G News 24 : सैनिकों के हाथों में पूरी तरह सुरक्षित हैं सीमाएं ,नागरिक भी करें सहयोग : रवि गांधी

राष्ट्र की सुरक्षा देशहित पर सर्वस्व न्यौछावर करने वाले वीर सैनिकों के सम्मान में मना विजयदिवस 

सैनिकों के हाथों में पूरी तरह सुरक्षित हैं सीमाएं ,नागरिक भी करें सहयोग : रवि गांधी

ग्वालियर। जब राष्ट्र की सुरक्षा देशहित पर सर्वस्व न्यौछावर  सैनिकों के हाथों में हो तो उसे राष्ट्र को कोई आंख उठाकर देखने और सीमा को छूने का दुस्साहस नहीं कर सकता है। राष्ट्र की सीमाएं सैनिकों के हाथों में पूरी तरह सुरक्षित हैं, इसमें आम नागरिक भी पूरी जिम्मेदारी से करते हैं सहयोग। यह वक्तव्य 16 दिसंबर को सीमा सुरक्षा बल टेकनपुर में आयोजित 1971 के भारत पाक युद्ध के दौरान शहीद हुए अमर वीरों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मेजर जनरल सेवानिवृत्ति अजय सेठ ने कही। उन्होंने कहा कि सीमा सुरक्षा बल के वीरों  ने भारत की सभी सीमाओं को अपने खून से सींचा है। आज के समय में भारत की स्थिति सबसे मजबूत है। दुश्मन देश भारत पर हमला करने की सोच भी नहीं सकता है ,सबसे पहले उसका सामना सीमा सुरक्षा बल से ही होता है। इससे पूर्व नागरिक परिषद के सदस्यों एवं सीमा सुरक्षा बल परिवार के कार्मिकों ने 1971 के भारत-पाक युद्ध के अमर शहीदों को नमन के साथ पुष्पांजलि अर्पित की।

सीमा सुरक्षा बल अकादमी के निदेशक व अतिरिक्त महानिदेशक रवि गांधी ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल अकादमी प्रतिवर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मानती है। 1971 के युद्ध के दौरान सीमा सुरक्षा बल के शहीद स्वर्गीय आर के वाधवा सहायक कमांडेड महावीर चक्र तथा सीमा सुरक्षा बल के उन अधिकारियों एवं अन्य कार्मिकों जिन्होंने युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी और बांग्लादेश की आजादी में अपना अमूल्य योगदान निभाया उसके लिए उनके सर्वोच्च बलिदान व अमूल योगदान को स्मरण किया जाता है।

श्री गांधी ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल  को बनाने में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का बहुत बड़ा योगदान है। उनके इस योगदान को सीमा सुरक्षा बल कभी भूल नहीं सकता है। नागरिक परिषद के सदस्य द्वारा इन सैनिकों को सम्मान देने की रीति बहुत ही सराहनीय है और यह परिपाटी राष्ट्रीय सुरक्षा में तैनात सिपाहियों के हौसलों को बुलंद करती है।उन्होंने बताया कि आज के समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और नई तकनीक से युद्ध लड़ा जा रहा है। उन्होंने यूक्रेन इसराइल और हमास फिलिस्तीन का उदाहरण दिया।उल्लेखनीय है कि सीमा सुरक्षा बल अकादमी टेकनपुर में1972 से नागरिक परिषद द्वारा खुला मंच का आयोजन अनवरत जारी है।कार्यक्रम में डॉक्टर SK शर्मा समेत द्वितीय कमान अधिकारी माधव चतुर्वेदी अतुल यादव समेत टेकनपुर BSF के अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

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