G News 24 : महापौर ने किया 21 अरब 63 करोड़ 95 लाख 16 हजार का बजट पेश

 ग्वालियर के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट प्रस्तुत... 

महापौर ने किया 21 अरब 63 करोड़ 95  लाख 16  हजार का बजट पेश 

ग्वालियर। नगर निगम परिषद का बजट सम्मेलन सभापित श्री मनोज सिंह तोमर की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। सम्मेलन में महापौर डॉ. शोभा सतीश सिंह सिकरवार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए रुपये 21,63,95,16,000/- (इक्कीस अरब तिरेसठ करोड़ पिनच्यानवे लाख सोलह हजार) आय   तथा 21,38,72,69,000/- (इक्कीस अरब अड़तीस करोड़ बहत्तर लाख उनहत्तर हजार) का व्यय का बजट प्रस्तुत किया। 

महापौर डॉ. शोभा सतीश सिंह सिकरवार ने बजट प्रस्तुत करते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए वर्तमान परिषद का द्वितीय बजट प्रस्तुत करते हुये अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रही हॅू। वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट प्रस्तुत करते समय मैंने कहा था कि जिस विश्वास के साथ ग्वालियर की जनता ने मुझे और हम सभी साथियों को चुन कर भेजा है उस पर खरा उतरूंगी। इस अवधि में माननीय सभापति द्वारा वर्ष के दौरान लिए गए विवेकपूर्ण निर्णय एवं पार्षदों के सहयोग एवं सामंजस्य से ग्वालियर के विकास में एक और कदम है। ग्वालियर में मूलभूत सेवाओं में घर-घर पानी, सीवर व्यवस्था, बिजली अच्छी सड़कें एवं नियोजित यातायात व्यवस्था, भव्य चौराहे, विशाल उद्यान, व्यवस्थित बाजार, पर्यटन स्थल एवं स्वच्छता में देश का प्रथम स्वच्छ शहर के साथ-साथ विशाल खेल मैदानों का निर्माण कर विकास के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। 

इसी संकल्प के साथ बजट में प्रस्तावित पुरानी अधूरी योजनाओं को पूर्ण करने एवं नवीन योजनाओं को प्रारंभ करने के लिए आपके एवं केन्द्र सरकार/राज्य सरकार के बहुमूल्य सुझाव एवं अनुभव प्राप्त करने की आशा के साथ वित्तीय वर्ष 2024-25 का बजट प्रस्तुत कर रही हॅंू कि ग्वालियर शहर की जनता ने नगर के विकास की जो जिम्मेदारी हमें सौंपी है उसे पूरा करने के लिए आप सभी अपना अमूल्य सहयोग कर शहरवासियों को मूलभूत सुविधायें उपलब्ध कराने में सहयोगी होंगे। साथ ही इस बजट के द्वारा शहर की जनता पर किसी तरह का कोई कर जैसे- जलकर, संपत्तिकर आदि में वृद्धि नहीं किये जाने का भी प्रयास किया गया है।

वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये आयुक्त द्वारा प्रेषित आय-व्यय पत्रक में आय रूपये 18,70,30,19,000/-.(अठारह अरब सत्तर करोड़ तीस लाख उन्नीस हजार) दर्शाते हुये शुद्ध लाभ रूपये 7,38,650/-.(सात लाख अड़तीस हजार छः सौ पचास) का मेयर-इन-काउसिंल के विचारार्थ प्रस्तुत हुआ। मेयर-इन-काउसिंल द्वारा बजट प्रस्तावों पर गंभीरतापूर्वक विचारोपरान्त आयुक्त द्वारा प्रस्तावित आय रूपये 18,70,30,19,000/-.(अठारह अरब सत्तर करोड़ तीस लाख उन्नीस हजार) में विभिन्न मदों में समुचित कमी/वृद्धि कर रूपये 21,63,95,16,000/- (इक्कीस अरब तिरेसठ करोड़ पिनच्यानवे लाख सोलह हजार) की आय तथा आयुक्त द्वारा प्रस्तावित व्यय रूपये 18,47,29,68,000/-( अठारह अरब सैतालीस करोड़ उन्नतीस लाख अड़सठ हजार) में समुचित कमी/वृद्धि कर रूपये 21,38,72,69,000/- (इक्कीस अरब अड़तीस करोड़ बहत्तर लाख उनहत्तर हजार) का व्यय तथा रक्षित निधि आय का 5 प्रतिशत रूपये 24,13,87,200/-(चौबीस करोड़ तेरह लाख सतासी हजार दो सौ) सम्मिलित करते हुये कुल व्यय रूपये 21,63,95,16,000/- (इक्कीस अरब तिरेसठ करोड़ पिनच्यानवे लाख सोलह हजार) इस प्रकार रूपये 1,08,59,800/-(एक करोड़ आठ लाख उनसठ हजार आठ सौ) के शुद्ध आधिक्य का बजट सर्वसम्मति से वर्ष 2024-25 के लिये प्रस्तावित किया गया है।

