मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन ग्वालियर के तत्वाधान में…
काव्य संग्रह "चिंगारी अब भी जिंदा है" का विमोचन संपन्न
ग्वालियर। मध्य प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन ग्वालियर के तत्वाधान में पद्मा विद्यालय कंपू के सभागार में कवि नरेंद्र तोमर के काव्य संग्रह चिंगारी अब भी जिंदा है, का विमोचन संपन्न हुआ। इस अवसर पर आयोजन की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार जगदीश तोमर ने की। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ बीएस चैतन्य मंचासीन रहे। सर्वप्रथम मंचासीन अतिथियों का परिचय एवं स्वागत भाषण ग्वालियर इकाई के अध्यक्ष माता प्रसाद शुक्ल ने दिया। पुस्तक की समीक्षा डॉक्टर बी भारती भोपाल, डॉ एनएन लहा, एमएस तोमर जिला एवं सत्र न्यायाधीश जिला उमरिया, डॉ सुरेश सम्राट एवं वीरेंद्र विद्रोही ने की। इस अवसर पर कवि नरेंद्र तोमर ने भी संग्रह से अपनी कुछ कविताओं का पाठ किया।
राम लखन शर्मा, माला श्रीवास्तव,आरती श्रीवास्तव, डॉ प्रमोद पल्लवित श्रीवास्तव, मुंबई एवं ज्ञानेंद्र सिंह कुशवाह ने भी अपना रचना पाठ किया। बी भारती ने संग्रह की समीक्षा करते हुए कहा की नरेंद्र तोमर मूलत: सामाजिक चेतना के कवि हैं, उनकी रचनाओं में राष्ट्रीयता सामाजिकता तथा मानवता की त्रिवेणी स्पष्ट परिलक्षित होती है। डॉ बीएस चैतन्य ने काव्य संग्रह की कविता में समीक्षा की। अध्यक्षता कर रहे जगदीश तोमर ने कहा कि नरेंद्र की कविताएं बोलती हैं। यथार्थ परक हैं, उनमें मुहावरों का अच्छा प्रयोग किया गया है।
इस अवसर पर नगर के साहित्यकार शामिल हुए जिनमें कुंदा जोगलेकर, रवींद्र शुक्ला सत्यार्थी भांडेर, व्यंग्यकार एवं पत्रकार रहे नारायण सिंह गुर्जर धौलपुर, घनश्याम भारती, रामअवध विश्वकर्मा, प्रदीप पुष्पेंद्र, डीके सक्सेना, मोहन योगी, राज नारायण दीक्षित, रविंद्र झारखरिया, केआर धाकड़, श्वेता गर्ग, हरि सिंह सिकरवार आदि मौजूद थे। इस अवसर पर कवि डॉक्टर नरेंद्र तोमर का साहित्य सम्मेलन की ग्वालियर इकाई के द्वारा शॉल श्रीफल भेंट कर अभिनंदन भी किया गया। अनेक मित्रों ने भी उनको उपहार प्रदान किए। कार्यक्रम का संचालन मनीषा गिरि एवं आभार ज्ञानेंद्र कुशवाह ने व्यक्त किया।
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