कांग्रेस में शामिल होने के बाद…
6 घंटे के भीतर ही सरकार ने मेघा परमार को ब्रांड एंबेसडर के दायित्व से किया मुक्त
भोपाल। कांग्रेस की औपचारिक सदस्यता लेने के छह घंटे के भीतर ही राज्य सरकार ने पर्वतारोही मेघा परमार से 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान के ब्रांड एंबेसडर का दायित्व वापस ले लिया। महिला एवं बाल विकास विभाग ने बुधवार देर रात ही उन्हें हटाने के आदेश जारी कर दिए। मेघा को कमल नाथ सरकार ने 13 अगस्त, 2019 को यह जिम्मेदारी सौंपी थी।
सीहोर जिले के ग्राम भोजनगर की मेघा परमार ने रूस के पर्वत माउंट एल्ब्रस का आठ अगस्त, 2019 को आरोहण किया था। मेघा मध्य प्रदेश की पहली बेटी हैं, जिसने माउंट एल्ब्रस का आरोहण किया है। इसके बाद वे तत्कालीन मुख्यमंत्री कमल नाथ से मिली थीं। कमल नाथ ने उन्हें 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया था। मेघा के साथ सरकार ने इसी योजना के अंतर्गत नियुक्त किए गए जेंडर चैंपियंस को भी कार्य दायित्व से मुक्त कर दिया है।
उधर, मेघा ने गुरुवार को मीडिया से चर्चा में राज्य सरकार से पूछा कि क्या कांग्रेस में शामिल होते ही मैं प्रदेशद्रोही हो गई। राजनीतिक दृष्टिकोण से लिए गए इस निर्णय से साफ हो गया कि लाड़ली बहना योजना और महिला सशक्तीकरण के दावे केवल दावे ही हैं। यह मेरा ही नहीं बल्कि समूची नारी शक्ति का अपमान है। उन्होंने कहा कि मैं किसान की बेटी हूं।
सपने में भी नहीं सोच सकती थी कि कभी सबसे ऊंची एवरेस्ट की चोटी पर पहुंच पाऊंगी लेकिन कमल नाथ जी ने मुझे आर्थिक सहायता दी। मैं इस पार्टी में रहकर महिला विरोधी उन चेहरों को सबके सामने लाऊंगी, जो देश और प्रदेश को झूठे राजनीतिक प्रलोभन जनता को सत्ता प्राप्त करने के लिए देते हैं। मेघा ने यह भी पूछा कि सतना के रत्नेश पांडे को शिवराज सरकार ने सतना स्मार्ट सिटी का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है, वे भाजपा से संबद्ध हैं, उन्हें कब हटाया जाएगा !
0 Comments