स्वच्छ भारत मिशन

स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत मुझे यह साझा करते हुए बड़ा गौरवान्वित महसूस हो रहा है कि वर्ष 2023 स्वच्छ सर्वेक्षण अंतर्गत ग्वालियर को स्वच्छता में देशभर में 16वां पायदान (1 लाख से अधिक जनसंख्या की श्रेणी में) प्राप्त हुआ हैं। इसके साथ ही इस वर्ष के परिणाम में ग्वालियर को ओ.डी.एफ. प्रमाणीकरण अंतर्गत उच्चतम प्रमाण-पत्र वॉटरप्लस से नवाजा गया हैं। ग्वालियर निगम द्वारा ट्यूलिप प्रोग्राम के तहत कॉलेज जाने वाले एवं उत्तीर्ण कर चुके विद्यार्थियों हेतु प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों को स्वच्छ भारत मिशन के समस्त सूचकों के आधार पर प्रशिक्षित किया गया।

उक्त क्रम में ग्वालियर निगम के अधीन डोर-टू-डोर कचरा वाहनों की संख्या में वृद्धि कर 224 कचरा वाहनों से कचरा संग्रहण का कार्य किया जा रहा हैं, इन वाहनों के रूट जियोसेंस कर आई.सी.टी. के माध्यम से निगरानी की जा रही है इसके अतिरिक्त ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रकोष्ठ अंतर्गत 100 नवीन ई-वाहन एवं 40 रिफ्यूज कॉम्पेक्टर को शामिल किया जाना प्रस्तावित है। शहर से संग्रहित कचरे के निष्पादन हेतु ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रकोष्ठ अनुसार 300 टी.पी.डी. ड्राई वेस्ट, 200 टी.पी.डी. वेस्ट-टू-कम्पोस्ट, प्लास्टिक वेस्ट एवं 400 टी.पी.डी. ऑटोमेटेड एम.आर.एफ. प्रसंस्करण ईकाई एवं 50 टी.पी.डी. सेनेट्री लेण्डफिल लगाया जाना प्रस्तावित है।

स्वच्छ भारत मिशन 2.0 के तहत 6.02 लाख मीट्रिक टन लेगेसी वेस्ट निपटान कार्य प्रारंभ किया जा चुका हैं एवं ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन प्रकोष्ठ अनुसार 3.5 लाख मीट्रिक टन लेगेसी वेस्ट निपटान हेतु शासन को कार्य योजना प्रस्तुत की जा चुकी हैं। पूर्व वर्ष की भांति 23 उत्कृष्ट सार्वजनिक शौचालयों के अतिरिक्त सार्वजनिक शौचालयों, नालियो ंतथा सड़कों की सफाई प्रकोष्ठ अंतर्गत 25 नवीन उत्कृष्ट सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण प्रस्तावित हैं एवं वर्ष 2024 स्वच्छ सर्वेक्षण तहत जन-जागरूकता, शहरी सौंदर्यीकरण एवं वॉलपेंटिग इत्यादि कार्य प्रस्तावित हैं।

राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन

शहरी क्षेत्र के बेरोजगार युवक/युवतियो को रोजगार/स्वरोजगार का लाभ दिलाने के लिये शहरीे गरीबी उन्मूलन उपशमन विभाग अंतर्गत नगर निगम अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रहा है। जिसके अंतर्गत-  

