राज्यस्तरीय आकलन केंद्र का लोकार्पण…
5वीं से 12वीं तक के स्कूली विद्यार्थियों के लिए मुख्यमंत्री ने की पुरस्कार घोषणा
भोपाल। समाज का सबसे ज्यादा विश्वास शिक्षक पर होता है और यह विश्वसनीयता बनाए रखने की जिम्मेदारी शिक्षक की है। उन्होंने कहा कि शिक्षक और विद्यार्थी दोनों समाज में रहते हैं। स्वाभाविक रूप से बच्चों के मन में कई तरह के नवाचार, समावेशी प्रश्न और उनके समाधान उठते हैं। बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए नवाचार को समझना होगा। यह बात प्रदेश के स्कूशल शिक्षा राज्यनमंत्री इंदर सिंह परमार ने प्रगत शैक्षिक अध्ययन संस्थान में अपने संबोधन के दौरान कही। वह यहां पर राज्य मुक्त विद्यालयीन शिक्षा बोर्ड द्वारा स्थापित राज्यस्तरीय आकलन केंद्र का लोकार्पण करने पहुंचे थे। स्कू ल शिक्षा मंत्री ने इस अवसर पर मुख्यिमंत्री नवाचार पुरस्कासर योजना की घोषणा की और कहा कि बच्चों में उनकी विज्ञानी सोच, कल्पना शक्ति एवं रचनात्मकता को व्यवहारिक रूप देने के लिए प्रदेश में पहली बार यह पुरस्कार योजना शुरू की जा रही है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में सबसे बड़ी और अहम भूमिका शिक्षक की है। उन्होंने कहा कि यह योजना बच्चों के नवाचार को अवसर और मंच प्रदान करेगी। मंत्री परमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप बच्चों के समग्र मूल्यांकन की दृष्टि से प्रश्न-पत्र निर्धारण पद्धति को बेहतर बनाने के लिए राज्यस्तरीय आकलन केंद्र बनाया गया है। इसमें ज्यादा से ज्यादा शिक्षकों को प्रश्न-पत्र बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे शिक्षक बच्चों के लिए ऐसे प्रश्न-पत्र तैयार करें, जिनसे बच्चों में शिक्षा को लेकर जिज्ञासा एवं उत्साह का भाव जागृत हो एवं उनका वास्तविक मूल्यांकन हो सके। राज्य मुक्त विद्यालयीन शिक्षा बोर्ड के संचालक प्रभात राज तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री नवाचार पुरस्कार योजना के अंतर्गत पांचवीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को उत्कृष्ट नवाचारों के लिए प्रथम पुरस्कार स्वरूप 51 हजार रुपये, द्वितीय पुरस्कार स्वरूप 31 हजार रूपये, तृतीय पुरस्कार स्वरूप 21 हजार रूपये एवं सांत्वना पुरस्कार स्वरूप 11 हजार रूपये (प्रत्येक संभाग के लिए कुल दस पुरस्कार) दिए जाएंगे।
इसके अतिरिक्त बच्चों के मेंटर (शिक्षक) को बच्चों के पुरस्कार की 20 प्रतिशत राशि पुरस्कार स्वरूप अलग से दी जाएगी उन्होंने बताया कि नवाचार जमा करने संबंधी प्रक्रिया एवं आवश्यक जानकारी साझा करने के लिए ईएफए स्कूल को नोडल सेंटर बनाया गया है। उन्होंने बताया कि छात्र अकेले या समूह में अपने नवाचार जमा कर सकते हैं। नवाचार जमा करने की अंतिम तिथि 15 जुलाई तक है एवं इसका परिणाम 10 अगस्त को जारी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि परीक्षा के प्रश्न-पत्र 3 स्तर से गुजरते हैं- मापन, आकलन एवं मूल्यांकन। इन तीनों विधाओं को शामिल करते हुए राज्य स्तरीय आकलन केंद्र की स्थापना की गई है। इस केंद्र की स्थापना में 68 लाख रूपये का खर्च हुआ है।
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