गोवा के SCO सम्मेलन में शामिल होने ...
भारत पहुंचे पाक विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भारत में हो रहे शंघाई सहयोग संघठन (एससीओ) में शामिल होने के लिए भारत पहुंच चुके हैं। पाकिस्तान से गोवा आने से पहले उन्होंने ट्वीट करके कहा कि वह भारत के गोवा में एससीओ सम्मेलन में शामिल होने के लिए जा रहे हैं।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी शंघाई सहयोग संघठन (एससीओ) में शामिल होने के लिए गोवा पहुंच चुके हैं। बिलावल गोवा में होने वाली SCO की बैठक में शामिल होंगे। पुंछ में हुए आतंकी हमले के 14 दिन बाद बिलावल का भारत दौरा बेहद अहम माना जा रहा है। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में चीनी विदेश मंत्री किन गैंग, रूस के सर्गेई लावरोव भी शामिल होंगे।
चीन और रूस के विदेश मंत्रियों के साथ एस जयशंकर बाइलेट्रल मीटिंग करेंगे, लेकिन बिलावल के साथ वन टू वन मीटिंग का अभी तक कोई प्रोग्राम नहीं है। पाकिस्तान को लेकर भारत का रुख बिल्कुल क्लियर है कि वह जब तक सरहद पार से दहशतगर्दी बंद नहीं करेगा तब तक भारत के सामने उसकी दाल गलने वाली नहीं है। ऐसे में बिलावल किस एजेंडे के साथ भारत आ रहे हैं, इस पर लोगों की निगाहें टिकी है।
भारत रवाना होने से पहले किया था ये ट्वीट
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भारत में हो रहे शंघाई सहयोग संघठन (एससीओ) में शामिल होने के लिए गोवा रवाना होने से पहले ट्वीट करके कहा था कि वह भारत के गोवा में एससीओ सम्मेलन में शामिल होने के लिए जा रहे हैं। इससे यह जाहिर होता है कि पाकिस्तान एससीओ बैठक को लेकर और अपनी भागीदारी को कितना अधिक अहमियत देता है।
बता दें कि पुलवामा हमले और उसके जवाब में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद दोनों देशों के बीच यह पहला मौका है जब पाकिस्तान का कोई मंत्री भारत आया है। इससे पहले दोनों ही देश एक दूसरे से पर्याप्त दूरी बनाए हुए थे। एससीओ की बैठक गोवा में होनी है। रूस के विदेश मंत्री सरगे लावरोव भारत पहुंच चुके हैं। जबकि चीन के विदेश मंत्री भी दोपहर तक भारत आ जायेंगे।
भारतीय विदेश मंत्री करेंगे डिनर होस्ट
आज विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर एससीओ के सेक्रेटरी जनरल के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, इसके बाद वो रूस, चीन और उज़्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। अभी पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय वार्ता को लेकर कोई जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है। बता दें कि इस साल भारत sco की अध्यक्षता कर रहा है। एससीओ की हेड ऑफ द स्टेट्स की मीटिंग जुलाई में दिल्ली में होगी।
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