  • 1. कौशल प्रशिक्षण एवं नियोजन अंतर्गत शासन द्वारा 180 प्रशिक्षणार्थियों के प्रशिक्षण मूल्यांकन एवं नियोजन का कार्य प्रगतिरत है। 
  • 2. सामाजिक एकजुटता एवं संस्थागत विकास अंतर्गत शासन से प्रदाय लक्ष्य 305 समूह गठन एवं सशक्तीकरण के विरूद्ध 125 स्व-सहायता समूहों का गठन किया जाकर 70 स्व-सहायता समूहों को रिवाल्विंग फंड के रूप मे राशि रूपये 10000/-प्रति स्व-सहायता समूह के मान से राशि रूपये 07 लाख प्रदाय किया जा चुका है एवं 45 स्व-सहायता समूहो को आर्थिक सशक्तीकरण एवं गतिविधि संचालित करने हेतु बैंको से राशि रूपये 160.00 लाख का ऋण उपलब्ध कराया गया है। 13 स्व-सहायता समूहो को खादय प्रसंस्करण उद्योग स्थापना हेतु राशि रूपये 20.00 लाख का प्रस्ताव अनुमोदन एवं स्वीकृति हेतु राज्य कार्यालय को प्रेषित किया गया हैं। उक्त घटक अंतर्गत वर्तमान वित्तीय वर्ष मे 1260 गरीब महिला परिवारों को जोड़कर लाभांन्वित किया जा चुका हैंे । 
  • 3. स्वरोजगार कार्यक्रम अंतर्गत 102 शहरी गरीब हितग्राहियों को विभिन्न गतिविधियों के संचालन हेतु ऋण राशि 126.00 लाख विभिन्न बैंकों से उपलब्ध कराया जाकर स्वरोजगार योजना से जोडा जा चुका हैं।
  • 4. शासन की अतिमहत्वपूर्ण योजना पी.एम. स्वनिधि योजना जो शहरी क्षेत्र के रेहड़ी पटरी, ठेले, गुमटी वालों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के लिये प्रारंभ की गई थी। इस योजना अंतर्गत बैंकों द्वारा तीन चरणों में क्रमषः प्रथम चरण में 10,000/- (दस हजार रूपय)े, द्वितीय चरण में 20,000/-(बीस हजार रूपये) एवं तृतीय चरण में 50,000/- (पचास हजार रूपये) कार्यशील पूंजी के रूप में बिना ब्याज के उपलब्ध करायी जाती है। 
  • इस सम्बंध में प्रथम चरण में निकाय द्वारा 40,841 शहरी पथ विक्रेताओं को कार्यशील पूंजी के रूप मंे 10,000/- रूपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से राशि रूपये 40.841 करोड़ का ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है। द्वितीय चरण में निकाय द्वारा 13,407 शहरी पथ विक्रेताओं को 20,000/- रूपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से राशि रूपये 26.8 करोड़ का ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है। तृतीय चरण में निकाय द्वारा 1975 शहरी पथ विक्रेताओं को 50,000/- रूपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से राशि रूपये 9.87 करोड़ का ऋण उपलब्ध कराया जा चुका है। 
  • विदित हो कि पीएम स्वनिधि योजना के तृतीय चरण मे 10 लाख से अधिक जनसंख्या वाले शहरों मे ग्वालियर निकाय पूरे भारत देश मे पांॅचवे स्थान पर है।
  • 5. स्वनिधि से समृद्वि अंतर्गत शहरी पथ विक्रेताओं का सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण कर शासन की 8 अन्य योजनाओं जैसे-1.पीएम सुरक्षा बीमा योजना 2.पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना 3.पीएम श्रम योगी मानधन योजना 4.पीएम जनधन योजना 5.वन नेशन वन राशन कार्ड 6.जननी सुरक्षा योजना 7.पीएम मातृ वंदना योजना 8.भवन संनिर्माण एवं कर्मकार मंडल से जोडा जा रहा है। ग्वालियर निकाय अंतर्गत 21791 पथ विक्रेता एवं उनके परिवारजनों का सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण किया जा चुका है। शेष पथ विक्रेताओं का सर्वेक्षण प्रगतिरत है।

 अमृत 2.0

अमृत 2.0 के तहत नगर पालिक निगम ग्वालियर के लिये पेयजल एवं सीवरेज परियोजना तथा वाटर बॉडीज के जीर्णोद्धार करने के लिये स्टेट एक्शन प्लान में जलप्रदाय राशि 812.93 करोड़, सीवरेज-100.00 करोड एवं वाटर बॉडीज 5.00 करोड़ कुल धनराशि 917.93 करोड़ रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके विरूद्ध आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 में जलप्रदाय एवं सीवरेज तथा वाटर बॉडीज में कुल राशि रू. 535 करोड़ का प्रावधान किया गया है।  

 जलप्रदाय के क्षेत्र में अमृत 1 के तहत वार्ड क्र. 1 लगायत 60 में कराये गये कार्य के उपरांत डिजायन अनुसार शेष पाइप लाइन बिछाने तथा जो गलियॉं अमृत 1 के तहत स्वीकृत ड्राइंग मंे सम्मिलित नहीं हुई हैं, उन गलियों में पाइप लाइन बिछाने एवं आवश्यकता अनुसार टंकियों का निर्माण कार्य करने व अन्य आवश्यक कार्य के लिये अमृत 2 के तहत डी.पी.आर. तैयार की जा रही है।

