विकास कार्यों और जनहित के मामलों में विरोध कर रही भाजपा…
भाजपा सरकार के खिलाफ महापौर का धरना 22 को !
डॉ. शर्मा ने कहा कि इन तमाम मुद्धों एवं भाजपा की करनी-कथनी को उजागर करने के लिये 22 जून को महापौर डॉ. शोभा सतीश सिकरवार के नेतृत्व में प्रातः 10 बजे से 12 बजे तक फूलबाग चौराहा पर धरना दिया जायेगा। इस धरना-आंदोलन मेें कांग्रेस के सभी सहयोगी संगठन के पदाधिकारी, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक, वर्तमान विधायक, पूर्व मंत्री, पार्षदगण एवं आम नागरिकों के अलावा व्यापारिक व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि कांग्रेस पार्टी जनहित से जुडे सभी प्रस्ताव परिषद में लाना चाहती हैं, मगर भाजपा सरकार द्वारा अधिकारियों के माध्यम से उन्हें रोका जा रहा हैं। कांग्रेस पार्टी विभिन्न मुद्धों की ओर आप सबका ध्यान आर्कषित कराना चाहती हैं।
- अभी हाल ही में सीवर चेम्बर में डूबकर दो सफाई कर्मचारियों की असमायिक मृत्यु हुई, जिसका कांग्रेस पार्टी को दुख है। इस मामलें में नगर निगम प्रशासन एवं भाजपा सरकार कतई गंभीर नजर नहीं आ रही हैं। इतना ही नहीं निगम अधिकारियों ने सीवर के टेण्डर टुकडों-टुकडों में करके शहर को एक बडी समस्या में झोक दिया हैं, क्योंकि काम करने की गुणवत्ता अथवा शर्तों को पूरी तरह नजर अंदाज किया गया हैं। अगर किसी बडी कंपनी को टेण्डर निकालकर यह काम दिया जाता तो सीवर समस्या का समाधान हो जाता, लेकिन भाजपा के दबाब में चहेते ठेकेदारों को काम दिया गया है, जो शर्तों का पालन नहीं कर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि जिन सफाई कर्मियों की मौत हुई है उनके परिजनों को 50-50 लाख रूपये नगद दिये जाये और परिवार के एक-एक सदस्य को शासकीय नौकरी पर रखा जाये।
- मेयर इन कॉउसिंल द्वारा गार्वेज शुल्क का युक्तियुक्तकरण करने एवं बकाया जलकर माफ करने का प्रस्ताव पास किया है, मगर इस प्रस्ताव को अधिकारियों द्वारा परिषद में नहीं भेजा जा रहा हैं, इससे भाजपा की घटिया मानसिकता का पता चलता है।
- मेयर इन कॉउसिंल ने नगर निगम के दिवंगत महापौरों की प्रतिमायें लगाने का भी प्रस्ताव पास किया हैं, उसे भी लटका कर रखा गया हैं।
- आद्योगिक ईकाईयों को सम्पतिकर के परिक्षेत्र तीन में शामिल करने एवं धार्मिक स्थलों पर सम्पतिकर टैक्स नहीं लगाये जाने का भी मेयर इन कॉउसिंल ने निर्णय लिया हैं, इस प्रस्ताव को रोक कर रखा गया है।
- नगर निगम कर्मचारियों को छठवां-सातवां वेतनमान देने के लिये महापौर ने कई बार अधिकारियों से प्रस्ताव मांगा गया, मगर भाजपा सरकार के दबाब में प्रस्ताव नहीं दिया गया हैं। इससे भाजपा की कर्मचारी विरोधी मानसिकता उजागर होती है।
- भाजपा नेता मुन्नालाल गोयल द्वारा उपचुनाव में ग्वालियर पूर्व विधानसभा में विकास कार्य के लिये मुख्यमंत्री द्वारा 17 करोड रूपये दिया गया था, वो पैसा चुनाव हराने के बाद वापस कराकर हार की खीज मिटाई और पूर्व विधानसभा की जनता के साथ विश्वासघात किया।
- विस्थापन में जिन लोगों के नाम हैं, उनकी सूची महापौर ने जिला प्रशासन से मय दस्तावेजों के मांगी हैं, मगर अब तक उपलब्ध नहीं कराई गई। मुझे ज्ञात हुआ है कि एक भाजपा नेता द्वारा सूची में कुछ बोगस नाम जुडवाए गये है, इसलिए वह नेता प्रकरण में भौतिक सत्यापन की जांच होने का विरोध कर रहा है। जबकि कांग्रेस पार्टी चाहती है कि बाजिब-पीडित परिवारों को आवास मिले। इसमें कुछ प्रकरण ऐसे भी सामनें आ रहे हैं, जिसके तहत जिन लोगों को पट्टे मिलना चाहिए थे उन्हे नहीं मिले हैं। इसलिए जरूरी हैं कि निष्पक्ष जांच कराई जाकर पीडितों को आवास दिलाये जाये। इस कार्य की शुरूआत मेयर इन कॉउसिंल ने टेण्डर पास करके कर दी है।
- ग्वालियर पूर्व विधानसभा में विधायक निधि से भगवान एवं महापुरूषों के नाम पर द्वारों का निर्माण कराया जा रहा हैं, लेकिन भाजपा नेता अकारण ही विरोध कर रहे हैं। जबकि कलेक्टर महोदय द्वारा इन द्वारों के निर्माण की स्वीकृति दी गई हैं। महापौर द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों पर नारियल फोडने यह नेता हर जगह पहुॅच जाते हैं। साथ ही नलकूप और हेण्डपम्पों का काम इनके द्वारा नही कराया गया फिर भी यह उन पर अपना नाम लिखवातें फिर रहे हैं, जो इनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता हैं। पत्रकार वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता राम पाण्डे, ग्वालियर-चबंल संभाग मीडिया प्रभारी आर.पी. सिंह, विधायक प्रतिनिधि कृष्णराव दीक्षित, मेयर इन कॉउसिंल के प्रभारी सदस्य अवधेश कौरव, संभागीय प्रवक्ता धमेन्द्र शर्मा आदि कांग्रेस नेता मौजूद रहे।
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