हम इंटरनेशनल मीडिया को हमें तोड़ने की इजाजत नहीं देंगे...
'मैं मलाला नहीं हूं...'कश्मीर में महफूज हूं और INDIA है मेरा मुल्क : याना मीर
जम्मू कश्मीर की पत्रकार याना मीर ने ब्रिटेन की संसद में जबरदस्त भाषण देकर 140 करोड़ भारतवासियों का दिल जीत लिया. अपने शानदार संबोधन में याना मीर पूरी दुनिया को बड़ा संदेश दिया है. याना ने अपने भाषण में भारत की खुलकर तारीफ की. आपको बताते चलें कि याना ब्रिटेन के संसद में संकल्प दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने ब्रिटेन गई थीं. याना ने ब्रिटिश पार्लियामेंट से दुनिया को आईना दिखाते हुए पाकिस्तान के एंटी इंडिया प्रोपेगेंडा की धज्जियां उड़ा दीं.
मैं मलाला यूसुफजई नहीं, क्योंकि मैं आजाद हूं; अपने कश्मीर में सुरक्षित हूं: याना मीर
याना मीर ने अपनी स्पीच में कहा, 'मैं दुनिया के खूबसूरत जगहों में से एक कश्मीर से हूं, जहां की बर्फीली वादियां देखने के लिए दुनियाभर से पर्यटक आते हैं, लेकिन मैं मलाला यूसुफजई नहीं बनूंगी, क्योंकि मैं आजाद हूं और अपने कश्मीर में सुरक्षित हूं. अपने देश भारत में, अपने घर कश्मीर में सुकून से रहती हूं, जो भारत देश का हिस्सा है. भारत में मैं बिल्कुल सुरक्षित हूं. चाहे कुछ हो जाए, मुझे कभी अपने देश से भागना नहीं पड़ेगा.'
मुझे मलाला द्वारा मेरे देश को बदनाम करने पर आपत्ति है : याना मीर
मीर ने ब्रिटिश संसद में ये भी कहा, 'मुझे मलाला द्वारा मेरे देश को बदनाम करने पर आपत्ति है. मेरी प्रगतिशील मातृभूमि, इसे उत्पीड़ित कहकर. मुझे सोशल मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के ऐसे सभी टूलकिट सदस्यों पर आपत्ति है, जिन्होंने कभी भारत आने की परवाह नहीं की. वो दूर बैठकर वहां से कश्मीर में उत्पीड़न की मनगढ़ंत और झूठी कहानियां गढ़ते हैं.
कश्मीर के लोगों को बांटना बंद करे इंटरनेशनल मीडिया: याना मीर
लंदन में याना मीर की इस स्पीच पर ब्रिटेन के संसद भवन में खूब तालियां बजीं. याना को वहां मौजूद सभी लोगों ने सराहा और उनका हौंसला बढ़ाया. यूके की संसद द्वारा आयोजित 'संकल्प दिवस' में अपने बयान में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मीडिया समुदाय से जम्मू-कश्मीर के लोगों को विचारधारा या किसी भी अन्य आधार पर न बांटने की अपील की. याना मीर ने अपनी बात बढ़ाते हुए कहा, 'मैं आपसे धर्म के आधार पर भारतीयों का ध्रुवीकरण बंद करने का आग्रह करती हूं. हम आपको हमें तोड़ने की इजाजत नहीं देंगे. इस साल संकल्प दिवस पर, मुझे बस यही उम्मीद है कि ब्रिटेन और पाकिस्तान में रहने वाले हमारे लोग मेरे देश को बदनाम करना बंद कर देंगे. इंटरनेशनल मीडिया और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार मंचों में काम करने वाले सेलेक्टिव और नैरेटिव बनाने वाला काम न करें.'
याना मीर ने अपने भाषण के आखिर में कहा, 'आप अपने यूके के लिविंग रूम और न्यूज रूम से रिपोर्टिंग करके भारतीय समाज को बांटने की कोशिश करना बंद करें. आतंकवाद के कारण हजारों कश्मीरी माताएं पहले ही अपने बेटों को खो चुकी हैं. प्लीज ये सब बंद करें. कश्मीरी लोगों के पीछे प्रोपेगेंडा फैलाना बंद करें और मेरी कश्मीरी कम्युनिटी को शांति से रहें. धन्यवाद.... जय हिंद.'
याना ने भारतीय सेना के प्रयासों की भी सराहना की
याना मीर की स्पीच का वीडियो वायरल हो रहा है. याना ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए याना ने कहा, 'भारत की सेना (Indian Army) कश्मीर के हर युवा को हिंसा छोड़ने का संदेश दे रही है. ये भारतीय सेना ही है जिसने कश्मीर के युवाओं को नई पहचान दिलाई है. सेना हर मुश्किल घड़ी में कश्मीर के लोगों के साथ खड़ी है. उनका हाथ बंटा रही है. मुझे कभी अपने देश से भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी. याना ने भारतीय सेना के प्रयासों की भी सराहना की, जिसमें डी-रेडिकलाइजेशन कार्यक्रम और खेल और शिक्षा के लिए युवाओं में पर्याप्त निवेश, भारतीय सेना को बदनाम करने वाली मीडिया कहानियों का मुकाबला करना शामिल है.
एक भारतीय पत्रकार हैं याना मीर
याना मीर एक भारतीय पत्रकार हैं. वो कश्मीर में रहती हैं. वो सोशल एक्टिविस्ट हैं. वो एक न्यूज़ चैनल की सीनियर एंकर हैं. कश्मीर से जुड़े मुद्दों पर अपनी आवाज़ उठाती रहती हैं. मीर को इसी आयोजन में मीर को जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में विविधता की वकालत करने के लिए विविधता राजदूत पुरस्कार भी मिला. इसके अलावा, मीर ने अपने संबोधन में बेहतर सुरक्षा, सरकारी पहल और फंड आवंटन पर जोर देते हुए अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद की प्रगति को रेखांकित किया.
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