मंदिरों में नववर्ष पर भक्तों की उमड़ी भीड़...
भगवान की आराधना के साथ हुई नए साल 2024 की शुरुआत
ग्वालियर। नए साल 2024 के पहले ही दिन की शुरुआत लोगों ने मंदिरों में पूजा अर्चना कर की। शहर के प्रमुख मंदिर अचलेश्वर मंदिर, सनातन धर्म मंदिर, राम मंदिर, शीतला माता मंदिर, साँई मंदिर, खेड़ापति हुनमान मंदिर सहित अन्य मंदिरों में नववर्ष पर भक्तों की भीड़ देखने को मिली। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग देवी-देवता के दर्शन के लिए लाइन में लगे हुए दिखाई दिए। नए साल पर लोगों ने देवी-देवता के दर्शन कर इस साल को बेहतर बनाए रखने की मनोकामनाएं मांगी। नए साल पर शहर के सभी मंदिरों में भीड़ देखने को मिली। खेड़ापति मंदिर में भारी संख्या में लोग भगवान का पूजन करने पहुंचे।
वहीं अचलेश्कर महादेव मंदिर में सुबह से ही लोगों की भीड़ जुटने लगी। धीरे-धीरे भीड़ इतनी बढ़ गयी कि पैर रखने की भी जगह नहीं थी। सापाऊ स्थित शीतला मंदिर में भी श्रद्धालुओं ने पूजन कर माता का आशीर्वाद लिया। गिर्राज मंदिर में राधा- कृष्ण मंदिर में भी लोगों का तांता लगा रहा। 2024 के पहले दिन फूलबाग स्थित के सांई मंदिर में भक्त सुबह की आरती देखने और बाबा का आशीर्वाद लेने के लिए एकत्र हुए। गुप्तेश्वर मंदिर में नए साल की पहली सुबह में भक्त पूजा अर्चना करनें पहुंचे। वहीं सनातन धर्म मंदिर पर श्रद्धालूओं ने साल के पहले दिन भगवान चक्रधर की पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की।
सनातन धर्म मंदिर में नव वर्ष 2024 के आगमन पर भगवान चक्रधर एवं गिरिराज धरण का विशेष मनमोहक श्रृंगार किया गया। प्रधानमंत्री महेश नीखरा एवं धर्ममंत्री ओमप्रकाश गोयल ने बताया कि सनातन धर्म की परंपरा अनुरूप हिंदू नववर्ष चैत्र मास में गुड़ी पड़वा को मनाया जाता है। परंतु भक्तों की भावना को देखते हुए नव वर्ष 2024 के शुभारंभ पर भगवान चक्रधर एवं गिरिराजधरण का भव्य मनमोहक श्रृंगार किया गया एवं ठाकुर जी की रसोई में मेथी के पराठे, बथुए के पराठे, बथुए का रायता, खीर का विशेष भोग तैयार कर ठाकुर जी को अर्पित किया गया। रात्रि में केसर दूध अर्पित किया गया। विशेष सर्दी को देखते हुए ठाकुर जी के कक्ष गर्भगृह में हीटर की विशेष व्यवस्था की गई है। गरम पोशाक पहले से ही धारण कराई जा रही है।
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