एशिया की सबसे बड़ी जेल कही जाने वाले ...
तिहाड़ जेल में मर्डर और गैंगवार ने लगाया जेल की साख पर लगाया बट्टा
नई दिल्ली। एशिया की सबसे बड़ी जेल कही जाने वाले तिहाड़ जेल में देशभर के कुख्यात अपराधी और गैंगस्टर बंद हैं। इस जेल को भारत की सबसे सुरक्षित जेलों में भी गिना जाता है, लेकिन बीते दिनों जेल के अंदर टिल्लू ताजपुरिया और प्रिंस तेवतिया की हत्या के बाद जेल के अंदर की सिक्योरिटी कागजी तौर पर ही दुरुस्त नजर आ रही है जबकि हकीकत में स्थिति काफी खराब है। दिल्ली की तिहाड़ जेल में साल-दर-साल गैंगवार और कैदियों के बीच झड़प बढ़ती जा रही हैं, जिससे मालूम होता है कि तिहाड़ की लंबी-लंबी दीवारें कैदियों के रसूख, वीआईपी कल्चर और नोटों के बंडल के बीच पटी हुई नजर आ रही हैं। जेल में सजा काट रहे अपराधियों को देश-दुनिया की गतिविधियों से दूर रखना है, लेकिन तिहाड़ जेल इस मामले में भी बदनाम है। यहां के कैदी धड़ल्ले से मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं।
जेल कर्मियों की आंखों में धूल झोंककर कैदी जेल के अंदर मोबाइल फोन लेकर आते हैं। बीते साल में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया था, जब एक कैदी के पेट में 5 मोबाइल मिले थे। आरोपित कैदी स्मगलिंग कर जेल के अंदर फोन लाया था। वह इन फोन को दूसरे कैदियों को बेचकर पैसे कमाना चाहता था। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब कैदी अपने पेट से फोन निकालने में सफल नहीं हो पाया। मजबूरन उसे जेल अधिकारियों को इसकी जानकारी देनी पड़ी। पहले तो किसी ने उसकी बात का भरोसा नहीं किया, लेकिन जब डॉक्टरों ने उसकी जांच की, तो सभी दंग रह गए। कैदी ने बताया कि उसने सारे फोन निगल लिए थे।
डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर कैदी के पेट से फोन निकाले। तिहाड़ जेल में नशीले पदार्थों की स्मगलिंग काफी बड़े पैमाने पर की जाती है। ड्रग्स, चरस, गांजा, तंबाकू जैसे नशीले पदार्थ को जेल के अंदर लाने के लिए कैदी नए-नए हथकंडे अपनाते हैं और फिर इन्हें जेल के अंदर कैदियों को महंगे दामों पर बेचते हैं। ड्रग्स स्मगलिंग का एक हैरान कर देने वाला मामला पिछले साल भी सामने आया था, जब तिहाड़ की जेल नंबर-3 में एक कैदी ने स्पीड पोस्ट से चरस और तंबाकू की बड़ी खेप मंगवाई थी। कैदी ने कपड़े और चप्पलों के नाम पर पार्सल मंगाया था। जेल अधिकारियों को शक हुआ तो तलाशी ली गई। पार्सल खोलने पर उसमें से कपड़े और चप्पल ही निकली, लेकिन उसके अंदर चरस और गांजा भरा हुआ था।
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