वार्ड 61 से 66 व वार्ड 5, 38, 59 एवं 60 के आंशिक अनकवर्ड क्षेत्र में जलप्रदाय योजना की डी.पी.आर. तैयार हो गई है जिसका परीक्षण राज्य स्तर पर किया जा रहा है, एवं 1 से 60 वार्ड की जलप्रदाय योजना की डी.पी.आर. आगामी 01 माह में तैयार होने की संभावना हैं, इसी प्रकार सीवरेज के क्षेत्र में वार्ड क्र. 1 से 66 में सीवरेज नेटवर्क के नक्शे तैयार हो गये है, जिनका परीक्षण किया जा रहा है तथा वाटर बॉडीज (वीरपुर बांध) के जीर्णोद्धार करने के लिये डी.पी.आर. तैयार कर राज्य स्तरीय तकनीकी समिति के द्वारा डी.पी.आर का अनुमोदन किये जाने के पश्चात निविदाएं आमंत्रित की जायेंगी। निविदा स्वीकृति होने के उपरांत कार्य पूर्ण किये जायेंगे।  

अमृत 2.0 के अंतर्गत भविष्य की पेयजल की मांग की आपूर्ति के लिये ग्वालियर में ग्राम देवरी मुरैना से 90 एम.एल.डी. एवं कोतवाल बांध से 60 एम.एल.डी. अर्थात कुल 150 एम.एल.डी. कच्चा पानी मोतीझील ग्वालियर तक लाने हेतु योजना स्वीकृत हुई है। जिसकी निविदा आमंत्रण की जाकर स्वीकृति प्रक्रिया वित्तीय वर्ष 2024-25 में कर कार्य प्रारंभ कराने का प्रयास किया जावेगा।

विद्युत

शहर की प्रकाश व्यवस्था सुदृढ़ करने हेतु विभिन्न मार्गों पर लाईट एवं विद्युत पोल लगाने हेतु राशि रूपये 7 करोड़, पोल शिफ्टिंग हेतु राशि रूपये 2 करोड़, विद्युत एवं प्रकाश व्यवस्था हेतु राशि रूपये 1.50 करोड़ तथा इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन हेतु निगम सीमान्तर्गत विभिन्न कार्य कराया जाना प्रस्तावित है।

प्रधानमंत्री आवास योजना

  • 1. नगर निगम ग्वालियर द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी ए.एच.पी.) अंतर्गत कुल 3960 आवासीय ईकाईयों को पूर्ण किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। इस हेतु निगम निधि का उपयोग किया जाकर मानपुर-1 पर 1296 आवास, महलगंाव पहाड़ी पर 768 आवास, मानपुर-2 पर 1200 आवास एवं मेहरा, सिरोल पर 696 आवास का निर्माण कार्य प्रगतिरत है। जिसमें से वर्तमान में कुल 2700 आवासों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जाकर हितग्राहियों को निरंतर आवासों का आधिपत्य प्रदान किया जा रहा है। ए.एच.पी. घटक परियोजना की अनुमानित लागत 439.00 करोड़ है।
  • 2. शहरी गरीब को आवास सुविधा उपलब्ध कराने हेतु प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत स्वनिर्माण घटक (बी.एल.सी.) योजनान्तर्गत ग्वालियर शहर में 2948 हितग्राहियों को स्वयं के आवास निर्माण हेतु राशि रू. 2.50 लाख की अनुदान राशि तीन किश्तों में प्रदान की जा रही है। जिसके अंतर्गत 2108 आवासों का निर्माण पूर्ण हो चुका है एवं गरीब आवासहीन परिवार स्वयं के आवास में निवास कर रहे है। उक्त योजनान्तर्गत कुल राशि रूपये 65.04 करोड़ हितग्राहियों को राशि प्रदाय की जा चुकी है। शेष हितग्राहियों को वित्तीय वर्ष 2024-25 में लाभान्वित किये जाने लक्ष्य रखा गया है।

जनसम्पर्क विभाग द्वारा किये जाने वाले कार्य -

  • नगर निगम ग्वालियर द्वारा ग्वालियर व्यापार मेला में निगम प्रदर्शनी का आयोजन, गणतंत्र दिवस के अवसर पर एसएएफ ग्रांउड पर निगम के कार्यों की चलित झांकी।
  • भवभूति समारोह में सम्मान कार्यक्रम, दो दिवसीय नवसंवत्सर कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन एवं कलाकारों का सम्मान। 
  • रक्षा बंधन के अगले दिवस लोक परंपराओं के तहत ऐतिहासिक चकरी मेला में कलाकारों का सम्मान कार्यक्रम। 
  • पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर कवि अटल सम्मान कार्यक्रम एवं ग्वालियर गौरव दिवस के अंतर्गत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन। 
  • अखिल भारतीय संगीत तानसेन समारोह में देश भर से पधारे संगीत कलाकारों का सम्मान कार्यक्रम आदि कराये जाने का प्रावधान प्रस्तावित है।

