गणतंत्र दिवस के मौके पर सीएम मोहन यादव ने की 3 बड़ी घोषणा...
उज्जैन में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने फहराया राष्ट्रिय ध्वज
गणतंत्र दिवस के मौके पर सीएम मोहन यादव उज्जैन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए और उन्होंने राष्ट्रिय ध्वज फहराया, परेड की सलामी ली।इस दौरान उन्होंने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि चित्रकूट को विश्व स्तरीय धार्मिक और पर्यटन का केंद्र बनाने का निर्णय लिया गया है। यहां प्रतिवर्ष रामायण मेला आयोजित किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मप्र सरकार सीएम तीर्थ दर्शन योजना के तहत हवाई और रेल मार्ग से अयोध्या की यात्रा करवाएगी।
हवाई-रेल मार्ग से कराएंगे बुजुर्गों को अयोध्या की यात्रा
सीएम ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परम्परा के केंद्र श्रीराम प्रभु के चरणों में विनयांजलि के रूप में राज्य सरकार ने श्रीराम वन गमन पथ के सभी प्रमुख स्थलों का विकास करते हुए चित्रकूट को विश्व-स्तरीय धार्मिक एवं पर्यटन स्थल का स्वरूप प्रदान करने का निर्णय लिया है। इसी प्रकार, ओरछा के श्रीराम राजा परिसर में सरकार श्रीराम राजा लोक के विकास का पुनीत कार्य कर रही है ।
सीएम मोहन यादव ने कहा कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर राज्य सरकार 161 बंदियों को जेल से रिहा करने जा रही है। आज का दिन इन सभी कैदियों और उनके परिवारजनों के जीवन में खुशियों और आशाओं से भरी एक नई जिन्दगी की सुबह लेकर आया है ।मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना के माध्यम से प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों को हवाई मार्ग एवं रेल मार्ग से भगवान श्रीराम के पावन दर्शन हेतु अयोध्या की यात्रा कराई जाएगी।
प्रदेश के अंचलों में उद्योग और व्यापार कि दिशा बदलने तथा लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। इसी के अंतर्गत ग्वालियर के समान उज्जैन में भी व्यापार मेला आयोजित किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक वित्तीय सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी तथा उज्जैन में औद्योगिक वातावरण निर्मित करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जायेंगे।
भारत सरकार के सहयोग से उज्जैन में मेडिकल डिवाइज पार्क, ऊर्जा उपकरण निर्माण, पीएम. मित्र पार्क और मेडी सिटी के निर्माण का निर्णय लिया गया है।उज्जैन के चिकित्सालय और चिकित्सालय के सामने सामाजिक न्याय परिसर में मेडी सिटी की स्थापना की जाएगी। प्रदेश की पहली मेडी सिटी मिलेगी। उज्जैन के इंजीनियरिंग कॉलेज सहित सभी तकनीकी रूप से कार्यरत महाविद्यालयों के उन्नयन की बड़ी योजना बनाई गई है। उज्जैन में आईआईटी सेटेलाइट टाउन के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति प्राप्त कर ली गई है। यह तकनीकी शिक्षा के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।
45 दिन में राज्य सरकार ने लिए ये लोक हितैषी निर्णय
- मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश की नई डबल इंजन सरकार ने आज 26 जनवरी को अपने गठन के 45 दिन पूरे कर लिए हैं। इस अल्प अवधि में सरकार ने कई त्वरित लोक हितैषी निर्णय लेकर जनता के मन पर अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। इन्दौर की हुकुमचंद मिल के 4 हजार 800 से अधिक मजदूर भाई-बहनों के हक की 224 करोड़ रुपये से अधिक की राशि प्रदान करने का बड़ा निर्णय़ लिया।
- चाहे ध्वनि विस्तारक यंत्रों के नियमों और मापदंडों के विपरीत उपयोग पर प्रतिबंध की बात हो या फिर बिना लायसेंस के खुले में मांस-मछली आदि के क्रय-विक्रय पर रोक लगाना हो या फिर खुले बोरवेलों को बंद कराने का अभियान चालाना हो-शपथ ग्रहण के तत्काल बाद लिये गए इन जनहितकारी निर्णयों से सरकार ने ये साफ संदेश दे दिया है कि प्रदेश में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।
