि, ''हम लोग तैयार हैं और बैठक भी हो रही हैं. हम आम आदमी को असुविधा नहीं पहुंचाना चाहते हैं. बैठक के बाद जैसे ही हमें निर्देश मिलेगा, हम आगे बढ़ेंगे.पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी का कहना है कि
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर का कहना है कि, ''कल मंत्रियों के साथ करीब 5 घंटे तक बैठक चली. हमने उनके सामने एक एजेंडा रखा. केंद्र सरकार उस पर सहमति नहीं बना पाई है. सरकार हमसे आंदोलन रोकने के लिए समय मांग रही है, लेकिन उन्होंने हमसे 2 साल पहले भी समय मांगा था, जब किसानों का आंदोलन खत्म हुआ था. हमने सोचा कि अब समय देना उचित नहीं है. अगर मजबूत प्रस्ताव है तो हम समय देने के बारे में सोच सकते हैं लेकिन उनके पास कुछ भी नहीं है.ये हैं किसानों की प्रमुख मांगें !
केंद्र से किसानों की कुछ मांगों में किसानों के लिए पूर्ण ऋण माफी, बुजुर्ग किसानों और मजदूरों के लिए प्रति माह 10,000 रुपये प्रदान करने वाली पेंशन योजना, बीज की गुणवत्ता में सुधार, नकली उत्पाद बेचने वाली कंपनियों को सजा देना, सभी फसलों के लिए एमएसपी और मनरेगा के तहत प्रति वर्ष 200 दिन का रोजगार उपलब्ध कराना शामिल है. अपनी उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने वाले कानून की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब सहित पड़ोसी राज्यों के किसान इस प्रदर्शन को कर रहे हैं.केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को उम्मीद, बातचीत से निकल जाएगा समाधान
किसानों से वार्ता में शामिल केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा का कहना है कि, "किसान संगठनों के साथ गंभीरता से बातचीत हुई. सरकार हमेशा चाहती है कि बातचीत के माध्यम से समाधान निकले... अधिकांश विषयों पर हम सहमति तक पहुंचे लेकिन कुछ विषयों पर हमने स्थाई समाधान के लिए कमेटी बनाने को कहा... हम अब भी मानते हैं कि किसी भी समस्या का समाधान बातचीत से हो सकता है. हमें उम्मीद है कि हम आगे बातचीत के जरिए समाधान निकाल लेंगे.मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम नरेंद्र मोदी पर बोला हमला !
आंदोलनकारी किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए हरियाणा और दिल्ली में किए जा रहे इंतजामों पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट किया है कि ...- "कंटीले तार, ड्रोन से आंसू गैस, कीले और बंदूक़ें… सबका है इंतजाम,
- तानाशाही मोदी सरकार ने किसानों की आवाज पर जो लगानी है लगाम !
- याद है ना “आंदोलनजीवी” व “परजीवी” कहकर किया था बदनाम, और 750 किसानों की ली थी जान ?
- 10 सालों में मोदी सरकार ने देश के अन्नदाताओं से किए गए अपने तीन वादे तोड़े हैं-
- 1. 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी
- 2. स्वामीनाथन रिपोर्ट के मुताबिक Input Cost + 50% MSP लागू करना
- 3. MSP को कानूनी दर्जा
दिल्ली सरकार ने खारिज किया बवाना स्टेडियम को जेल बनाने का प्रस्ताव
अखिलेश यादव का केंद्र सरकार पर हमला
किसानों को दिल्ली में आने से रोकने के लिए किए जा रहे इंतजामों पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा कि, "किसानों के हितैषी चौधरी चरण सिंह जी और स्वामीनाथन जी का ये कैसा सम्मान है कि भाजपा सरकार किसान-आंदोलन के लिए कीलें बिछा रही है, सच तो ये है कि भाजपा सरकार अपनी कमी छिपा रही है. पूरी दुनिया भाजपा की दमनकारी नीतियों को देख रही है. भाजपा ने देश के लोकतंत्र की सड़क खोद दी है और स्वतंत्रता की राह में जो कंटीले तार बिछाए हैं उनसे पूरी दुनिया में देश की छवि तार-तार हो गई है. अब भाजपा सरकार से त्रस्त होकर 140 करोड़ का देश एक साथ खड़ा हो रहा है, जो उन्हें ‘400 पार’ नहीं ‘400 पर हार’ देगा. एकता की आवाज़ लोहे की कीलें गला देगी.
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