G News 24 :राजा रामशाह के बलिदान दिवस पर आयोजित पराक्रम स्वाभिमान यात्रा में बड़ी संख्या में शामिल हुए लोग

 पराक्रम स्वाभिमान यात्रा 18 जून को निकलेगी....

राजा रामशाह के बलिदान दिवस पर आयोजित पराक्रम स्वाभिमान यात्रा में बड़ी संख्या में शामिल हुए लोग 

ग्वालियर। क्षत्रिय तोमर वंश के पराक्रम व शौर्य को जन-जन तक पहुंचाने के लिये पराक्रम स्वाभिमान यात्रा 18 जून को ग्वालियर किले से शुरू होगी और इसमें भारी संख्या में क्षत्रिय महासभा व आम सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों सहित संत कृपाल सिंह, संत 1008 बालकदास जी, महापौर डा. शोभा सतीश सिकरवार आदि शामिल हुए l 

यात्रा 18 जून को प्रातः 9 बजे किलागेट से प्रारंभ होकर फूलबाग, लक्ष्मीबाई समाधि, पड़ाव मान सिंह चौराहा, आकाशवाणी होते हुये महाराणा प्रताप चैक, दीनदयाल नगर, बाराहेड पेड़ा, नौनेरा गांव, सिहोनियां, मानपुर तिराहा, भजपुरा, पोरसा, थरा, सेंथरा, अम्बाह, रानपुर होते हुये ऐसाह किला चंबल नदी के तट पर स्थित चिलासन देवी मंदिर पर समाप्त होगी। ऐसाह किले पर बाबा बालकदास जी की अध्यक्षता में समागम होगा। साथ ही इस मौके पर 10वीं एवं 12वीं में 80 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वाले क्षत्रिय राजपूत छात्रों का सम्मान किया जायेगा। यात्रा की संचालन समिति के सहसंयोजक शिवनाथ सिंह तोमर, रामचंद्र सिंह तोमर, दिनेश तोमर, गोपाल सिंह तोमर, रविन्द्र सिंह तोमर हैं।

ऐसाल किला पर राजा रामशाह तोमर के बलिदान दिवस पर ऐसाह किले का जीर्णोद्धार, कुलदेवी का मंदिर पर्यटक केन्द्र बनाया जाये। राजा अनगपाल, रामशाह तोमर उनके पुत्र व प्रपौत्र की प्रतिमा लगाई जाये। तंवरघार के गौरवशाली विकास व समृद्धशाली बनाने के लिये शैक्षणिक, सामाजिक, आर्थिक विकास हेतु प्रशिक्षण का अभियान भी किया जायेगा। पराक्रम स्वाभिमान यात्रा के प्रमुखों ने बताया कि राजपूत एकीकरण अभियान के तहत प्रमाणित इतिहास, क्षत्रिय संस्कार, क्षात्र धर्म आधारित व्यक्तित्व निर्माण शिविर प्रारंभ किया जायेगा। पत्रकारवार्ता में सुरेन्द्र सिंह तोमर मेला ग्राउण्ड, राजेन्द्र सिंह तोमर बलवंत नगर, राजेन्द्र सिंह तोमर मधुवन, सुरेन्द्र सिंह तोमर भिडौसा, सौरभ सिंह तोमर, निहाल सिंह चौहान, गोपाल सिंह तोमर, शिवनाथ सिंह तोमर, रामचंद्र सिंह तोमर, दिनेश सिंह तोमर, रविन्द्र सिंह तोमर आदि उपस्थित थे। 

राजा रामशाह तोमर की तीन पीढ़ियों का बलिदान हुआ था

पराक्रम स्वाभिमान यात्रा संचालन समिति के अनुसार स्वाभिमान, पराक्रम के इतिहास में लड़ी गई हल्दी घाटी युद्ध में ग्वालियर के राजा रामशाह तोमर का एक साथ तीन पीढ़ियों का स्वयं, पुत्र व प्रपौत्र के बलिदान दिवस 18 जून को दिया था, जिसे अब तक भुलाया गया है। लेकिन हम इस बलिदान को लेकर पूरे देश में अलख जगा रहे हैं। यात्रा के मौके पर राजपूत एकीकरण अभियान के राष्ट्रीय संयोजक, इतिहासकार व इस यात्रा के संयोजक गोपाल सिंह राठौड़, राष्ट्रीय महामंत्री अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा निहाल सिंह चौहान सहित सभी क्षत्रिय संगठनों के पदाधिकारीगण उपस्थित रहकर श्रद्धासुमन अर्पित किये । 

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