- गुंडे-बदमाशों के मन में पुलिस का डर बिठाना और आम आदमी के मन में पुलिस का डर निकालना ही सरकार की प्राथमिकता है। जन-सुविधा के दृष्टि से भोपाल स्थित बीआरटीएस कॉरिडोर को हटाने का निर्णय भी इस बात का प्रतीक है कि जब-जब जनता के हित की बात होगी, तब-तब सरकार कड़े फैसले लेने में एक मिनट की भी देरी नहीं करेगी।
- सरकार के कामकाज में हर स्तर पर शुचिता, पारदर्शिता, विकेन्द्रीकरण, त्वरित निर्णय, कार्य दक्षता, अनुशासन एवं संवेदनशीलता दिखाई दे, इस उद्देश्य से अनेक नए कदम उठाए गए हैं। विभागों की समीक्षा के माध्यम से हर लक्ष्य की प्राप्ति के लिए माइक्रों प्लानिंग की जा रही है, वहीं दूसरी ओर सभी संभागों के विकास और कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए स्थानीय चुनौतियों को समझकर मौके पर ही निर्णय लिए जा रहे हैं।
- संभागीय मुख्यालय पर बड़े पैमाने पर विकास कार्यों के शिलान्यास और लोकार्पण यह सिद्ध करते है कि सरकार जो कहती है, वो करके दिखाती है। सरकार ने जन सामान्य की सुविधा को केन्द्र में रखते हुए विभिन्न प्रशासनिक इकाइयों जैसे-जिला, तहसील, थाने आदि की सीमाओं के युक्तियुक्तकरण की कार्यवाही प्रारंभ करने का निर्णय लिया है।
- साइबर तहसील परियोजना को भी पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्णय लिया गया है। सुशासन को केन्द्र में रखकर उठाए गए ये सभी कदम विकसित मध्यप्रदेश के निर्माण में मील का पत्थर साबित होंगे।
पीएम मोदी की तारीफ
- सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की संकल्प-शक्ति से 140 करोड़ भारतवासियों की सदियों की प्रतीक्षा समाप्त हुई और एक नई आध्यात्मिक शक्ति का उदय हुआ है। प्रधानमंत्री जी के आह्वान पर दिनांक 10 से 15 जनवरी तक महिला सशक्तिकरण एवं युवा ऊर्जा पर केन्द्रित ‘मकर संक्रांति उत्सव’ मध्यप्रदेश में उल्लास और उमंग के साथ मनाया गया।
- मोदी जी की गारण्टी वाली गाड़ी गाँव-गाँव, नगर-नगर पहुँची और उन वंचितों की जिन्दगी बदलने का माध्यम बनी, जो अब तक सरकार की योजनाओं का लाभ नहीं ले पाए थे। मुझे यह कहते हुए खुशी है कि यात्रा के दौरान मध्यप्रदेश में 50 लाख से भी अधिक लोगों को लाभान्वित किया गया है।
- ‘विकसित भारत-संकल्प यात्रा’ वर्ष-2047 तक भारत को विकसित देशों की श्रेणी में लाने की मोदी जी की गारण्टी का प्रतीक बनकर उभरी है। यह यात्रा मोदी जी के मन और प्रदेश के जन-जन के बीच जीवंत संवाद का माध्यम बनी है।
- सीएम ने कहा कि विश्व पटल पर भारत को सम्पूर्ण प्रभुत्व संपन्न लोकतंत्रात्मक गणराज्य के रूप में स्थापित करने में महती भूमिका निभाने वाले डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर एवं अन्य सभी संविधान निर्माताओं के प्रति हृदय से कृतज्ञता ज्ञापित करता हूं ।
- युवाओं को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष शिविर लगाए गए। विद्यालयों में सूर्य नमस्कार, परंपरागत खेलों और सांस्कृतिक-साहित्यिक गतिविधियों का आयोजन किया गया।‘मां तुझे प्रणाम’ योजना के अंतर्गत 150 युवतियों के दल को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, एकता नगरी, केवड़िया, गुजरात के भ्रमण पर भेजा गया।
- स्वामी विवेकानन्द की जन्म-जयंती के अवसर पर अर्जुन पुरस्कार विजेता और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया।
- मध्यप्रदेश की धरती से होकर श्रीराम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह में अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं के जगह-जगह स्वागत-सत्कार में प्रदेशवासियों ने फूल और दिल दोनों बिछा दिए। प्रदेश के 28 पवित्र स्थानों पर श्रीरामचरित लीला समारोह आयोजित किए गए ।
- सभी जिलों में प्रभात फेरियां, कलश यात्राएं निकाली गईं, विशेष स्वच्छता अभियान चलाए गए। मंदिरों, पवित्र नदियों और जलाशयों में दीपदान किए गए। सभी शासकीय भवनों को रोशनी से जग-मग किया गया ।रोम-रोम में बसने वाले श्रीराम के स्वागत में घर-घर में दीवाली मनाई गई और मंदिर-मंदिर दीप जलाए गए, भजन-कीर्तन किए गए। काल के केन्द्र भगवान महाकालेश्वर की नगरी उज्जैन से 5 लाख लड्डू प्रसाद के रूप में मध्यप्रदेश की मिठास अयोध्या भेजी गई।
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