हरिद्वार में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने...
सीएम डॉ यादव को सनातन भूषण सम्मान से किया सम्मानित
हरिद्वार । शनिवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पतंजलि गुरुकुलम् एवं आचार्यकुलम् का शिलान्यास समारोह में पहुंचे थे। जहां वे पंचायती निरंजनी अखाड़ा के सनातन भूषण सम्मान एवं सन्त समागम कार्यक्रम में भी शामिल हुए। इस आयोजन के दौरान उन्हें पंचायती निरंजनी अखाड़ा हरिद्वार सनातन भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी जी महाराज, महामंडलेश्वर युग पुरुष स्वामी परमानंद गिरि जी महाराज, शंकराचार्य राज राजेश्वरानंद आश्रम महाराज, आवाहन पीठाधीश्वर अवधूत अरुण गिरीजी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी हरि चेतनानंद जी महाराज सहित अन्य अखाड़ों के पूज्य संत मौजूद थे।
देश के सभी साधु संतो के 13 अखाड़ों की अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद प्रतिनिधि संस्था है। वहीं, मुख्यमंत्री ने पतंजलि गुरुकुलम् एवं आचार्यकुलम् का शिलान्यास समारोह में केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ शामिल हुए। यहां मुख्यमंत्री ने बाबा रामदेव से मध्य प्रदेश में गुरुकुल खोलने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव ने योग, आयुर्वेद को अनेक विधाओं में लोकप्रिय बनाया है। उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि हरिद्वार में बनने जा रहा नया गुरुकुल निश्चित रूप से अपने उद्देश्य की प्राप्ति करेगा और दुनिया में मानवता की स्थापना करेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सभी युगों में हमारे देश में शिक्षा-दीक्षा को बहुत महत्व प्रदान किया गया। आज से 5 हजार साल पहले भगवान श्रीकृष्ण द्वारा बाल रूप में कंस जैसी महाशक्ति का पराभव करने के बाद भी तत्कालीन समाज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा-दीक्षा होना चाहिए। परिणामस्वरूप श्रीकृष्ण उज्जैन स्थित आचार्य सांदीपिनी आश्रम पधारे। तत्कालीन शिक्षा व्यवस्था 14 विद्या, 64 कला से परिपूर्ण थी। प्रत्येक शिष्य का सर्वांगीण विकास और उनमें मानवीयता के उत्कृष्ट मापदंडों की पुनर्स्थापना करना इस व्यवस्था का उद्देश्य था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में क्रियान्वित हो रही नई शिक्षा नीति भी विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और मानवीय मूल्यों की स्थापना पर केन्द्रित है।
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