पीएफआई सदस्यों की तलाश में एटीएस की ताबड़तोड़ छापेमारी...
लखनऊ व मेरठ से एक युवक को हिरासत में लिया गया
लखनऊ। पीएफआई सदस्यों की तलाश में उत्तर प्रदेश के कई शहरों में एटीएस ने सात मई को ताबड़तोड़ छापेमारियां की हैं। राज्य के कई शहरों में ये कार्रवाई की जा रही है। जानकारी के मुताबिक एटीएस की टीम ने लखनऊ, मेरठ, मुरादाबाद, वाराणसी, आजमगढ़ समेत की शहरों में ये छापेमारी की है। टीम ने सर्च ऑपरेशन भी चलाया है और पीएफआई सदस्यों की तलाशी की जा रही है।एटीएस ने ये अभियान यूपी एसटीएफ के साथ मिलकर चलाया है, जिसके तहत गाजियाबाद और मेरठ से कई संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है। उत्तर प्रदेश एसटीएफ की टीम ने गाजियाबाद के मोदीनगर में भोजपुर के कलछीना में छापेमारी की।
वहीं लखनऊ, मेरठ से भी एक युवक को हिरासत में लिया गया है। एसटीएफ ने सूचना के आधार पर हर उस जगह छापेमारी की है जहां पीएफआई के सदस्यों के होने की आशंका है। जानकारी के मुताबिक कुल पांच युवकों को हिरासत में लिया गया है। आरोप है कि सभी युवकों पर राष्ट्रविरोध गतिविधियों में शामिल थे। उल्लेखनीय है कि पीएफआई के कनेक्शन को लेकर पहले भी राज्य में कई छापेमारियां की जा चुकी हैं। एनआईए की टीम भी इस सिलसिले में पहले छापेमारी कर चुकी है। बीते दिनों मारे गए छापे में रामपुर में टीम ने छापा मारा था। मगर उस समय टीम को कुछ हाथ नहीं लगा था। इस दौरान टीम खाली हाथ ही वापस लौटी थी। माना जा रहा है कि पीएफआई से कनेक्टिविटी को लेकर कई मोबाइल नंबरों को भी सर्विलांस पर लगाया गया है। पुलिस सर्विलांस के जरिए ही दबिश को अंजाम दे रही है।
जानकारी के मुताबिक इससे पहले 25 अप्रैल को पीएफआई के खिलाफ एनआईए ने बड़ा एक्शन लेते हुए कार्रवाई की थी। एनआईए की बड़ी टीम ने कुल 17 जगहों पर एकसाथ दबिश दी थी और कार्रवाई की थी। ये भी सामने आया था कि माफिया अतीक अहमद और अशरफ यूपी के मुस्लिम युवाओं को विदेश भेजते थे और उन्हें आतंकी संगठन का हिस्सा बनाते थे। आतंकी संगठन में युवाओं को भेजने के लिए अतीक को हथियारं की खेप मिलती थी, जो उन्हें पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन की मदद से मुहैया कराई जाती थी।
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