भारत के 140 करोड़ लोगों के आशीर्वाद से ...
ग्वालियर की हेमलता ने जीता 'मिसेज यूनिवर्स एक्सक्विजिट' का खिताब !
ग्वालियर। कहते हैं परिश्रम के साथ अगर दुआ भी हो तो सफलता कदम चूमती है। ग्वालियर की पचास वर्षीय हेमलता जैन के साथ भी कुछ ऐसा ही है। पिछले महीने 28 सितंबर को 'अंतर्राष्ट्रीय मिसेज प्रतियोगिता' में हिस्सा लेने हेमलता जब फिलिपींस जा रहीं थीं। तब उन्होंने भारत के 140 करोड़ लोगों के आशीर्वाद की बात की थी। बाकी परिश्रम उनका था।
हेमलता भले ही मिसेज यूनिवर्स न बन पाई हों लेकिन 'मिसेज यूनिवर्स एक्सक्विजिट' का खिताब जरूर उन्होंने अपने नाम किया। यह उनके व देश के लिए बड़ी उपलब्धि है। प्रतियोगिता में कुल 97 देशों की महिलाओं ने हिस्सा लिया, जो सात दिन चली। एक अक्टूबर को भव्य स्वागत किया गया। पहले दिन फैशन शो के साथ परिचय का कार्यक्रम रहा। फिर क्वींस बाल ईवनिंग में सभी प्रतियोगियों ने खास तरह की पोशाक पहन रखी थी। यह अपने आप में भव्य एवं अनूठा चेरिटी ईवेंट था। जिसमें वूमन हिंसा के वीसीके लिए victullms के लिए डोनेशन दिया गया। फोरम डे पर हेमलता ने ऑरगन डोनेशन पर भाषण दिया। इसके साथ ही वीडियो प्रजेंटेशन भी दिया। जिसे बहुत सराहा गया। हेंमलता जैन ने 'मिसेज यूनिवर्स एक्सक्विजिट' का खिताब जीता।
मेरी ट्रेनर मिनाक्षी जी की उपस्थिति मेरी ताकत थी
श्रीमती हेमलता जैन ने बताया कि सुदूर विदेशी धरती पर प्रतियोगी के तौर पर उपस्थित होना मेरे लिए एक बड़ी चुनौती थी। लेकिन मेरी ट्रेनर श्रीमती मिनाक्षी माथुर की उपस्थिति मेरे लिए वरदान साबित हुआ। उन्होंने हर कदम पर मेरा हौसला बढ़ाया। जिससे मैं यह खिताब जीत पाई।
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