अचानक से बढ़े क्राइम के पीछे कहीं यही लोग जिम्मेदार तो नहीं !
अवैध फेरी वालों की इन दिनों शहर में आई हुई है बाढ़
सुबह सबेरे हम सो कर भी नहीं उठ पाते हैं उससे पहले दरवाजे के बाहर सड़क पर 4000 रुपये किलो बाल खरीदने वालों गेहूं ज्वार जावर बाजला खरीदने वालों और अल्लाह या साईं बाबा के नाम पर तो कभी जय श्री राम के नाम पर मांगने वालों, बैग पर्स और पैंट की चैन बदलने वाले, प्रेशर कुकर गैस चूल्हा बनाने वाले टूटे-फूटे मोबाइलों से जीरा बेचने वालों का शोर दरवाजे पर सुनाई पड़ने लगता है ऐसा लगता है कि मानव शहर में इन लोगों की एकदम से बाढ़ आ गई है। और ऐसा नहीं है कि ये शोर कभी कभार ही सुनाई देता है ऐसा बिल्कुल भी नहीं है बल्कि यह प्रतिदिन का सिलसिला है। जब सवेरा होते ही इस प्रकार की आवाजें लोगों को गली मोहल्ले में सुनाई देने लगती है। ये लोग अक्सर गली - मोहल्ले खासकर सघन और घनी,पिछड़ी बस्तियों मैं ज्यादातर यह लोग घूमते हुए दिखाई देते हैं।
अब प्रश्न ये उठता है कि आखिर ये लोग कौन हैं ? कहां से आए हैं और कहां रहते हैं ? इनसे ये पूछने वाला कोई नहीं है। कोरोना काल के बाद से ऐसे लोगों की संख्या ग्वालियर में अचानक से बढ़ गई है। इसी प्रकार शहर के व्यस्ततम सड़कों पर चौराहों पर छोटे-छोटे बच्चों के साथ भीख मांगने वाली महिलाओं और हाथ में कपड़ा लेकर गाड़ियों के शीशे साफ करने वाले कुछ युवक ना सिर्फ ट्रैफिक को बाधित करते हैं बल्कि लोगों के लिए भी परेशानी खड़ी करते हैं। इसके अलावा शहर की छवि भी इन लोगों की वजह से धूमिल हो रही है। वहीं दूसरी ओर गोपाचल पर्वत एवं मारकंडेश्वर महादेव मंदिर के पास अवैध रूप से फॉर्म जमा कर बैठे ड्राई फ्रूट्स कपड़े का कारोबार करने वाले बालों ने भी सड़क पर अतिक्रमण कर रखा है।
इससे ना सिर्फ ट्रैफिक बाधित होता है बल्कि गोपाचल पर आने वाले सैलानियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिन लोगों की हम यहां बात कर रहे हैं एक ग्वालियर के तो कतई नहीं लगते हैं तो आखिर यह लोग कहां से आए हैं ? और यहां शहर में कहां रह रहे हैं ? क्या इस बात की जानकारी शासन के जिम्मेदार लोगों को है और यदि नहीं है तो यह शासन की लापरवाही है। क्योंकि देश में इस समय जिस प्रकार का माहौल चल रहा है उसे देखते हुए ऐसे लोगों पर शासन प्रशासन के द्वारा निगरानी रखा जाना और इनके बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है।
ग्वालियर में अचानक से क्राइम का ग्राफ बढ़ रहा है खास कर चोरी चकारी, चैन स्नैचिंग मारपीट ऑटो टेंपो में जेब कतरों की भरमार अचानक से बढ़ती ही जा रही है। इसलिए इन सब बातों पर लगाम लगाने के लिए शासन- प्रशासन को खासकर पुलिस को सतर्कता बरतने की बहुत जरूरत है। ऐसे लोगों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित की जाए और यदि ये लोग ग्वालियर के नहीं है तो उनको तुरंत ग्वालियर से बाहर किया जाए क्योंकि अगर ये लोग ग्वालियर के नहीं है प्रदेश के नहीं है तो फिर ये बांग्लादेशी या रोहिंग्या भी हो सकते हैं। इसलिए अभिलंब पुलिस प्रशासन को इन लोगों के बारे में पुख्ता जानकारी एकत्रित की जानी चाहिए। जिससे कि आने वाले समय में किसी अनहोनी से निपटा वह बचा जा सके।
- रवि यादव
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