जनकार्य विभाग अंतर्गत प्रस्तावित कार्यः-

  • 1. शासन द्वारा ग्वालियर नगर निगम हेतु 57 संजीवनी क्लीनिक स्वीकृत किये गये थे। जिसमें से 27 संजीवनी क्लीनिक का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है शेष 30 क्लीनिक का निर्माण कार्य वित्तीय वर्ष 2024-25 में पूर्ण कराये जाने का प्रावधान रखा गया है। जिससे नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होगा।
  • 2. मुख्यमंत्री शहरी अद्योसंरचना चतुर्थ चरण अंतर्गत शहर की 20 सडकों के निर्माण हेतु 25 करोड़ का प्रावधान रखा गया है। 
  • 3. मुख्यमंत्री अधोसंरचना योजना अंतर्गत वार्ड क्रमांक 62 बेहटा में बस स्टेण्ड निर्माण कार्य कराये जाने का प्रावधान रखा गया है।
  • 4. सामुदायिक भवन निर्माण कार्य हेतु पूर्व प्रावधित बजट में वृद्धि कर राशि रूपये तीन करोड़ प्रावधानित की गई है।
  • 5. शासन द्वारा विभिन्न योजना अंतर्गत सड़क निर्माण कार्य हेतु 70 करोड रूपये उपलब्ध कराये गये हैं। इस हेतु बजट में राशि प्रावधानित की गई है।
  • जिसमें कायाकल्प अभियान द्वितीय चरण में राशि रूपये अठारह करोड से 12 सडकों का निर्माण कार्य कराया जाना प्रस्तावित है।
  • एसडीएमएफ/एसडीआरएफ मद की प्राप्त राशियों से शहरी वार्डों में 10 करोड़ रूपये एवं ग्रामीण वार्डों में 20 करोड़ रूपये से पानी निकासी हेतु नाला निर्माण कार्य कराया जाना प्रस्तावित है।
  • 6. 15वे वित्त आयोग से कम से कम 10 किलोमीटर डस्ट फ्री सड़क निर्माण कराये जाने का प्रावधान प्रस्तावित है।

राजस्व

  • 1. पुनर्निर्मित हुजरात मार्केट में स्थित 54 दुकानों को 30 वर्ष की लीज पर आवंटित करने से लगभग राशि रूपये 06 करोड़ की आय होना संभावित है।
  • 2. ढोली बुआ पुल स्थित नव-निर्मित कॉम्पलेक्स में बनी 18 दुकानों एवं 03 आवासीय प्रकोष्ठों को 30 वर्ष की लीज पर आवंटन से लगभग राशि रूपये 03 करोड़ की आय होना संभावित है।
  • 3. बारादरी चौराहा मुरार निगम मार्केट के प्रथम तल पर स्थित हॉल को 30 वर्ष की लीज पर आवंटन किये जाने से लगभग राािश रूपये 4.25 करोड़ की आय होना संभावित है।
  • 4. गालव विश्रांतिगृह की दरों में वृद्धि से आगामी वित्तीय वर्ष में लगभग राशि रूपये 35 लाख की आय होना संभावित है।
  • 5. निगम स्वामित्व की विभिन्न स्थानों पर स्थित रिक्त लगभग 96 दुकानों के आवंटन से लगभग राशि रूपये 8.00 करोड़ की आय होना संभावित है।
  • 6. सिनेमाघरों की दरों में वृद्धि करने से आगामी वित्तीय वर्ष में लगभग राशि रूपये 30 लाख की आय होना संभावित है।
  • 7. निगम स्वामित्व की विभिन्न स्थानों पर स्थित 30 पार्किंग स्थलों के ठेके दिये जाने से आगामी वित्तीय वर्ष में लगभग राशि रूपये 01.00 करोड़ की आय होना संभावित है।

