मुंबई के मीरा रोड भयंदर बना मिनी पाकिस्तान,जहां हिंदुओं पर हुआ था हमला …
कट्टरपंथियों ने हैं बैरिकेड लगा रखे और आधार कार्ड चेक करने के बाद ही एंट्री देते हैं।
मुंबई से सटे ठाणे के मीरा रोड-भायंदर इलाके में अब भी तनाव है। 21 जनवरी 2024 को यहाँ राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर निकाली गई हिंदुओं की रैली पर इस्लामी कट्टरपंथियों ने हमला किया था। भायंदर की बीजेपी विधायक गीता भरत जैन ने पुलिस कमिश्नर से मिलकर घटना की शिकायत की है। जैन का कहना है कि पुलिसिया कार्रवाई के बाद भी मीरा रोड इलाके में हिंदुओं को लेकर नफरत देखी जा रही है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने जो दावे किए उसके अनुसार इस्लामी कट्टरपंथियों ने इस इलाके में बैरिकेड लगा रखे हैं और आधार कार्ड चेक कर एंट्री देते हैं।
गीता भरत जैन ने कहा, “कमिश्नर साहब को हमने कहा कि उस दिन महिलाओं के साथ अभद्रता हुई। एक सामान्य फैमिली अगर अपने धर्म की ध्वजा लेकर जा रही है तो ये उसका अधिकार है। अगर कोई एक इलाका ये कहता है कि यहाँ ये पताका नहीं चलेगी। उस परिवार को गिरा दिया जाता है। उस पर थूका जाता है। उस पर उल्टी की जाती है। महिलाओं को खींचा जाता है और कहा जाता है कि अब तुम्हारा राम बचाने आएगा क्या। अब आप ‘अल्लाह हू अकबर बोलो’ तभी हम छोड़ेंगे। ये स्वतंत्रता छीनने की बात है। लोकशाही के खिलाफ जाने की बात है। यह हम सहन नहीं करेंगे।”
विधायक जैन ने कहा, “दूसरा एक बैरिकेड लगाया है। उस इलाके से हमें जाना है तो हमारा आधार कार्ड बताकर जाना है। ये कौन सी लोकशाही है? ऐसा कौन सा इलाका है? ऐसे कोई इलाके नहीं होते। ये हमारा इलाका, ये आपका इलाका। यहाँ से मत जाइए तो ये जो चल रहा है, उससे हमने कमिश्नर साहब को अवगत कराया है और उन्होंने बैरीकेड हटाने के लिए कहा है। जैन के अनुसार उनकी ही पार्टी के एक अन्य विधायक नीतेश राणे भी इससे अवगत हैं। उन्होंने 24 घंटे में बैरिकेड नहीं हटाने पर खुद से कार्रवाई की बात कही है।
उन्होंने कहा, “नीतेश राणे ने कहा है कि अगर 24 घंटे में बैरिकेड नहीं हटा तो सब फिर आएँगे। बैरिकेड अपने आप हटाएँगे और वहाँ से ही निकलेंगे। तब देखते हैं कि किसका इलाका है। आज पहला बुलडोजर चला है। आगे देखते हैं कि ये कार्रवाई कंटीन्यू होती है कि नहीं। हम चाहते हैं कि जितना अवैध कब्जा है, वे तोड़े जाएँ और जल्द से जल्द ये कार्रवाई पूरी हो।”
विधायक गीता जैन ने शांतिनगर का उदाहरण देते हुए कहा कि प्रशासन ने उनसे हटने को कहा है। लेकिन उनकी दादागिरी देखिए कि वो वहीं बैठे हैं। प्रशासन के अधिकारियों को मारना, पुलिस वालों पर हाथ उठान ये सब नहीं सहा जाएगा। लोकशाही है। हम सहिष्णु हैं। कायर नहीं हैं। बताते चलें कि मीरा रोड में इस्लामी दंगाइयों ने हिन्दू भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए बजरंग बली की छवि वाले पोस्टर भी फाड़े। इन झंडों पर इस्लामी कट्टरपंथियों ने उल्टी तक की। इस केस में पुलिस ने अब तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने ये कार्रवाई हिंसा पीड़ित विनोद जायसवाल की शिकायत पर दर्ज FIR के तहत की है। FIR में कहा गया है कि 21 जनवरी की रात को 10:30 बजे जायसवाल की कार को मीरा रोड पर 50-60 लोगों ने घेरकर हमला किया। उनकी गाड़ी पर लाठी-डंडों से हमला किया और उस पर लगा रामलला झंडा भी उखाड़ दिया। बताते चलें कि जिन इस्लामी कट्टरपंथियों ने हिन्दुओं पर हमला बोला था उनके अवैध निर्माणों पर बुलडोजर कार्रवाई भी की गई है।
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