पहले पाल-पोसकर बड़ा किया और फिर…
ख़राब मानसिक हालत के चलते माता-पिता ने अपनी ही बेटे का किया बेरहमी से कत्ल !
छत्तीसगढ़। जब किसी घर में बच्चे की पहली किलकारी गूंजती है तो सबसे ज्यादा मां खुश होती है। बच्चा जब पहली बार चलना सीखता है तो पिता का सीना गर्व से फूल जाता है। बच्चे की हर खुशी, हर चाहत के लिए माता पिता अपनी पूरी जिंदगी लगा देते हैं, लेकिन जब ऐसी बात सुनने को मिले कि माता-पिता ही अपनी औलाद के हत्यारे बन गए हैं तो यकीन करना मुश्किल हो जाता है। ऐसी घटनाएं जिनकी कल्पना भी नहीं होती जब हकीकत में सामने आती हैं तो तो होश उड़ा देती हैं हैं। पिछले कुछ दिनों में कई ऐसे मामले सामने आए जिसमें माता-पिता ने अपने बच्चों को मौत दी है।
छत्तीसगढ़ में रायगढ़ के जार-पारा गंगरेल इलाके में 40 साल के गणेश पटेल धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। लड़के की मां फुलेश्नेवरी ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। गणेश की मानसिक हालत ठीक नहीं थी। पुलिस ने जांच शुरू की तो हैरानी की खबर सामने आई। 65 साल की फुलेश्वरी ने ही अपने बेटे की हत्या कर दी। बेटा शादी-शुदा था। घर में अक्सर झगड़े होते थे। घर का खर्चा भी फुलेश्वरी को चलाना पड़ता था, ऊपर से बेटे की मानसिक हालत भी ठीक नहीं थी। उस दिन गणेश की पत्नी अपने मायके गई हुई थी। मौका पाकर फुलेश्वरी ने अपने बेटे की किचन में रखे हंसिया से हत्या कर दी। पुलिस ने फुलेश्वरी को गिरफ्तार कर लिया है।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में ही एक और ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया। 16 साल के एक लड़के की लाश सड़क किनारे मिली। पहले लगा कि शायद लड़के का एक्सीडेंट हुआ है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया कि असल में लड़के की हत्या की गई है। जांच शुरू हुई तो पता चला कि 16 साल के लड़के को उसके माता-पिता ने ही मार डाला। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो माता-पिता ने अपना जुर्म कबूल किया। उन्होंने बताया कि लड़का कुछ दिन पहले अपने हॉस्टल से लौटकर आया था और घर पर सबसे से काफी झगड़ रहा था। गुस्से में डंडे से पीटकर एक रात माता-पिता ने उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद लाश को बोरे में रखकर सड़क किनारे फेंक आए ताकि पुलिस को लगे कि केस एक्सीडेंट का है।
इसी तरह पिछले साल आगरा में एक मामला सामने आया था जहां माता-पिता ने अपने 2 बेटों और एक बेटी के साथ मिलकर अपने सबसे बड़े बेटे की हत्या कर दी। नेपाल सिंह अपनी पत्नी रूबी के साथ अपने माता-पिता से अलग रहता था। पिता ने 6 लाख रुपये में एक जमीन बेची थी जिसमें नेपाल सिंह भी हिस्से की मांग कर रहा था जबकि माता पिता अपने दोनों छोटे बेटों में ही ये पैसा बांटना चाहते थे। नेपाल सिंह जिस दिन उनके घर आया माता-पिता ने अपने दूसरे बच्चों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। इतना ही नहीं अगले दिन उसका अंतिम संस्कार भी करने लगे। इसी दौरान नेपाल की सिंह की पत्नी की शिकायत के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और अधजली लाश को निकाला गया। जांच शुरू हुई तो पूरी हकीकत सामने आई।
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