पार्क

  • 1. वर्ष 2024-25 में पार्क विभाग द्वारा ग्वालियर पूर्व विधानसभा, ग्वालियर दक्षिण विधानसभा एवं ग्वालियर विधानसभा अंतर्गत 02-02 नवीन बड़े पार्क विकसित कर 02 वर्षीय संधारण कार्य ठेका प्रथा के माध्यम से कराया जाना प्रस्तावित है।
  • 2. ग्वालियर नगरीय सीमा क्षेत्रान्तर्गत सौंदर्यीकरण हेतु पूर्ण विकसित पार्को में म्यूजिकल/ऑरनामेंटल फाउण्टेन लगाये जाना प्रस्तावित है। 
  • 3. खुली शासकीय भूमि, पार्कों, सड़क किनारे पर हरियाली महोत्सव 2024-25 में विभागीय एवं जनसहयोग के माध्यम से सघन वृक्षारोपण को बढ़ावा दिया जायेगा।  
  • 4. ग्वालियर नगरीय सीमा क्षेत्रान्तर्गत पूर्ण विकसित पार्को में आमजनों के बेहतर स्वास्थ्य के दृष्टिगत नवीन ओपन जिम एवं बच्चों के मनोरंजन हेतु खेल उपकरण लगाया जाना प्रस्तावित है। 
  • 5. ग्वालियर शहर के सौदर्यीकरण को देखते हुए मुख्य मार्गों पर स्थित डिवाईडर एवं सड़क किनारों पर शौभनीय/ऑरनामेंटल पौधों का रोपण कार्य कराया जाना प्रस्तावित है। 
  • 6. ग्वालियर शहर के प्रमुख चौराहों एवं रोटरियों पर सौंदर्यीकरण हेतु नवीन फुब्बारे लगाये जाना प्रस्तावित है।

पी.आई.यू एवं 15वे वित्त आयोग

निकाय द्वारा स्मार्ट सिटी से प्राप्त डिपॉजिट राशि से पी.आई.यू. सेल द्वारा शहर सौन्दर्यीकरण, पर्यावरण एवं यातायात की दृष्टि से महत्वपूर्ण निर्माण कार्य कराये जा रहे है। जिसका  लाभ आमजन को एवं शहर में आने वाले सैलानियों को भी निश्चित रूप से होगा। इस संबंध में निकाय द्वारा गांधी मार्ग का विकास एवं सौन्दर्यीकरण, चौराहा विकास कार्य, संगीत विश्वविद्यालय/फाइन आर्ट्स कॉलेज विकास, एनीमल इन्सीनेटर स्थापना एवं सिविल कार्य, निगम म्यूजियम का पुनरूद्धार, कन्वेशन सेंटर निर्माण, पड़ाव आवेरब्रिज के नीचे विकास एवं सौन्दर्यीकरण कार्य, पड़ाव ओवरब्रिज के नीचे विद्युतीकरण, गोले का मंदिर से एयरपोर्ट तक प्री-कास्ट डिवाईडर का निर्माण एवं अन्य नवीन कार्यों की कार्य योजना तैयार कर नगर निगम को राशि आवंटन की जा रही है। स्मार्ट सिटी ग्वालियर के लगभग राशि रू. 150.00 करोड़ के अंतर्गत ग्वालियर शहर में उक्त कार्यों का क्रियान्वयन कराये जाने का प्रावधान प्रस्तावित किया गया है। साथ ही नवीन परिषद भवन के निर्माण कार्य हेतु प्रावधाऩ प्रस्तावित किया गया है।

15वें वित्त आयोग अंतर्गत नगर निगम ग्वालियर द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 में निम्न कार्य कराये गए हैः- 

  • निगम द्वारा गांधी पार्क में म्यूजिकल फाउंटेन का निर्माण कराया गया है। 
  • सिटी सेन्टर पर उद्यान निर्माण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 
  • नगर निगम द्वारा 21 नये ई-टिपर क्रय किये जाने हेतु आदेश जारी किये जा चुके है। 
  • निगम द्वारा 1 करोड़ की लागत से ईको-फ्रेंडली सड़क का निर्माण किया जा चुका है।

 आदर्ष गौषाला

  1. गौशाला को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेशन द्वारा निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (ब्वतचवतंजम ैवबपंस त्मेचवदेपइपसपजल.ब्ैत्द्ध मद से राशि रूपये 32 करोड़ की लागत से 100 टन प्रति दिवस क्षमता वाला बायो सी.एन.जी. प्लांट के स्थापना का कार्य गतिशील है।
  2. बायो सी.एन.जी. प्लांट की स्थापना लगभग 10 बीघा भूमि पर की जाना प्रस्तावित है एवं भविष्य में विस्तार को दृष्टिगत रखते हुये 1 हेक्टेयर भूमि आरक्षित रखी गई है। 
  3. प्लांट स्थापना उपरांत लगभग 2 से 3 टन प्रति दिवस बायो सी.एन.जी. एवं लगभग 20 टन प्रति दिवस उच्च कोटि की प्राकृतिक खाद का उत्पादन होगा, जिससे कि नगर निगम, ग्वालियर को लगभग राशि रूपये 7 करोड़ की आय प्राप्त होना संभावित है। 
  4. नगर निगम ग्वालियर द्वारा मार्क हॉस्पीटल गोले का मंदिर पर अस्थायी रूप से संचालित गौवंश लगभग संख्या 2000 को आदर्श गौशाला लाल टिपारा में स्थानांतरित करने हेतु लगभग 25 बीघा भूमि पर नवीन काऊ शेड, खनौटे एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं का निर्माण कार्य प्रस्तावित किया गया है। जिसमें से 100फीट × 200फीट = 20,000 वर्ग फीट का काऊ शेड नगर निगम ग्वालियर द्वारा स्वयं के व्यय से तैयार किया जा रहा है।

