सेवाएं संविलियन किए जाने के संबंध में...
आउटसोर्स कर्मचारियों की मांगों के समर्थन में विधायक ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
प्रदेश के विभिन्न विभागों में कार्यरत लगभग 12 लाख से ज्यादा आउटसोर्स कर्मचारियों की विभिन्न मांगों एवं उनकी सेवाएं संविलियन किए जाने के संबंध में ग्वालियर दक्षिण से कांग्रेस पार्टी के विधायक प्रवीण पाठक जी ने आज माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी चौहान को पत्र लिखकर उक्त कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया है।
श्री पाठक ने पत्र में मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि -
- आउटसोर्स कर्मचारी भी हमारे श्रम साधक है। कर्मचारी विभिन्न विभागों के अंतर्गत अपनी सेवाए मप्र सरकार को दे रहे हैं।
- आपके द्वारा अपने 3 कार्यकाल में कई बार इनके संविलियन और समस्याओं के निराकरण की बात कही है लेकिन नतीजा शून्य है।
- मेरा आपसे पत्र के माध्यम से आग्रह है कि हमारे इन श्रम साधकों को उनकी सेवा और योग्यता के अनुरूप न्याय प्रदान कीजिए और इनके वाजिब हक और समस्याओं का निदान कीजिए।
पत्र में उन्होंने कहा है कि प्रदेश के विभिन्न विभागों में लगभग 12 लाख से ज्यादा कर्मचारी आउटसोर्स पर कार्यरत होकर सेवा में लगे हैं तथा महत्वपूर्ण भूमिकाओं का निर्वहन करते आ रहे हैं कई कर्मचारी लगभग 5 से 10 साल की सेवा करते हुए ओवरेज हो गए हैं। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग में लगभग 2.50 लाख, म. प्र. विद्युत मंडल में लगभग 52000, प्रदेश की समस्त 16 नगर निगमों के अंतर्गत लगभग 22000, प्रदेश की सभी नगर पालिकाओं-प्रत्येक में लगभग 300, डायल-100 सेवा में लगभग 4000, जल जीवन मिशन के तहत लगभग 350 इंजीनियर सभी विभागों में कंप्यूटर ऑपरेटर लगभग 2.30 लाख तथा कृषि उपज मंडी, दुग्ध संघ, सहकारिता, शिक्षा, उच्च शिक्षा, मध्य प्रदेश पुलिस, हाउसिंग कॉर्पोरेशन सहित कई विभागों में लगभग 12 लाख से ज्यादा कर्मचारी आउटसोर्स पर कार्यरत है।
आउटसोर्स पर नियुक्त कर्मचारियों द्वारा अपनी विभिन्न मांगो - समान कार्य समान वेतन, नियुक्त कर्मचारियों को नियमित करने, महिला कर्मचारियों को मातृत्व अवकाश की पात्रता दिए जाने, चिकित्सा सुविधा, सार्वजनिक अवकाश, ग्रेच्युटी, पेंशन एवं अनुकंपा नियुक्ति आदि सुविधा दिए जाने हेतु कई बार ज्ञापन पत्र प्रस्तुत किए किंतु प्रदेश सरकार द्वारा अभी तक इनकी समस्याओं का कोई निराकरण नहीं किया है। जिससे आउटसोर्स वर्ग के कर्मचारियों में कार्य के प्रति मनोबल में कमी आ रही है तथा उनमें आंतरिक रूप से हीनता का भाव जागृत हो रहा है। श्री पाठक ने अंत में माननीय मुख्यमंत्री जी से अनुरोध किया है कि विभिन्न विभागों में कार्यरत लगभग 12 लाख से ज्यादा आउटसोर्स कर्मचारियों की विभिन्न मांगों/समस्याओं का निराकरण करने एवं उनकी सेवाएं संविलियन किए जाने के संबंध में सहानुभूति पूर्वक विचार कर शीघ्र से शीघ्र आवश्यक कार्रवाई करें।
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