2 सितंबर तक कोर्ट में सबमिट करनी होगी रिपोर्ट...
ज्ञानवापी के सर्वे के दौरान ASI की टीम को पिंडी मिली !
वाराणसी। उत्तरप्रदेश के बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी यानी वाराणसी में न्यायालय के आदेश से जारी ज्ञानवापी के सर्वे के दौरान आज एएसआई की टीम को एक पत्थरनुमा आकृति मिली है। आज ज्ञानवापी में होगा राडार तकनीकी का उपयोग। जानकारी के अनुसार आज ही ज्ञानवापी गुम्बद के नीचे वाली जमीन का सर्वे होगा। इस सर्वे के लिये और आधुनिक मशीन मंगाई गयी है। पूरी ज्ञानवापी बिल्डिंग को एक बार में देखने के लिए सैटेलाइट के जरिए 3D इमैजिनेशन तैयार किया जा रहा है। इसमें टीम दीवारों की 3D इमेजिंग, मैपिंग और स्क्रीनिंग भी करेगी। रविवार को ASI से 58 लोग, हिंदू पक्ष से 8 लोग और मुस्लिम पक्ष से 3 लोग मौजूद हैं।
वहीं, जिला कोर्ट में शनिवार को सुनवाई हुई। अजय कुमार विश्वेश की अदालत ने आदेश दिया कि ASI को अपनी सर्वे रिपोर्ट 2 सितंबर तक सबमिट करनी होगी। ज्ञानवापी सर्वे से जुड़ी एक बड़ी खबर की बात करें तो सूत्रों के मुताबिक, सर्वे के दौरान परिसर में जमीन के नीचे पिंडीनुमा आकृति मिली है। ज्ञानवापी में सर्वे जारी है। आज रविवार को भी ज्ञानवापी का सर्वे जारी है। हिन्दू और मुस्लिम पक्ष के लोग सर्वे के दौरान मौजूद है। ऐसा बताया जा रहा है। आज ही एएसआई की टीम गुम्बद के नीचे जायेगी। पिछले वर्ष हिन्दू पक्ष ने शिवलिंग को क्षति पहुंचाने का बड़ा आरोप लगाया था।
वहीं मुस्लिम पक्ष की ओर से अदालत में अर्जी डाली गयी थी कि सर्वे वाले वीडियो को सार्वजनिक नहीं किया जाये।हिन्दू और मुस्लिम पक्ष लम्बे वक्त से अपनी-अपनी दलीले पेश कर रहे हैं। उसी दौरान हिन्दू पक्ष ने दावा किया था कि वजूखाने में शिवलिंग जिसे क्षति पहुंचाई गयी। अदालत के आदेश के मुताबिक इमारत में पाई जाने वाली सभी कलाकृतियों की एक सूची तैयार की जाएगी। उन कलाकृतियों की उम्र और प्रकृति का पता लगाई जाएगी। इमारत की आयु, निर्माण की प्रकृति का भी पता लगाया जाएगा। GPR सर्वेक्षण के साथ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जानकारों का मानना है कि इस सर्वे का काम पूरा होने के बाद कानूनी विवाद को सही तरह से सुलझाने में मदद मिलेगी।
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