कार्यषाला

  • कार्यशाला द्वारा सुचारू रूप से कचरा संग्रहण के लिये पर्यावरण हितेषी ई-व्हीकल एवं सी.एन.जी. वाहनों को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसके तहत 21 नग ई-व्हीकल क्रय कर लिये गये हैं साथ ही पर्यावरण प्रदूषण कम करने के लिये लगभग 200 कंडम डीजल वाहनों को नीलाम किया जाकर ई-व्हीकल्स की खरीदी को बढ़ावा दिया जायेगा। 100 सी.एन.जी./ई-व्हीकल वाहन स्मार्ट सिटी के द्वारा नगर निगम ग्वालियर को प्रदाय किये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त डोर-टू-डोर कचरा संधारण की गति को प्रोत्साहन देने हेतु वाहनों की सेकेण्ड्री पॉइंट के कलेक्शन की दूरी कम करने के लिये रिफ्यूज कॉम्पेक्टर तथा 02 नये एफ.सी.टी.एस स्मार्ट सिटी द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे है। इसके साथ ही पेच रिपेयर के कार्य में गति लाने के लिये 02 नग पोटहॉल रिपेयर मशीन भी क्रय की जा रही है।
  • जलालपुर पर 50 टन प्रतिदिन क्षमता का निर्माण एवं विध्वंश अपशिष्ट प्रबंधन ईकाई की स्थापना की जाकर उसके संचालन करने हेतु 400 सोलर पावर प्लांट की स्थापना की जा रही है।
  • मुख्य मार्गों की डस्ट को हटाने के लिए 05 नग मैकेनिकल रोड स्वीपिंग मशीन क्रय की गई हैं।
  • है गुजारिष जमाने से यही, शहर में अमन की बरसात करें।
  • न रहे कोई भूखा प्यासा, मिलकर जमाने के ऐसे हालात करें।।

अन्य विकास कार्य हेतु उल्लेखनीय प्रावधान

  • 1. निकाय द्वारा सांस्कृतिक गतिविधियों जैसे- अटल गौरव दिवस, नवसंवत्सर, चकरी मेला, रानी लक्ष्मीबाई एवं अन्य महापुरूषों जैसे- संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर, भगवान परशुराम, महाराणा प्रताप, वीरांगना झलकारी बाई, ज्योतिबाराव फुले, सावित्रीबाई फुले, संत गाड़गे महाराज, महर्षि वाल्मीकि, अग्रसेन महाराज, देवी अहिल्याबाई होल्कर, मैथलीशरण गुप्त, गुरूगोविन्द सिंह सहित अन्य महापुरूषों के जन्मोत्सव समारोह आदि को बढ़ावा दिये जाने हेतु आगामी वित्तीय वर्ष में राशि रूपये 03 करोड़ का प्रावधान प्रस्तावित किया गया है।  
  • 2. विगत वर्ष की तुलना में मौलिक निधि की राशि में वृद्धि करते हुये महापौर/अध्यक्ष/वरि.पार्षदगण/पार्षदगण तथा वार्ड समिति निधि अंतर्गत कुल राशि रूपये 92.60 करोड़ का प्रावधान रखा गया है।  
  • 3. निगम भूमियों को सुरक्षित रखने हेतु बाउण्ड्रीवाल, नवीन बाजार निर्माण (प्रीकॉस्ट) हेतु राशि रूपये 03 करोड़ का प्रावधान है।
  • 4. सफाई कर्मचारियों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की दृष्टि से ग्लब्स, मास्क एवं अन्य उपकरण हेतु प्रावधान किये गये है।
  • 5. सामुदायिक भवनों के निर्माण हेतु 3 करोड़ का प्रावधान प्रस्तावित है।
  • 6. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट हेतु राशि रूपये 31 करोड़ का प्रावधान प्रस्तावित किया गया है।
  • 7. शहर में महिलाओं की सुविधा हेतु पिंक टॉयलेट का निर्माण विभिन्न स्थानों पर कराये जाने हेतु राशि रूपये 05 करोड़ का प्रावधान प्रस्तावित है।
  • 8. 15वे वित्त आयोग के तहत भूमिगत नालियां (सीवर लाईन निर्माण) हेतु राशि रूपये 48 करोड़ का प्रावधान रखा गया है।
  • 9. विद्युत एवं यांत्रिकी विभाग अंतर्गत बायो चलित शौचालय क्रय किये जाने हेतु 50 लाख का प्रावधान प्रस्तावित है।
  • 10. स्वच्छता एवं ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन विभाग अंतर्गत प्रगतिरत कार्य-विशिष्ट योजना-ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु 36 करोड़ का प्रावधान प्रस्तावित है।
  • 11. शहर की विद्युत व्यवस्था सुदृढ़ एवं विद्युत व्यय कम करने की दृष्टि से सोलर एनर्जी स्ट्रीट लाईट, पायलट प्रोजेक्ट स्तर पर चालू कराने हेतु राशि रूपये 5 करोड़ का प्रावधान रखा गया है।
  • 12. शहर की आवश्यकताओं को देखते हुये नये विद्युत पोल स्थापन हेतु राशि रूपये 07.00 करोड़ का प्रावधान प्रस्तावित किया गया है।
  • 13. शहर की यातायात व्यवस्था के लिए विभिन्न स्थानों पर नवीन पार्किंग निर्माण हेतु राशि रूपये 2.00 करोड़ का प्रावधान रखा गया है।
  • 14. शहरी गरीब बस्तियों में अधोसंरचना कार्य जैसे- भवन निर्माण एवं स्वच्छता, प्रकाश एवं यातायात व्यवस्था हेतु पुल एवं सड़कों के निर्माण के लिये बजट में राशि रूपये 38 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
  • 15. अमृत 2.0 के तहत ग्रामीण वार्डों एवं शहर के अनकवर्ड क्षेत्र में पेयजल उपलब्ध कराये जाने हेतु प्रावधान प्रस्तावित किया गया है।
  • 16. कार्यालयीन उपयोग की सामग्री एवं अन्य उपकरण कम्प्यूटर, लेपटॉप आदि क्रय हेतु राशि रूपये   3.00 करोड़ का प्रावधान प्रस्तावित है।
  • 17. मानव कुष्ठ आश्रम एवं म.प्र. मूक वधिर कल्याण संस्था को अनुदान सहायता प्रदाय किये जाने हेतु विगत वर्ष की तुलना में वृद्धि करते हुए 10 लाख का प्रावधान प्रस्तावित किया गया है। 

अध्यक्ष महोदय, यह स्वाभाविक है कि मेरे द्वारा प्रस्तुत पिछले बजट की विकास यात्रा का मैं स्मरण करूं। बजट में शहर का जन समुदाय हमारा केन्द्र बिन्दु रहा है तथा हर क्षेत्र में की गई हमारी पहल तथा विभिन्न योजनाओं की मंषा ग्वालियर शहर का तेज विकास करने की रही है।

मेरी बात अधूरी रहेगी यदि मैं पूर्ववर्ती सरकारों के प्रति आभार व्यक्त ना करूं। शहर के विकास में अब तक सभी सरकारों ने योगदान दिया है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में विचारधारा व कार्यशैली पृथक-पृथक हो सकती है परन्तु अंतिम उद्देश्य शहर का बहुआयामी विकास ही है। माननीय सदन के सभी साथियों से मेरा अनुरोध है कि शहर के बहुमुखी विकास के लिए हम सभी दलीय भावना के ऊपर उठकर एक साथ प्रयास करें, जिससे हमारा अपना शहर खुशहाल एवं विकासशील बने।

पक्ष और विपक्ष सदन के बाहर हैं, इस सदन में हम सबका सम्मान करेंगे क्योंकि  हम सब एक हैं। आज यहां हम सब साथ हैं कल कहां होंगे, तब हमारे साथ आज की सुनहरी यादें होंगी।

आरोप-प्रत्यारोप ना करके मिलकर कदम उठायेंगे, शहर हमारा शहरवासी हमारे जिन्होंने हम पर विश्वास दिखाया है। ग्वालियर के विकास में बिना स्वार्थ के हम सब मिलकर अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभायेंगे अपने ग्वालियर शहर में हम सब चमन बरसायेंगे, हरा-भरा संुदर और स्वच्छ शहर बनायेंगे।


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